दिल्ली चुनावः 'देवतुल्य' वोटरों ने सिसोदिया की राह कर दी थी मुश्किल

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज विधानसभा सीट पर करीब 49 फीसदी वोट हासिल हुए. सिसोदिया के निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी को यहां 47 फीसदी मत मिले.

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दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (PTI) दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:05 PM IST

  • मनीष सिसोदिया को 50 प्रतिशत से कम वोट मिले
  • उन्हें घेरने का जिम्मा एक केंद्रीय मंत्री को मिला था

दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सबसे बड़ी चुनौती निवर्तमान उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की विधानसभा सीट पटपड़गंज में मिली. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को घेरने की जिम्मेदारी यहां भाजपा ने केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सौंपी थी. भाजपा की यह रणनीति एक हद तक कामयाब भी रही. जहां आम आदमी पार्टी के अधिकांश नेताओं को 50 फीसदी से कहीं ज्यादा वोट मिले, वहीं निवर्तमान उप मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र में 50 फीसदी वोट भी हासिल नहीं कर सके.

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दो फीसदी वोटों के अंतर से तय हुई हार-जीत

मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज विधानसभा सीट पर करीब 49 फीसदी वोट हासिल हुए. सिसोदिया के निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी को यहां 47 फीसदी मत मिले. यानी उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में हार जीत केवल दो फीसदी वोटों के अंतर से तय हुई. इस क्षेत्र में उत्तराखंड के मूल निवासियों को रणनीति के तहत 'देवतुल्य' कार्यकर्ता कहकर पुकारा गया.

मनीष सिसोदिया के क्षेत्र में सघन प्रचार के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री का कहना था, 'स्थानीय लोगों से संवाद करके और उनके आत्मविश्वास को देखकर निश्चित रूप से मैं कह सकता हूं कि पटपड़गंज विधानसभा से भी हमारी जीत सुनिश्चित है. ये सब सिर्फ हमारे देवतुल्य कार्यकर्ताओं के अटूट परिश्रम की बदौलत है कि यह जीत संभव होने जा रही है.'

प्रचार के दौरान निशंक ने कई बैठकें कीं

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मनीष सिसोदिया को घेरने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने पटपड़गंज में जनसभा के अलावा कार्यकर्ताओं के साथ छोटी-छोटी कई बैठकें कीं. निशंक से मुलाकात के लिए यहां उत्तराखंड के मूल निवासी, स्थानीय मतदाताओं को अलग-अलग ग्रुप में लाया गया. उत्तराखंड के मूलनिवासी मतदाताओं से निशंक ने यहां कई दौर की मुलाकातें की. यह मुलाकातें पूरे दिन चलकर देर रात 12 बजे तक भी होती थीं. खुद केंद्रीय मंत्री निशंक ने इन बैठकों की जानकारी अपने ट्विटर के जरिए दी थी.

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चुनाव से पहले उन्होंने कहा, 'पटपड़गंज विधानसभा, दिल्ली में चुनाव कार्यालय में कोर ग्रुप व चुनाव संचालन समिति की समीक्षा बैठक ली और आगे की रणनीति के लिए दिशा निर्देश दिए.'

वोटिंग वाले दिन भी दिया था मैसेज

मतदान के दिन भी निशंक पटपड़गंज को नहीं भूले और उन्होंने स्थानीय मतदाताओं के लिए अपने संदेश में कहा, 'मतदान आपका लोकतांत्रिक अधिकार ही नहीं अपितु कर्तव्य भी है. मेरा दिल्ली के सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि इस पर्व में अपना योगदान अवश्य दें. मैं पहली बार वोट देने वाले सभी युवाओं से भी अपील करता हूं कि वे मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भूमिका जरूर निभाएं. भाजपा को लोगों का प्रचंड समर्थन मिल रहा है. जनता के उत्साह और जोश से स्पष्ट हो रहा है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने जा रही है.'

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भाजपा की इसी सघन रणनीति के चलते पटपड़गंज में भाजपा उम्मीदवार रवि नेगी ने 66956 वोट हासिल किए. वह कई राउंड तक चली गिनती में मनीष सिसोदिया को पछाड़ते भी रहे. हालांकि, अंत में मनीष सिसोदिया 70163 वोट हासिल कर नेगी को मात देने में कामयाब रहे.

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