विज्ञापन मामले में बोली दिल्ली सरकार- प्रशासनिक स्तर पर हुई गलती, जांच जारी

दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक, ये गलती प्रशासनिक स्तर पर हुई है. सरकार इस मामले की जांच कर रही है, जो भी इस मामले में दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो) दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2020,
  • अपडेटेड 5:19 PM IST

  • 'सरकार पूरे मामले की जांच कर रही'
  • 'गलती प्रशासनिक स्तर पर हुई'

दिल्ली सरकार की ओर से समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए गए एक विज्ञापन में सिक्किम को नेपाल और भूटान के साथ अलग देश के तौर पर भारत से अलग बताया गया है. इस विज्ञापन को लेकर सवाल उठने लगे हैं. विवाद बढ़ने के बाद दिल्ली सरकार ने सफाई दी है. दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक, ये गलती प्रशासनिक स्तर पर हुई है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस मामले की जांच कर रही है, जो भी इस मामले में दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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ये भी पढ़ें- दिल्ली सरकार के विज्ञापन में सिक्किम को बताया भारत से अलग, उठे सवाल

क्या है पूरा मामला

बताया जाता है कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से सिविल डिफेंस के सदस्यों की भर्ती के लिए अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराया गया. इस विज्ञापन में आवेदन के लिए पात्रता के कॉलम में लिखा गया कि भारत का नागरिक हो या नेपाल, भूटान या सिक्किम की प्रजा हो. नेपाल और भूटान के साथ सिक्किम को भी भारत से अलग दिखाया गया है. इस विज्ञापन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फोटो भी छपी है.

दिल्ली सरकार का विज्ञापन

इस विवादित विज्ञापन के साथ ही कोरोना वायरस से दिल्ली में हुई मौतों के मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर रही अरविंद केजरीवाल की सरकार ने विपक्ष को हमलावर होने का एक और मौका दे दिया था.

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गौरतलब है कि साल 1975 में भारत का अंग बना सिक्किम, उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ के गठन से पहले देश का सबसे नया राज्य हुआ करता था. बता दें कि दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला है.

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