500 और 1000 की पुराने नोट बाजार में न चलने का सीधा असर दिल्ली एनसीआर के मॉल के बिजनेस पर भी पड़ा है. प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद पिछले 3 दिनों मे मॉल की सेल घटकर आधी रह गई है. मॉल जाने वाले करीब 50 फीसदी लोग कार्ड से बिल का भुगतान करते हैं, लेकिन आधे लोग मॉल में भी कैश से ही बिल का भुगतान करते हैं. फिलहाल की अफरातफरी में मॉल में लोगों का आना भी कम हो गया है.
मॉल आकर अपने एक साल बेटे के लिए आने वाले एक दंपति ने बताया कि उनके पास 100 के नोट है ही नहीं. लिहाजा उन्होंने सब्जी भी ऑनलाइन ऑर्डर की और अब बच्चे के लिए जरूरी समान लेने भी मॉल ही आए हैं, क्योंकि यहां पर कार्ड से पेमेंट हो जाएगी. कपड़े और ज्वेलरी की दुकानों में भी यही हाल है.
डीएलएफ मॉल की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट का कहना है कि ज्यादातर लोग अभी बैंक के अपने काम निपटाने या फिर करेंसी बदलने मे बिजी हैं. लोग इसलिए भी नहीं आ पा रहे हैं, क्योंकि जो पुरानी करेंसी हाथ में है उसको मॉल में कोई नहीं ले रहा है. लिहाज़ा जिन लोगों को शादी या समारोह के चलते ज़रूरी शॉपिंग करनी है और कार्ड से पेमेंट करनी है, वो ही फ़िलहाल मॉल से शॉपिंग कर रहे हैं. मॉल आने वाले लोग 40 से 50 फ़ीसदी घट गए हैं.
अंजलि कर्मकार / पूनम शर्मा