G20 Summit 2023: आखिरकार वो दिन आ गया है. भारत, G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है. आज यानी शनिवार को समिट के पहले दिन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के दिग्गज नेता एक साथ बैठे और वैश्विक मसलों पर मंथन किया. दिल्ली में भारत मंडपम में कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यह समिट दो दिन चलेगा. एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, ऋण, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जियोपॉलिटिकल तनाव पर चर्चा शामिल है. वहीं, भारत ने इस वर्ष के शिखर सम्मेलन की थीम 'One Earth, One Family, One Future' रखी है. सभी की निगाहें नेताओं की संयुक्त घोषणा पर हैं. पढ़ते रहिए Aajtak.in पर G20 समिट के पहले दिन का लाइव अपडेट...
जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए नेताओं (राष्ट्राध्यक्षों) की पत्नियों ने शनिवार (9 सितंबर) को पूसा- इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टिट्यूट (IARI) कैंपस का दौरा किया, जहां भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की पत्नी क्योको जयशंकर ने उनका स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय कृषि की प्रगति देखी. IARI कैंपस का दौरा करने वाली महिलाओं में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा की पत्नी रितु बंगा और जी20 के कई नेताओं की फर्स्ट लेडी शामिल थीं. प्रदर्शनी में 'एग्री स्ट्रीट', सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर, अनाहिता धोंडी और अजय चोपड़ा द्वारा लाइव कुकिंग सेशन आयोजित किए गए.
जी-20 समिट अपनी शुरुआत के साथ भारतीय परंपरा और विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने का मंच बना हुआ है. इसी कड़ी में एक नया नाम साड़ी का भी जुड़ गया है. जहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु साड़ी पहने हुए इस आयोजन की मेजबानी कर रही हैं तो वहीं, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना साड़ी पहने हुए इस आयोजन में शिरकत करने पहुंची. जापान के पीएम किशिदा की पत्नी ने भी साड़ी को अपनाया.
भारत मंडपम में राष्ट्रपति की ओर से आयोजित हो रहे जी-20 डिनर की शुरुआत हो गई है. इसके लिए मेहमान पहुंचने लगे हैं. कई तस्वीरें एक-एक कर सामने आ रही हैं. इसी बीच एक तस्वीर दिख रही है, जो पान की है. भारत मंडपम डिनर में विदेशी मेहमान पान का स्वाद लेते दिखेंगे.
जी-20 में शामिल नेताओं के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से डिनर का आयोजन किया जा रहा है. ये डिनर भारत मंडपम में है. इसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्री भी शामिल होने वाले हैं. इस डिनर में मेहमानों को खास तौर पर मिलेट्स भी परोसे जाएंगे.
जी20 में पीएम मोदी ने दुनिया के सामने कुछ सुझाव रखे. उन्होंने कहा, 'समय की मांग है कि सभी देश फ्यूल ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव है कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 परसेंट तक ले जाने के लिए इनिशिएटिव लिया जाए.या फ़िर, global good के लिए हम कोई और ब्लेंडिंग मिक्स निकालने पर काम करें, जिससे एनर्जी सप्लाई बनी रहे और climate भी सुरक्षित रहे. इस सन्दर्भ में, आज हम Global Biofuel Alliance लॉन्च कर रहे हैं. भारत आप सबको इससे जुड़ने के लिए आमंत्रित करता है.
ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया ने भारत के साथ मिलकर काम किया. उभरते देशों ने अहम भूमिका निभाई. कई दिनों तक बिना रुके बातचीत चलती रहीं. आखिरकार हमें कहना पड़ा कि लीडर (पीएम मोदी)" यही चाहते हैं. विदेश मंत्री ने मुझे भू-राजनीति पर दो उत्कृष्ट अधिकारी दिए, उन्होंने नायडू और ईनम गंभीर का जिक्र किया. एक बेहतरीन टीम वर्क ने हमें उस मुद्दे पर आम सहमति बनाने में मदद की जिस पर दुनिया आम सहमति से बचती रही है.
