मॉनसून ही नहीं, हर मौसम में डेंगू से ऐसे कर सकते हैं अपना बचाव

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इस साल दिल्ली, कोलकाता जैसे महानगरों से लेकर उत्तराखंड, बिहार, यूपी, कर्नाटक और केरल जैसे तमाम राज्यों के कई शहरों में डेंगू का प्रकोप देखा गया.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

देश के कई हिस्सों में डेंगू का हम प्रकोप देख रहे हैं. डेंगू के बारे में एक आम गलतफहमी यह है कि ये सिर्फ मॉनसून में होता है, जबकि तथ्य यह है कि अब डेंगू का प्रकोप साल भर रहता है और वास्तव में यह एक बारहमासी रोग बन गया है.

यह विषाणुजनित रोग है और इसके विषाणु या वायरस अपने बचाव के लिए बार-बार बदलाव करते रहते हैं. इसी वजह से अब डेंगू किसी एक इलाके या सीजन की बात नहीं रहा. इसी साल की बात करें तो दिल्ली, कोलकाता जैसे महानगरों से लेकर उत्तराखंड, बिहार, यूपी, कर्नाटक, केरल जैसे तमाम राज्यों के कई शहरों में डेंगू का प्रकोप देखा गया.

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नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के मुताबिक देश भर में डेगू के 14,233 मामले सामने आए हैं. केरल में 22 जुलाई तक 2897 मामले सामने आए, जबकि इस बीमारी से 21 लोगों की मौत हुई.कर्नाटक में करीब 1903 मामले अब तक सामने आ चुके हैं.

हम एक ऐसे ही केस स्टडी में यहां देख सकते हैं कि किस तरह से वरुण नामक युवक ऐसे समय डेंगू के शि‍कार हुए, जब वह सोच रहे थे कि अब तो डेंगू हो ही नहीं सकता.

जानिये एक डेंगू पेशेंट की कहानी

फरवरी 2016 की बात है. वरुण को अपने मम्मी—पापा के एनिवर्सरी के लिए देहरादून जाना था. उसको हल्का बुखार था. सोचा मामूली बुखार होगा, इसलिए दवा खायी और अपने घर के लिए चल पड़ा. लेकिन देहरादून पहुंचने पर मामला और बिगड़ गया. बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा था और उसको उल्टियां होने लगीं.

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उसकी मां उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले गईं. डॉक्टर ने जब डेंगू का टेस्ट कराने को कहा तो वे चौंक गईं. फरवरी के महीने में डेंगू? डॉक्टर ने बताया कि डेंगू कभी भी हो सकता है, साल भर में किसी भी महीने में. डॉक्टर की आशंका सच साबित हुई. उसे डेंगू था और प्लेटलेट्स काफी घटकर 20,000 तक पहुंच गए थे.

उसे तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट किया गया और इस पूरे हालात से उबरने में उसे करीब एक महीने लग गए. इस घटना ने उसके परिवार के मन में यह बात बिठा दी कि एक मच्छर भी कितना खतरनाक साबित हो सकता है. यही नहीं, डॉक्टर ने यह भी बताया कि डेंगू किसी व्यक्ति को बार—बार हो सकता है. यानी ऐसा नहीं है कि किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू हो गया तो उसे फिर नहीं होगा. इसके बाद से यह परिवार डेंगू को लेकर काफी चौकन्ना और सतर्क रहता है.

कैसे होता है डेंगू

डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है. इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते बनने शुरू हो जाते हैं. डेंगू बुखार बहुत ही दर्दनाक और अक्षम कर देने वाली बीमारी है. इसमें मरीज के शरीर में दर्द बहुत ज्यादा होता है, इसलिए इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है. यह ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति की जान भी ले सकती है.

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डेंगू की वजह से कई बार शरीर में पानी की कमी, लगातार शरीर से खून निकलना, प्लेटलेट्स घटना, रक्तचाप कम होना, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी, लीवर को क्षति पहुंचना इत्यादि प्रकार की बीमारियां होने लगती हैं.

सिर्फ एक मच्छर काटने से भी हो सकता है डेंगू

ध्यान रहे यह जरूरी नहीं कि आपको बार-बार मच्छर काटते हैं, तो ही डेंगू होता है. एक बार भी अगर इस मच्छर ने आपको काट लिया तो आपके रक्त में यह वायरस पहुंच सकता है और आपको डेंगू हो जाएगा.

डेंगू से कैसे बचें

डेंगू की रोकथाम के लिए जरुरी है कि डेंगू के मच्छरों के काटने से अपने शरीर को बचाएंऔर इन मच्छरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाए. एडीज इजिप्टी नामक मच्छरजिसके काटने से डेंगू होता है, वह साफ रुके हुए पानी जैसे कूलर, एसी, गमले आदि में पनपता है. ऐसी जगहों पर पानी जमा न होने दें. डेंगू के मच्छर अक्सर कोनों में छिप जाते हैं, इसलिए घर के कोने-कोने में काला हिट का छिड़काव करें. डेंगू वायरस से जल्द निजात पाने के लिए इसके लक्षणों को पहचान कर सही समय पर डॉक्टर की सलाह लें.

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