छठ की तैयारियों को लेकर दिल्ली सरकार ने आज बड़ी बैठक बुलाई है. मंत्री कैलाश गहलोत की अगुवाई में होने वाली इस बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी, दिल्ली की तमाम एजेंसियां और आम आदमी पार्टी के विधायक मौजूद रहेंगे. दिल्ली सरकार अलग-अलग विधानसभाओं में छठ के इंतजाम को लेकर आज चर्चा करेगी.
दिल्ली में विधानसभा चुनावों की भले ही औपचारिक घोषणा न की गई हो लेकिन चुनाव बेहद नजदीक हैं. राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में युद्ध स्तर से जुटी हैं, इसी बीच आम आदमी पार्टी(AAP) पूर्वांचली वोटरों को लुभाने के लिए पूरी तरह से तैयारी में जुटी है.
दिल्ली में जहां पूर्वांचल के वोटरों को साधने के लिए बीजेपी के बाद मनोज तिवारी जैसे दिग्गज गायक और अभिनेता हैं, वहीं आम आदमी पार्टी अपने कार्यक्रमों के आयोजन के जरिए वोटरों के भुनाने की कोशिश कर रही हैं.
बीते साल छठ पूजा पर दिल्ली में हर सत्तारूढ़ सरकार की नजर रहती है. इसे पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने शुरू किया था. साल 2017 में जहां दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 600 जगहों पर छठ पूजा का आयोजन किया था वहीं 2018 में 1000 जगहों पर दिल्ली सरकार ने पूजा का आयोजन किया था. इस बार भी इस बैठक में छठ पर अहम फैसला लिया जा सकता है.
छठ पर्व के बारे में यह धारणा है कि यह मुख्य रूप से बिहारवासियों का पर्व है. इसके पीछे कारण यह है कि इस पर्व की शुरुआत अंगराज कर्ण से माना जाता है. अंग प्रदेश वर्तमान भागलपुर है जो बिहार में स्थित है.
ऐसे में बिहार के लोग दिल्ली में बड़ी संख्या में बसे हैं, छठ में सरकार की तैयारियों को इससे जोड़कर भी देखा जाता है. इस बार छठ पर्व 2 नवंबर को मनाया जाएगा , इसके मद्देनजर जोरों शोरों से तैयारियां की जा रही हैं.
पंकज जैन