शेरपा अमिताभ कांत ने G20 घोषणा पत्र को लेकर कहा कि सभी घोषणाएं बहुत बड़े स्तर पर प्रभावी होंगी. हमने वित्तपोषण पर हरित विकास समझौता किया है. इसके साथ ही सतत विकास लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना भी लक्ष्य है. महिला नेतृत्व वाले विकास पर ध्यान दिया जाना प्रमुख उपलब्धियों में से एक है. इसके अलावा G20 नेताओं का फोकस AI और साइबर सुरक्षा पर भी है.
जी-20 घोषणा पत्र में यूक्रेन संघर्ष को लेकर कहा गया, हमने UNSC और UNGA में अपनाए गए अपने राष्ट्रीय पदों और प्रस्तावों को दोहराया. हमारे पास बेहतर भविष्य बनाने का अवसर है, किसी भी देश को गरीबी या किसी अन्य देश से लड़ने के बीच चयन नहीं करना चाहिए. हम लैंगिक अंतर को कम करने इसके साथ ही प्रभावी महिलाओं को पूर्ण व समान रूप से बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. निर्णय-निर्माताओं के रूप में अर्थव्यवस्था में भागीदारी भी तय करने को प्रतिबद्ध हैं.
जी20 को लेकर हो रही प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, भारत की G20 अध्यक्षता ने ऐसे समाधान तैयार किए हैं जो प्रत्येक सदस्य के साथ मेल खाते हैं. और सभी के लिए शेयर किए जाने वाला पाथ सामने रखते हैं. उन्होंने कहा कि बड़े, बेहतर और अधिक प्रभावी बहुपक्षीय विकास बैंकों के लिए G20 में समझौता हुआ. G20 वित्त ट्रैक पर उन्होंने कहा कि, क्रिप्टो एसेट्स पर स्पष्ट नीतियों के लिए वैश्विक प्रयास में तेजी आई है, इसे लेकर वैश्विक सहमति उभर रही है.
एस जयशंकर ने कहा कि, यह भी तय हुआ कि 'खाद्य सुरक्षा, पोषण और प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी भूमिका पर ध्यान दें. एक भावी गठबंधन के बारे में भी विस्तार से बताया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जी20 घोषणापत्र में परिवर्तन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान देने के साथ प्रौद्योगिकी की समावेशी भूमिका पर प्रकाश डाला गया है. जी-20 ने भारत को विश्व के लिए तैयार करने और विश्व को भारत के लिए तैयार करने में योगदान दिया है.'
जी-20 को लेकर एस जयशंकर ने कहा, 'ग्लोबल साउथ की आवाज को व्यक्त करने के लिए 125 देशों से परामर्श किया गया. जी20 असाधारण, सामाजिक भागीदारी और हमारी संस्कृति को प्रदर्शित करने का मौका है. इसने भारत को विश्व के लिए तैयार किया. घोषणा मजबूत टिकाऊ संतुलन पर केंद्रित है, इसमें हरित विकास समझौते की परिकल्पना की गई है.
जी20 लीडर्स घोषणा पत्र की स्वीकृति पर शेरपा अमिताभ कांत ने इसे यह शांति और समृद्धि का आह्नान बताया. उन्होंने X पर कहा कि, "सभी विकासात्मक और भू-राजनीतिक मुद्दों पर 100% सर्वसम्मति के साथ ऐतिहासिक और पथप्रदर्शक जी20 घोषणा पत्र स्वीकृत हुआ. यह आज की दुनिया में ग्रहों, लोगों के बीच शांति और समृद्धि के लिए एक शक्तिशाली आह्वान है.
पीएम मोदी ने कहा कि एक अच्छी खबर मिली है, हमारी टीम की कड़ी मेहनत और सभी के सहयोग से नई दिल्ली G20 नेतृत्व घोषणा पर सहमति बन गई है. मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि नई दिल्ली जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की घोषणा पर आम सहमति बन गई है. मैं घोषणा करता हूं कि इस घोषणा को स्वीकार कर लिया गया है. मैं इसे अपनाए जाने का ऐलान करता हूं. इस अवसर पर, मैं अपने शेरपा, मंत्रियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और इसे संभव बनाया.
