विश्व भर में प्रसिद्ध बौद्ध धर्म नगरी बोधगया अभी भी आतंकी संगठनों के निशाने पर है. खुफिया विभाग ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है. अलर्ट के मद्देनजर महाबोधि मंदिर की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. एक महीने पहले यानी 19 जनवरी को बोधगया के महाबोधि मंदिर के पास भारी मात्रा में विस्फोटक मिले थे. अभी उसकी जांच चल रही है.
इस बीच खुफिया विभाग ने फिर से अलर्ट जारी कर दिया है. इस अलर्ट के बाद गया जिला प्रशासन ने महाबोधि मंदिर तक सभी प्रकार के वाहनों के जाने पर रोक लगा दी है. इसके बाद कोई भी वाहन महाबोधि मंदिर के आसपास नहीं जा सकते हैं. गया के जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि ये व्यवस्था मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है.
महाबोधि मंदिर पहले से भी आतंकियों के निशाने पर रहा है. 2013 में आतंकी यहां सीरियल ब्लास्ट कराने में सफल हो गए थे. हांलाकि, उस समय ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. पिछले महीने भी महाबोधि मंदिर के पास भारी विस्फोटक मिले थे. कालचक्र पूजा में तमाम कड़ी सुरक्षा के बीच ये विस्फोटक कैसे मंदिर तक पहुंचे, इसके बारे में जांच ऐजेंसियों ने अभी तक खुलकर नहीं बताया है. जबकि, बौध धर्म गुरु दलाई लामा भी उस समय बोधगया में मौजूद थे.
सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर जिला प्रशासन ने बोधगया में ट्रैफिक की नई व्यवस्था लागू की है. जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया की आतंकी वाहनों में विस्फोटक रख कर या विस्फोटकों से भरे वाहन को मंदिर क्षेत्र में ले जाकर भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस कारण महाबोधि मंदिर क्षेत्र में आम गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगाना सुरक्षा के लिहाज से काफी जरूरी है.
उन्होंने बताया की यहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को परेशानी न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है और जो वहां के होटल, ट्रैवल एजेंसी और बौद्ध मठ हैं या वहां के स्थानीय नागरिक हैं, सभी के लिए सुरक्षा पास निर्गत किया जाएगा. इसके बाबजूद भी वे महाबोधि मंदिर के नजदीक रास्ते से नहीं गुजर कर वैकल्पिक मार्ग से गुजरेंगे. यहां तक कि सभी दो पहिया वाहनों की एंट्री पर भी बैन लगा दिया गया है.
अजीत तिवारी / सुजीत झा