बीजेपी में मनोज तिवारी की तरक्की का असर भोजपुरी फिल्मों के कलाकारों को लुभाता रहा है. रविकिशन के बाद अब अभिनेता, गायक पवन सिंह ने बीजेपी ज्वॉइन किया है. जब लगावेलु लिस्टिक... हिले ला आरा डिस्ट्रिक्ट... लॉलीपॉप लागेलु लू गाने से मशहूर पवन सिंह बिहार के आरा जिले से हैं.
गौर करने की बात ये है कि पवन सिंह का रुझान बीजेपी की ओर पहले से ही रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान आरा में प्रधानमंत्री की रैली के लिए भी पवन सिंह मंच पर मौजूद थे. प्रधानमंत्री ने इस रैली में भोजपुरी में भाषण की शुरुआत की थी.
पवन सिंह ने 2007 में रंगीली 'चुनरिया तोहरे नाम..' फिल्म से अपने अभिनय की शुरुआत की. इससे पहले पवन सिंह सिंगिंग में खूब नाम कमा चुके थे. उनका पहला एलबम 1997 में ओढ़निया वाली के नाम से आया. इसके बाद 2005 में म्यूजिक एलबम 'कांच कसैली' ने उन्हें सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाया. 2016 में उन्हें इंटरनेशनल भोजपुरी फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया.
विवादों में रहा है नाम
खबरों के मुताबिक 8 मार्च 2015 को पवन सिंह की पत्नी नीलम सिंह ने अपने घर पर आत्मत्या कर ली थी. इसको लेकर पवन सिंह का नाम विवादों में रहा. इसके अलावा एक गाने 'सानिया मिर्जा के नथुनिया जान मारे ला...' को लेकर भी पवन सिंह विवादों में रहे हैं.
खबरों के मुताबिक वाराणसी की ज्यूडिशियल कोर्ट ने पुलिस को 2 म्यूजिक कंपनियों और 3 भोजपुरी सिंगरों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए थे. हालांकि पवन सिंह पर भोजपुरी गानों और फिल्मों के जरिए अश्लीलता फैलाने का आरोप लगता रहा है.
10 सितंबर 2009 को प्रबोधिनी फाउंडेशन की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एफआईआर के आदेश दिए थे. याचिकाकर्ता ने पवन सिंह सहित तीन गायकों पर अश्लीलता फैलाने और टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की छवि को खराब करने का आरोप लगाया था.
इससे पहले दिल्ली में एमसीडी चुनाव के दौरान भोजपुरी फिल्मों के बड़े अभिनेता रविकिशन ने बीजेपी ज्वॉइन किया. रविकिशन बीजेपी से पहले कांग्रेस में थे और पार्टी के टिकट पर जौनपुर से चुनाव भी लड़ चुके हैं. हालांकि चुनावी जीत उनसे दूर रही. मनोज तिवारी के इसी साल दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बनने के बाद रविकिशन भी बीजेपी में शामिल हो गए.
अखिलेश के साथ है निरहुआ
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों का राजनीतिक रुझान साफ झलकता रहा है. सुपरस्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ चुनावी प्रचार में जुटे थे. कई रैलियों और सभाओं में उन्होंने अखिलेश यादव के लिए प्रचार किया. उनका पूरा परिवार मुलायम सिंह के करीबियों में से है.
नंदलाल शर्मा / अनिंद्य बनर्जी