दिल्ली के अनाज मंडी के बाद अब मुंडका इलाके में एक लकड़ी के गोदाम में आग लगने का मामला सामने आया है. आग की सूचना मिलने पर दमकल विभाग की 21 गाड़ियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. हालांकि आग की इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
इससे पहले दिल्ली के रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी इलाके में एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें 43 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा कई लोग आग में झुलस गए थे. जब यह आग लगी थी, उस समय वहां काम करने वाले मजदूर सो रहे थे.
इस आग की चपेट में आसपास की दो और इमारतें आ गई थीं. इस घटना के बाद भीड़भाड़ वाले इलाके में 200 वर्ग गज के क्षेत्र में बैग बनाने की फैक्टरी चलाने वाले रेहान के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घटनास्थल पर पहुंचे थे. दिल्ली सरकार ने हादसे में मरने वाले के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था. इसके अलावा पीएम मोदी ने मृतकों के परिवारों दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया था.
इससे भी पहले 13 जून 1997 को दक्षिणी दिल्ली के ग्रीन पार्क इलाके में स्थित उपहार सिनेमा में ऐसी ही घटना घटी थी, जिसमें 59 लोगों की जान चली गई थी और 100 से अधिक लोग झुलस गए थे.
चिराग गोठी