क्यों नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव ने बताया बिहार की मीडिया का ब्यूरो चीफ?

दरअसल, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर आरोप लगाया कि बिहार में हत्या और अपराध का ग्राफ निरंतर बढ़ता जा रहा है. मगर इसके बावजूद ये खबरें मीडिया की सुर्खियां नहीं बनती, जिसकी वजह नीतीश कुमार हैं.

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आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Courtesy- ANI) आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Courtesy- ANI)

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 28 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 12:05 AM IST

  • क्राइम ग्राफ बढ़ने की खबरें सुर्खियां नहीं बनने पर तेजस्वी ने नीतीश को घेरा
  • तेजस्वी बोले- नीतीश कुमार को बिहार की मीडिया की एडिटिंग पर पूरा भरोसा

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव एक बार फिर से आक्रामक मूड में आ गए हैं. उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला बोला है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार की मीडिया का 'ब्यूरो चीफ' बताया है. तेजस्वी यादव के नीतीश कुमार पर ताजा हमले की वजह यह है कि सूबे में क्राइम ग्राफ बढ़ने की खबरें मीडिया की सुर्खियां नहीं बनती हैं.

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दरअसल, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर आरोप लगाया कि बिहार में हत्या और अपराध का ग्राफ निरंतर बढ़ता जा रहा है. मगर इसके बावजूद ये खबरें मीडिया की सुर्खियां नहीं बनती, जिसकी वजह नीतीश कुमार हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में औसतन 50 हत्याएं हो रही हैं. प्रशासन सत्ता की हनक और सनक के सामने अपनी कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है.

तेजस्वी ने कहा कि बिहार में अपराध बढ़ने के बावजूद नीतीश कुमार बेफिक्र इस वजह से बैठे हैं, क्योंकि उन्हें मीडिया की एडिटिंग पर पूरा भरोसा है. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार मीडिया पर लगाम लगा रहे हैं, ताकि जनता को बिहार की सच्चाई के बारे में कुछ पता न चले.

उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार में जरा भी नैतिकता बची है, तो उन्हें अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि अपराध पर लगाम लगाने में वो पूरी तरह से विफल रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिद्धांत विहीन राजनीति कर रहे हैं. उनके शासन में अपराधियों को सत्ता का पूरा संरक्षण हासिल है.

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तेजस्वी यादव ने कहा कि पुलिस का एकमात्र काम सत्तारूढ़ दलों की घृणित राजनीति के प्यादे के रूप में अपनी उपयोगिता सिद्ध करना रह गया है. अफसर सत्तारूढ़ नेताओं की गाड़ियों में घूम रहे हैं और अपराधी सरकारी गाड़ियों में सैर-सपाटा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के हत्यारों, बलात्कारियों और शराब माफियाओं को अपने घर के अंदर तक का एंट्री पास देते हैं. ऐसे में पुलिस का क्या मनोबल रह जाएगा?

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