दिल्ली में नकली आर्मी लेफ्टिनेंट गिरफ्तार... युवती से ऐसे ठगे 70 हजार रुपये, हैरान कर देगी ठगी की कहानी

1 सितंबर 2025 को फर्श बाजार थाना पुलिस को पीसीआर कॉल मिली, जिसमें शिकायतकर्ता दामिनी (28 वर्ष), निवासी भोला नाथ नगर, फर्श बाजार ने बताया कि एक युवक ने शादी का झांसा देकर उससे ठगी की है. आरोपी खुद को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (पैराकमांडो) बताता था. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी के पिता सेना से हवलदार पद से रिटायर हुए हैं.

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आरोपी कानपुर में रहकर छोटे-मोटे काम करता था (Photo- ITG) आरोपी कानपुर में रहकर छोटे-मोटे काम करता था (Photo- ITG)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 04 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:57 PM IST

दिल्ली पुलिस की फर्श बाजार थाना टीम ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो खुद को पैराकमांडो लेफ्टिनेंट बताकर लोगों को धोखा दे रहा था. आरोपी ने शादी का झांसा देकर एक युवती से 70 हजार रुपए ठग लिए. पुलिस ने उसके पास से सेना की वर्दी और फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किया है.

दरअसल, 1 सितंबर 2025 को फर्श बाजार थाना पुलिस को पीसीआर कॉल मिली, जिसमें शिकायतकर्ता दामिनी (28 वर्ष), निवासी भोला नाथ नगर, फर्श बाजार ने बताया कि एक युवक ने शादी का झांसा देकर उससे ठगी की है. आरोपी खुद को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (पैराकमांडो) बताता था.

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जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता नोएडा में मेडिकल स्टोर चलाती हैं. कुछ समय पहले उनकी मुलाकात आरोपी दीपांशु (23), निवासी संजीव नगर, कानपुर से एक शादी समारोह में हुई थी. दीपांशु ने खुद को पैराकमांडो लेफ्टिनेंट बताकर दामिनी से नजदीकियां बढ़ाईं और कई बार सेना की वर्दी पहनकर मिलने भी आया.

धीरे-धीरे उसने पैसों की ज़रूरत का बहाना बनाकर दामिनी से करीब 70,000 रुपये नकद और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए ले लिए. जब दामिनी को उस पर शक हुआ, तो उन्होंने 1 सितंबर को मिलने के समय पीसीआर कॉल की. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में खुलासा

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी के पिता सेना से हवलदार पद से रिटायर हुए हैं. दीपांशु ने एनडीए की परीक्षा दी थी लेकिन पास नहीं हो पाया. अपने परिवार को सच बताने के डर से उसने एनडीए की पासआउट लिस्ट से एक हमनाम का नाम दिखाकर परिवार को झूठ बोल दिया कि वह चयनित हो गया है और प्रशिक्षण के लिए खड़कवासला जा रहा है.

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असल में वह कानपुर में रहकर छोटे-मोटे काम करता रहा. एक शादी समारोह में उसकी मुलाकात दामिनी से हुई और उसने खुद को लेफ्टिनेंट पैराकमांडो बताकर धोखा दिया. यहां तक कि उसके माता-पिता को भी इस झूठ की जानकारी नहीं थी. पुलिस ने आरोपी के पास से एक आर्मी लेफ्टिनेंट की वर्दी, सेना का फर्जी पहचान पत्र बरामद किया है.

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