वैसे तो दिल्ली-एनसीआर में रोज आफिस ऑवर में लोगों को भयानक ट्रैफिक से दो-चार होना ही पड़ता है, पर दिवाली से पहले धनतेरस पर दोपहर के वक़्त भी लोगों को घंटों ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ा. खास तौर पर दिल्ली के सभी मशहूर बाज़ारों और प्रमुख सड़कों का बुरा हाल था. गाड़ियों की लंबी कतारें और रेंगती गाड़ियों ने लोगों को परेशान कर दिया.
दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेस वे से साउथ एक्स जाते समय वैसे तो ट्रैफिक स्लो ही रहता है, पर धनतेरस पर एम्स फ्लाईओवर से सरोजनी नगर जाने वाले तमाम रास्तों पर दोनों ही तरफ गाड़ियां घंटों जाम में फंसी रहीं. इनमें ज्यादातर वो लोग थे, जो धनतेरस पर खरीदारी करने निकले थे. प्राइवेट गाड़ियों से लेकर ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विसेज की गाड़ियों से सड़कें भरी पड़ी थीं और लोगों का अनुमान है कि ट्रैफिक का ऐसा हाल दीवाली तक रहेगा.
सरोजनी नगर बाज़ार से लेकर करोल बाग तक पहुचने वाले सभी रास्ते रेंगते ट्रैफिक का गवाह बने हैं. इसके अलावा पुरानी दिल्ली का बुरा हाल है. रोज के मुकाबले धनतेरस पर सड़कें गाड़ियों से लेकर रिक्शा और माल ढोने वाले छोटे टैम्पो से अटी पड़ी थीं. और एक बार वहां जैसे-तैसे पहुंच कर अगर खरीदारी कर भी ली, तो वहां से घर पहुंचने का कोई निश्चित समय-सीमा नहीं है, आप पूरी तरह ट्रैफिक के भरोसे हैं. अगर सदर बाज़ार में खरीदारी करनी है तो अपनी गाड़ी न ही लेकर जाए तो ही बेहतर होगा. वैसे तो सदर बाज़ार में हर दिन ट्रैफिक का बुरा हाल रहता है, पर दिवाली के मौके पर हालत बहुत खराब है.
अपने परिवार के लिए दिवाली की खरीदारी पर निकले एक व्यक्ति अशोक मिश्रा ने बताया, '45 मिनट हो गए मुझे साउथ एक्स पर फंसे हुए. गाड़ी एक-एक इंच आगे बढ़ रही है. सोचा था जल्दी खरीदारी कर के घर जाएंगे, तैयारी करनी है शाम की पूजा की पर अब लगता है मुमकिन नही होगा.' त्योहार पर लोग घर परिवार के साथ समय बिताना चाहते है, पर दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर की मुख्य सड़कों पर हर साल लगता घंटों लंबा जाम लोगों से ये मौका छीन लेता है.'
स्मिता ओझा