#NewdelhiLeadersDeclaration निम्नलिखित पर केंद्रित है
- Strong, Sustainable, Balanced, and Inclusive Growth
- Accelerating Progress on #SDGs
- Green Development Pact for a Sustainable Future
- Multilateral Institutions for the 21st Century
- Reinvigorating Multilateralism
पीएम मोदी ने संयुक्त घोषणा को संभव बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए जी20 शेरपाओं, मंत्रियों और सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने जी-20 के दूसरे सत्र की शुरुआत से पहले धन्यवाद ज्ञापन किया. इसके बाद G-20 समिट के दूसरे सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इसमें पीएम मोदी का संबोधन जारी है. बता दें कि इस सत्र में 'वन फैमिली' पर चर्चा हो रही है. जी20 लीडर्स घोषणापत्र को मंजूरी दी गई है.
G-20 समिट के दूसरे सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इसमें पीएम मोदी का संबोधन जारी है. बता दें कि इस सत्र में 'वन फैमिली' पर चर्चा हो रही है. जी20 लीडर्स घोषणापत्र को मंजूरी दी गई है. इससे पहले वाले सत्र में पीएम मोदी ने भारत की ओर से कुछ सुझाव रखे थे. पीएम मोदी ने कहा, सबका प्रयास की भावना के साथ, आज G-20 के इस मंच पर भारत के कुछ सुझाव भी हैं. आज समय की मांग है कि सभी देश fuel ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव है कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 परसेंट तक ले जाने के लिए इनिशिएटिव लिया जाए. - या फिर, global good के लिए हम कोई और ब्लेंडिंग मिक्स निकालने पर काम करें, जिससे एनर्जी सप्लाई बनी रहे और climate भी सुरक्षित रहे. इस संदर्भ में आज हम Global Biofuel Alliance लॉन्च कर रहे हैं.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के समकक्ष शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने शनिवार को नई दिल्ली में मुलाकात की और बातचीत की. बंद कमरे में यह बैठक जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर हुई. तुर्की के संचार निदेशालय के अनुसार, नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को विकसित करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की.
पीएम मोदी ने कहा, सबका प्रयास की भावना के साथ, आज G-20 के इस मंच पर भारत के कुछ सुझाव भी हैं. आज समय की मांग है कि सभी देश fuel ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव है कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 परसेंट तक ले जाने के लिए इनिशिएटिव लिया जाए.
- या फिर, global good के लिए हम कोई और ब्लेंडिंग मिक्स निकालने पर काम करें, जिससे एनर्जी सप्लाई बनी रहे और climate भी सुरक्षित रहे. इस संदर्भ में आज हम Global Biofuel Alliance लॉन्च कर रहे हैं. भारत आप सबको इससे जुड़ने के लिए आमंत्रित करता है.
- पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए दशकों से Carbon Credit की चर्चा चल रही है. Carbon Credit इस भावना पर बल देता है कि क्या नहीं करना चाहिए। यह एक नकारात्मक नजरिया है. इस कारण, अक्सर इस बात पर ध्यान नहीं दिया जाता कि क्या सकारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए. सकारात्मक कदमों के लिए प्रोत्साहन की व्यवस्था का अभाव है.
- Green Credit हमें इसी का रास्ता दिखाता है. इस सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए मेरा प्रस्ताव है कि G-20 के देश, एक "Green Credit Initiative” पर काम की शुरुआत करें.
- आप सभी भारत के मून मिशन, चंद्रयान, की सफलता से परिचित हैं. इससे उपलब्ध होने वाला डेटा, पूरी मानवता के काम आने वाला है. इसी भावना से भारत "G20 Satellite Mission for Environment and Climate Observation” लॉन्च करने का प्रस्ताव भी रख रहा है.
