ऐसे कई बच्चे हैं कि जिनके माता-पिता या तो अब इस दुनिया में नहीं हैं या उन्हें हमेशा के लिए छोड़ दिया है. यूनिसेफ के अनुसार, दुनिया में लगभग 15 करोड़ अनाथ हैं. इसमें से 10 लाख भारत में ही हैं. सिंधुताई सपकाल ने अपना पूरा जीवन ऐसे ही अनाथ बच्चों को सौंप दिया. 71 साल की सिंधुताई 1400 से ज्यादा बच्चों की मां और हजार से ज्यादा की दादी हैं. समाज में अनुकरणीय योगदान के लिए सिंधुताई सपकाल को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों से 270 से अधिक पुरस्कार मिले हैं. कोलगेट इंडिया और इंडिया टुडे ग्रुप उनके मातृत्व और समाज के प्रति निस्वार्थ सेवा को सलाम करता है. वीडियो में देखिए हजारों अनाथों की मां सिंधुताई सपकाल की कहानी.