राजस्व बढ़ाने के लिए नॉर्थ एमसीडी ने उठाया ये कदम

अपनी गिरती माली हालत कद देखते हुए नॉर्थ एमसीडी ने राजस्व बढ़ाने के लिए नए नए उपाय तलाशने शुरु कर दिए हैं. इसी कड़ी में अब नॉर्थ एमसीडी ने तय किया है कि उत्तरी दिल्ली में लगने वाले साप्ताहिक बाज़ारों में विक्रेताओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. जिससे निगम को अतिरिक्त राजस्व मिलेगा. इसकी जानकारी खुद मेयर प्रीति अग्रवाल ने दी.

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रवीश पाल सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 4:20 AM IST

अपनी गिरती माली हालत कद देखते हुए नॉर्थ एमसीडी ने राजस्व बढ़ाने के लिए नए नए उपाय तलाशने शुरु कर दिए हैं. इसी कड़ी में अब नॉर्थ एमसीडी ने तय किया है कि उत्तरी दिल्ली में लगने वाले साप्ताहिक बाज़ारों में विक्रेताओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. जिससे निगम को अतिरिक्त राजस्व मिलेगा. इसकी जानकारी खुद मेयर प्रीति अग्रवाल ने दी.

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मेयर के मुताबिक साप्ताहिक बाजार राजधानी के मध्यम वर्ग के लोगों के बीच बहुत मशहूर है क्योंकि इनमें जजरूरत के सभी सामान बेहद कम कीमत में मिल जाते हैं. इस तरह के बाज़ारों में घरेलू सामान, खाने पानी का सामान और सब्जियां वगैरह मिलती हैं. जिसे खरीदने बड़ी संख्या में इलाके के लोग पहुंचते हैं. मेयर के मुताबिक लंबे वक्त से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं कि एमसीडी तहबाजारी शुल्क केवल कुछ ही विक्रेताओं से वसूला जा रहा है.

इससे एमसीडी की छवि को तो नुकसान पहुंच ही रहा है. वहीं राजस्व भी नहीं बढ़ रहा है. मेयर के मुताबिक तहबाजारी विक्रेताओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने से विक्रेताओं को होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से एमसीडी और पुलिस के ऊपर वसूली के जो आरोप लगते हैं उस पर भी रोक लग सकेगी. मेयर के मुताबिक रजिस्ट्रेशन शुल्क भी ऑनलाइन ही लिया जाएगा. पूरी प्रक्रिया को और ज्यादा सरल और तेज बनाया जाएगा.

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मेयर के मुताबिक यह कदम जनता के साथ साथ विक्रेताओं के हितों को ध्यान में रखकर उठाया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि कई सालों से हजारों साप्ताहिक बाजार चल रहे हैं. जो मध्यमवर्गी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए बेहद अहम हैं. इन साप्ताहिक बाजारों के संगठित हो जाने से विक्रताओं, नागरिकों और तीनों एमसीडी भी लाभ में होंगे.

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