- इससे मिलने वाले climate और weather डेटा सभी देशों, विशेषकर ग्लोबल साउथ के देशों के साथ शेयर किये जाएंगे. भारत G-20 के सभी देशों को इस initiative से जुड़ने के लिए आमंत्रित करता है.
पीएम मोदी ने कहा, COP-26 में भारत ने "Green Grids Initiative - One Sun, One World, One Grid” लॉन्च किया था. आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां बहुत बड़े पैमाने पर सोलर रिवॉल्यूशन चल रहा है. भारत के करोड़ों किसान अब नैचुरल फार्मिंग अपना रहे हैं. यह मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ Soil की, Earth की health को सुरक्षित रखने का भी बहुत बड़ा अभियान है. हमने भारत में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए National Green Hydrogen Mission भी लॉन्च किया है. G-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान भारत ने Global Hydrogen Ecosystem बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
पीएम मोदी ने कहा, भारत, आस्था, अध्यात्म और परंपराओं की डायवर्सिटी की भूमि है. दुनिया के अनेक बड़े धर्मों ने यहां जन्म लिया है. दुनिया के हर धर्म ने यहां सम्मान पाया है. "Mother of Democracy” के रूप में संवाद और लोकतांत्रिक विचारधारा पर अनंत काल से हमारा विश्वास अटूट है. हमारा वैश्विक व्यवहार, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’, यानि world is one family के मूल भाव पर आधारित है. विश्व को एक परिवार मानने का यही भाव, हर भारतीय को One Earth के दायित्व-बोध से भी जोड़ता है. One Earth की भावना से ही भारत ने Lifestyle for Environment Mission की शुरुआत की है. भारत के आग्रह पर और आप सबके सहयोग से पूरा विश्व इस साल International Year of Millets मना रहा है, और यह भी Climate Security की भावना से जुड़ा हुआ है.
दिल्ली में शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी-20 रात्रिभोज में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक शामिल नहीं होंगे. हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय ने पटनायक के जी20 कार्यक्रम में शामिल ना होने के पीछे कोई कारण नहीं बताया. सूत्रों ने बताया कि पटनायक का अगले साल एक साथ होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारी पर फोकस है. वे पार्टी नेताओं के साथ चर्चा कर रहे हैं. राष्ट्रपति ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा भारत सरकार के सभी कैबिनेट और राज्य सरकारों के मंत्रियों और सचिवों को आमंत्रित किया है. रात्रिभोज भारत मंडपम में भारत व्यापार संवर्धन संगठन परिसर के मल्टी-फंक्शन हॉल में आयोजित किया जाएगा.
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, वन अर्थ विषय पर जी20 शिखर सम्मेलन के प्रथम सत्र में भाषण दिया. मानव केंद्रित विकास को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया, जिस पर भारतीय संस्कृति ने हमेशा जोर दिया है. यह एक पृथ्वी की भावना के साथ है कि भारत ने LiFE मिशन जैसी पहल पर काम किया है. अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष पर जोर दिया है. ग्रीन ग्रिड पहल शुरू की है - एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड, सौर ऊर्जा का उपयोग, प्राकृतिक खेती और राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को प्रोत्साहित किया.
पहले सत्र को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने भी संबोधित किया. सिरिल रामफोसा ने कहा, हमें खुशी है कि जी20 ने अफ्रीकन यूनियन को जी20 के सदस्य के रूप में स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा, विकासशील अर्थव्यवस्थाएं जलवायु परिवर्तन का खामियाजा भुगत रही हैं. अफ्रीकी और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों के रूप में हमें गरीबी, असमानता और बेरोजगारी जैसी महत्वपूर्ण विकासात्मक चुनौतियों के बीच अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के कार्य का सामना करना पड़ता है. जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय गिरावट, अस्थिर उपभोग और उत्पादन और संसाधनों की कमी ऐसी चुनौतियां हैं, जिन्हें केवल सामूहिक रूप से और बड़ी एकजुटता के साथ निपटा जा सकता है. उन्होंने कहा, आम लोग विकास की चुनौतियों से निपटने के बजाय युद्ध के हथियारों पर अरबों डॉलर खर्च होते देखते हैं. विशेष रूप से विकास भागीदारों को निम्न और मध्यम आय वाले देशों में क्षमता निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की आवश्यकता है. जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से कोई भी देश अछूता नहीं है. इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम इस अस्तित्वगत संकट का सामूहिक रूप से, निर्णायक रूप से और तत्परता से जवाब दें. यह महत्वपूर्ण है कि औद्योगिक देश, जिनके पास साधन हैं और जो जलवायु परिवर्तन के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाते हैं, विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में सतत विकास का समर्थन करें.
