वडोदरा का सबसे प्रख्यात संस्थान, Parul University हाल ही में सरकार के शैक्षणिक विभाग, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् से सबसे कम समय में A++ ग्रेडिंग पाने वाली निजी यूनिवर्सिटी बन गई है. यूनिवर्सिटी को मिली यह ग्रेडिंग यहां पर शिक्षा के स्तर को बताने के लिए काफी है. इस संस्थान की स्थापना को बेहद ही कम समय हुआ है, लेकिन इसने शैक्षणिक जगत में अपना अलग नाम बना लिया है. साथ ही, अगर नज़र डाली जाए संस्थानी की सफ़लता पर, तो पता चलता है कि यहां फैकल्टी के सदस्य विश्वस्तरीय शिक्षा दे रहे हैं, खासतौर पर STEM विषयों में.
अपनी फैकल्टी के बारे में बोलने पर, डॉ.पारुल पटेल, वाइस प्रेसिडेंट, Parul University ने कहा, हम यह बात अच्छी तरह समझते हैं कि शिक्षक अपने छात्रों की प्रगति में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं और संस्थान भी छात्रों का इसी तरह मार्गदर्शन करता है. इसलिए हम पूरी कोशिशों के साथ, देश के सबसे बेहतरीन शिक्षकों को अपने संस्थान में लेकर आए. छात्रों की व्यावसायिक समझ बढ़ाने में उनका मार्गदर्शन करने से लेकर, रिसर्च में मदद करने तक, Parul University में फैकल्टी के सदस्य लगातार छात्रों को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं. सबसे अहम बात यह है कि हमारे शिक्षक अपने इस आदरणीय पद के हिसाब से ही छात्रों को नैतिक शिक्षा भी देते हैं और उन्हें ज़िम्मेदार और संवेदनशील बनना सिखाते हैं, ताकि भविष्य में देश को आदर्श नागरिक मिल पाएं.
यह पढ़ाने वाले स्टाफ़ में IIT, NIT, IISC जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के बेहतरीन शोधकर्ता, पूर्व छात्र, और शिक्षाविद हैं. साथ ही, इंडस्ट्री के विशेषज्ञ भी यहां करिकल बनाने के साथ-साथ छात्रों के मार्गदर्शन में भी मदद करते हैं. इसके अलावा, फैकल्टी के सदस्यों की पुरज़ोर कोशिशों का नतीजा यह है कि इस यूनिवर्सिटी का इनोवेशन और व्यावसायिक पाठ्यक्रम में बेहतरीन प्रदर्शन है और यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं.
इनोवेशन की बात की जाए, तो Parul University की बेहतरीन फैकल्टी ने 180 से ज़्यादा नए स्टार्ट-अप खोलने में अहम भूमिका निभाई है, जिन्होंने अब तक 8.6 करोड़ जुटा लिए हैं. फैकल्टी के बेहतरीन मार्गदर्शन से इन स्टार्टअप ने सिर्फ़ 30 करोड़ से ज़्यादा रेवेन्यू ही नहीं जुटाया, बल्कि 1100 से ज़्यादा नौकरियां भी दीं. इसके साथ ही, इंडस्ट्री के साथ 700 से ज़्यादा सहभागिताओं के ज़रिए छात्रों में प्रैक्टिकल समझ और इनोवेशन को बढ़ावा दिया गया. विशेषज्ञ फैकल्टी सदस्य के मार्गदर्शन में, 5 हज़ार से ज़्यादा रिसर्च पेपर पेश किए गए, और 128 पेटेंट और कॉपीराइट फ़ाइल किए गए. जिनसे यह साबित होता है कि यूनिवर्सिटी ने मानव संसाधन के अपने निवेश में कोई कमी नहीं छोड़ी.
रिसर्च पर ज़ोर देने वाली फैकल्टी की बदौलत, Parul University ने प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय संगठनों जैसे आईएएमए (Indian American Medical Association) के साथ काम किया. इस सहभागिता में मेडिसिन और फ़ार्मा पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार किए गए, जिनका मकसद जन कल्याण के लिए इस्तेमाल करना है.
Parul University विज्ञान और तकनीक से जुड़ी एक पहल का हिस्सा भी बनी, जिसमें यूके के प्रख्यात संस्थान Royal Academy of Engineering के साथ Larsen and Toubro भी शामिल रहा.
कुछ इसी तरह, यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट आंकड़े इस बात का प्रमाण है कि Parul University में प्रोफेसर बेहतरीन तरीके से छात्रों को इंडस्ट्री के लिए तैयार करते हैं. आज इस यूनिवर्सिटी से सैकड़ों छात्र देश-विदेश की प्रख्यात कंपनियों में काम कर रहे हैं. इनमें DMart,
Flipkart, Godrej, ICICI Bank, BYJU’S, IndusInd Bank, Adani Gas, Patanjali, Aditya Birla
Group, Colgate, Asian Paints, Amul, और Amazon के साथ-साथ अन्य कंपनियां शामिल हैं. यहां छात्रों को मिलने वाला औसत और सबसे ज़्यादा पैकेज 8 लाख सालाना और 30 लाख सालाना है. कुल मिलाकर कहा जाए, तो बेहतरीन फैकल्टी को एक ही छत के नीचे लाने की Parul University की कोशिशों के बेहतरीन नतीजे देखने को मिल रहे हैं. चाहे वह शिक्षा में अव्वल रहने की बात हो, इनोवेशन में अव्वल रहने की बात हो या रिसर्च के ज़रिए नया मुकाम हासिल करने की बात हो. इस यूनिवर्सिटी के छात्र आज देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपने कौशल के ज़रिए सफल करियर बना रहे हैं.
ज़्यादा जानकारी पाने के लिए Parul University की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
aajtak.in