दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एमसीडी प्रभारी जितेंद्र कुमार कोचर ने उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना को पत्र लिखकर अपील की है कि बिना किसी देरी के तुरंत मेयर चुनाव कराने के लिए फाइल को मंजूरी दी जाए. उन्होंने कहा कि एमसीडी पिछले एक साल से स्थायी समिति, वार्ड समितियों और विभिन्न अन्य समितियों की अनुपस्थिति से जूझ रही है.
जितेंद्र कुमार कोचर ने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में उनसे चुनाव रोकने की भाजपा की पक्षपातपूर्ण राजनीति से दूर रहने और सत्तारूढ़ दल को मेयर और डिप्टी के पदों पर चुनाव कराने की अनुमति देने की अपील की. उन्होंने कहा कि यदि चुनाव में देरी हुई, तो जो भी मेयर और डिप्टी मेयर बनेगा, उसे पद पर दस महीने से भी कम समय मिलेगा, जिससे एमसीडी के कामकाज में गंभीर बाधा आएगी.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, मेयर चुनाव में देरी न हो
दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता अनुज अत्रे ने कहा कि मेयर चुनाव में देरी नहीं की जानी चाहिए. क्योंकि दिल्ली में 90 प्रतिशत काम दिल्ली नगर निगम के दायरे में आता है और इसके कामकाज में किसी भी बाधा का सीधा असर राजधानी में नागरिक सेवाओं पर पड़ेगा. इसके अलावा दिल्ली की सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी दिल्ली में मेयर चुनाव रद्द कराने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है, जो लोकतंत्र की गरिमा के खिलाफ है. अनुज अत्रे ने कहा कि बाबा साहेब के बनाये संविधान के अनुसार देश को चलाना सभी की जिम्मेदारी है और सभी दलों को उसी के अनुरूप आचरण करना चाहिए.
क्या है परंपरा, जिसे तोड़ने की बात की जा रही?
मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव कराने की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी की होती है. तत्कालीन मेयर अगले मेयर चुनाव में दोबारा प्रत्याशी नहीं है, तो ऐसे में निगम में परंपरा रही है कि पूर्व मेयर को ही पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाता है.आम आदमी पार्टी को लग रहा है कि एलजी इस परंपरा को तोड़कर कोई नई व्यवस्था बना सकते हैं.
राम किंकर सिंह