सुबह 8:15 से 9:00 बजे- राजघाट पर नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का आगमन और राजघाट पर लीडर्स लाउंज के अंदर शांति दीवार पर हस्ताक्षर करेंगे.
सुबह 9:00 से 9:20 बजे- महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी. साथ ही महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीत का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा.
सुबह 9:20 बजे- नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख लीडर्स भारत मंडपम के लिए प्रस्थान करेंगे.
सुबह 9:40 से 10:15 बजे- शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम में नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का आगमन होगा.
सुबह 10:15 से 10:28 बजे- भारत मंडपम के साउथ प्लाजा, लेवल 2 में वृक्षारोपण समारोह होगा.
सुबह 10:30 से 12:30 बजे- समिट का तीसरा सत्र 'वन फ्यूचर' होगा. ये भारत मंडपम में होगा, जिसके बाद संयुक्त बयान जारी किया जाएगा.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक्स पर पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा, 15 साल पहले G20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए पहली बार एक साथ आए हैं. हम भारी चुनौतियों के समय मिल रहे हैं. दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी20 की ओर देख रही है. मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज जी20 शिखर सम्मेलन से इतर चार द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है. पीएम मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ आमने-सामने बैठकरे बातचीत करेंगे. द्विपक्षीय बैठकें जी20 स्थल पर दोपहर के भोजन के बाद होंगी. बता दें कि जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी इस वर्ष पहले ही भारत का दौरा कर चुके हैं.
PM मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, जी20 परिवार के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी यूनियन का स्वागत करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इससे जी20 मजबूत होगा और ग्लोबल साउथ की आवाज भी मजबूत होगी.
वैश्विक दक्षिण का प्रमुख समूह अफ्रीकीन यूनियन भी G20 में शामिल हो गया है. सभी सदस्य देशों ने पीएम मोदी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है. शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मोदी ने कहा, आप सभी के समर्थन से, मैं अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं. उसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर, अफ्रीकी संघ (एयू) के अध्यक्ष अजाली असौमानी को जी-20 की टेबल पर अपनी सीट लेने के लिए लेकर पहुंचे. AU एक प्रभावशाली संगठन है, जिसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं.
जी- 20 में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता के लिए आमंत्रित किया गया है. पीएम ने कहा, सबके साथ की भावना से ही भारत ने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी-20 की स्थायी सदस्यता दी जाए. मेरा विश्वास है कि इस प्रस्ताव पर हम सबकी सहमति है. आप सबकी सहमति से कार्यवाही शुरू होने से अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता के लिए आमंत्रित करते हैं.
पीएम मोदी ने विश्व में 'विश्वास का संकट' बताकर 'सबका साथ, सबका विकास' वाला मंत्र दिया. मोदी ने कहा, ये वो समय है, जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं. इसलिए हमें मानव शांति दृष्टिकोण के साथ अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है. कोरोना के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है. युद्ध ने इस विश्वास के संकट को और गहरा किया है. जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं. आज जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले वैश्विक तौर पर इस संकट को एक विश्वास और भरोसे में बदलें. यह हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है. इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ पथप्रर्दशक बन सकता है.
कोरोना के बाद विश्वास के अभाव का संकट आया है. युद्ध ने इस संकट को और गहरा कर दिया है. जब हम कोरोना को हरा सकते हैं तो आपसी चर्चा में विश्वास के संकट को भी दूर सकते हैं. ये हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मोरक्को में भूकंप की घटना पर दुख जताया और मदद का भरोसा दिलाया. पीएम ने जी-20 की अध्यक्षता के तौर पर सभी देशों का स्वागत किया. उन्होंने कहा, आज हम जिस स्थान पर एकत्रित हैं, यहां कुछ किमी दूर ढाई हजार साल पुराना स्तंभ लगा है. इस पर प्राकृतिक भाषा में लिखा है कि मानवता का कल्याण सदैव सुनिश्चित किया जाए. ढाई हजार साल पहले भारत की धरती ने ये संदेश पूरी दुनिया को दिया था. 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला है. दुनिया हमसे नए समाधान मांग रहे हैं. इसलिए हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है.
दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम विदेशी मेहमानों से गुलजार हो गया है. यहां थोड़ी देर में पहला सत्र शुरू होने वाला है. पहले सत्र में 'वन अर्थ' विषय पर चर्चा होगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी भारत मंडपम पहुंच गए हैं. यहां पीएम मोदी ने उनका वेलकम किया. बाइडेन को पीएम मोदी ने कोणार्क के सूर्य चक्र के बारे में जानकारी दी. पीएम मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान का भी स्वागत किया.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासिओ लूला डा सिल्वा, चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग भारत मंडपम पहुंच गए हैं. यहां उनका पीएम मोदी ने स्वागत किया.
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, टर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन भी भारत मंडपम पहुंच गए हैं.
भारत मंडपम में नाइजीरिया के पीएम बोला अहमद टीनूबू, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो संतामारिया, यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, संयुक्त मैक्सिकन के इकोनॉमी मिनिस्टर, रकेल ब्यूनरोस्त्रो सांचेज, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन पहुंच गए हैं. यहां प्रधानमंत्री मोदी ने सभी का स्वागत किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस, ओईसीडी (आर्थिक सहयोग और विकास संगठन) के महासचिव माथियास कॉर्मन, इवेला-विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक के नगोजी ओकोन्जो, कोमोरोस के राष्ट्रपति, अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी, ओमान वीसी असद बिन तारिक बिन तैमुर अल सईद का गर्मजोशी से स्वागत किया.
जी-20 के कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम में विदेशी मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद वेलकम कर रहे हैं. पीएम ने एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष और एडीबी के निदेशक मंडल के अध्यक्ष मासात्सुगु असकावा का स्वागत किया. इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के गिल्बर्ट एफ. होंगबो और आईएमएफ के एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का वेलकम किया.
G20 को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बयान जारी किया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट लिखा और कहा, नई दिल्ली में 18वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले जी20 देशों के सभी प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का हार्दिक स्वागत है. भारत की G20 प्रेसीडेंसी थीम, 'वसुधैव कुटुंबकम - एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य', टिकाऊ, समावेशी और मानव-केंद्रित विकास के लिए एक वैश्विक रोडमैप है. मैं जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों को इस दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में उनके प्रयासों में सफलता की कामना करती हूं.
G20 में 19 व्यक्तिगत देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. ये देश हैं ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका. इसी के साथ, जी 20 के सदस्य देश, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार के 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं.
जी-20 समिट का आज पहला दिन है. भारत को इस पल का बेसब्री से इंतजार था. शनिवार को सुबह सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में प्रगति मैदान में स्थित कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यक्रम को लेकर जानकारी ली और तैयारियों के बारे में जाना. पीएम मोदी ने यहां वैश्विक नेताओं का वेलकम करेंगे.
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस (GBA) को लेकर भारत के नेतृत्व वाली पहल को बड़े स्तर समर्थन मिलने लगा है. 19 देश और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठन पहले ही इसमें शामिल होने के लिए सहमत हो चुके हैं. समर्थन करने वाले G20 में शामिल 6 देश ब्राजील, अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, अर्जेंटीना, इटली हैं. आमंत्रित देशों (G20) में बांग्लादेश, सिंगापुर, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. अन्य सहायक राष्ट्र आइसलैंड, केन्या, गुयाना, पैराग्वे, सेशेल्स, श्रीलंका, युगांडा, फिनलैंड हैं. सहायक संगठनों में विश्व बैंक, एडीबी, डब्ल्यूईएफ, विश्व एलपीजी संगठन, सभी के लिए संयुक्त राष्ट्र ऊर्जा शामिल हैं. केन्या भी जीबीए का आरंभिक सदस्य बनने के लिए सहमत हो गया है.
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस (GBA) भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत प्राथमिकताओं में एक है. आज शाम 5 बजे जीबीए लॉन्च किया जाएगा. जीबीए के लिए अमेरिका और ब्राजील भारत का सहयोग कर रहे हैं. इन दोनों देशों का एथेनॉल उत्पादन में अहम भूमिका है. इसका समर्थन विश्व आर्थिक मंच, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा मंच और अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी जैसे संगठन भी कर रहे हैं. बायोफ्यूल को एनर्जी का सस्ता और टिकाऊ सोर्स माना जाता है. इसका उद्देश्य परिवहन क्षेत्र समेत सहयोग को सुविधाजनक बनाना और टिकाऊ जैव ईंधन के उपयोग को तेज करना होगा. इसकी घोषणा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप एस पुरी ने भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 के दौरान की थी.
सुबह 10:15: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 कार्यक्रम स्थल भारत मंडपम पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे.
सुबह 10:30: बाइडेन शिखर सम्मेलन के पहले सत्र 'वन अर्थ' में हिस्सा लेंगे.
दोपहर 1:35: राष्ट्रपति बाइडेन भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और वर्ल्ड बैंक के नेताओं के साथ एक ग्रुप फोटो में भाग लेंगे.
दोपहर 3:00: बाइडेन समिट के सेशन 2 'वन फैमिली' में हिस्सा लेंगे.
शाम 5:00: ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस ग्रुप फोटो में भाग लेंगे.
शाम 5:10: ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर और इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के लिए साझेदारी में भाग लेंगे.
रात 8:00: जी20 नेताओं के साथ रात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेंगे.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद 9-11 सितंबर तक भारत दौरे पर आए हैं. इस यात्रा के दौरान वो जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. 11 सितंबर को राजकीय यात्रा के लिए भारत में अपना प्रवास जारी रखेंगे. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2019 में राजकीय यात्रा पर भारत का दौरा किया था और यह उनकी भारत की दूसरी राजकीय यात्रा है. यह यात्रा अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की सफल यात्रा के बाद हो रही है.
सुबह 9:30 - 10:30 बजे: वैश्विक नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख भारत मंडपम पहुंचेंगे. ट्री ऑफ लाइफ फोयर में प्रधानमंत्री के साथ स्वागत फोटो. फिर लीडर्स लाउंज, लेवल 2 पर इकट्ठा होंगे.
सुबह 10:30 बजे - दोपहर 1:30 बजे: समिट हॉल में पहला सेशन 'वन अर्थ' होगा. उसके बाद वर्किंग लंच.
दोपहर 1:30 - 3:30 बजे: विभिन्न द्विपक्षीय बैठकें होंगी. जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और जापान के साथ द्विपक्षीय बैठकें होंगी.
दोपहर 3:30 - 4:45 बजे: शिखर सम्मेलन स्थल पर दूसरा सेशन 'वन फैमिली' होगा. उसके बाद नेता अपने होटल लौट जाएंगे.
शाम 7 बजे - रात 8 बजे: नेता और प्रतिनिधिमंडल प्रमुख रात्रिभोज के लिए पहुंचेंगे, जिसकी शुरुआत एक स्वागत फोटो के साथ होगी.
रात 8 बजे - रात 9 बजे: रात्रिभोज और चर्चाएं होंगी.
रात 9 बजे - 9:45 बजे: पहले दिन के कार्यक्रम के समापन के लिए भारत मंडपम में लीडर्स लाउंज में एकत्रित होंगे.
भारत मंडपम में आज से वैश्विक मुद्दों पर होगा महामंथन, जानें G20 समिट का पूरा शेड्यूल
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुलाकात की. बाइडेन ने भारत की G20 अध्यक्षता की सराहना की. दोनों नेताओं ने विश्वास जताया कि जी20 शिखर सम्मेलन के नतीजे सतत विकास में तेजी लाने, बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने और सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए समावेशी आर्थिक नीतियों के आसपास आम सहमति बनाने के साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाएंगे. 50 मिनट से अधिक की बातचीत में मोदी और बाइडेन ने भारत द्वारा 31 ड्रोन की खरीद और जेट इंजन के संयुक्त विकास में आगे बढ़ने का स्वागत किया.
मोदी-बाइडेन के बीच 52 मिनट बातचीत, स्पेस-रक्षा और AI क्षेत्र में सहयोग समेत इन मुद्दों पर बनी सहमति
जी20 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले तक यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नेताओं के घोषणा पत्र में यूक्रेन संकट का जिक्र होगा या नहीं. दरअसल, चीन इस विवादास्पद मुद्दे पर मतभेदों को पाटने में मुख्य बाधा बनकर उभरता दिख रहा है. सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि यूक्रेन संघर्ष के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन समेत कुछ अन्य प्रस्तावों पर आम सहमति तक पहुंचने में चीन मुख्य बाधा बनकर उभरा है. उन्होंने कहा कि सभी पेचीदा मुद्दों पर बातचीत जारी है और सकारात्मक नतीजे आने की उम्मीद है. सूत्रों ने बताया कि जी7 देश यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ के बिना किसी भी घोषणा पत्र पर सहमत नहीं हुए हैं. साथ ही अन्य पेचीदा मुद्दे भी हैं. एक सूत्र ने यह भी कहा कि हमें उम्मीद है कि वे मान जाएंगे. रूस और चीन दोनों पिछले साल बाली के घोषणा में यूक्रेन संघर्ष पर दो पैराग्राफ पर सहमत हुए थे, लेकिन इस साल वे इससे पीछे हट गए, जिससे भारत के लिए मुश्किलें पैदा हो गईं.
'महान शक्ति के रूप में स्थिति मजबूत कर सकता है भारत', G-20 समिट पर चीनी अखबार का संपादकीय
जी-20 समिट में शामिल होने के लिए जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया गया.
पीएम मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो का स्वागत किया है. उन्होंने X पर एक बयान में कहा, स्वागत है राष्ट्रपति जोको विडोडो. जकार्ता में शिखर सम्मेलन के बाद जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आपको दिल्ली में देखना अद्भुत है.
जी-20 समिट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा का भारत में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. मैं हाल ही में जोहान्सबर्ग में उनसे मिला था और जी20 शिखर सम्मेलन में उनसे दोबारा मिलने का अवसर पाकर खुश हूं. विभिन्न विषयों पर उनके विचारों का बेसब्री से इंतजार रहेगा.
भारत में जी20 समिट पर पूरी दुनिया की नजरें हैं. विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. इस समिट को लेकर arabnews ने एक आर्टिकल में इसे एक नई दृष्टि देने वाला बताया है. आर्टिकल में कहा गया है कि विकासशील दुनिया के हितों से जी-7 देशों की धीरे-धीरे दूरी प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं को एक-दूसरे के साथ अधिक निकटता से काम करने का अवसर प्रदान कर रही है, जो वैश्विक परिवर्तन के लिए एक नई दृष्टि के साथ देखने को मिलती है और वैश्विक दक्षिण के हितों को प्राथमिकता देती है. आगे कहा, सऊदी अरब और भारत, समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर काम करके इस चुनौती को प्रभावी ढंग से पूरा कर सकते हैं. शिखर सम्मेलन के बाद नई दिल्ली में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की पीएम मोदी से मुलाकात होगी. दोनों नेता मिलकर एक नई वैश्विक आर्थिक व्यवस्था को आकार दे सकते हैं.