हाथ में छतरी पकड़कर बैठे लोको पायलट की एक चौंकाने वाली तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल है. कई लोग ऐसा कह रहे हैं कि ये केरल की पहली वंदे भारत एक्स्प्रेस के ड्राइवर की तस्वीर है, जिसे ट्रेन की छत से टपक रहे पानी की वजह से छाते का इस्तेमाल करना पड़ा. ऐसे कुछ पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 अप्रैल, 2023 को तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच जाने वाली केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया था. लेकिन, पहली यात्रा के दौरान ही इस ट्रेन की छत से पानी लीक होने की खबर आ गई.
हालांकि, इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने जांच में पाया कि छतरी पकड़े लोको पायलट की ये तस्वीर करीब छह साल पुरानी है. इसका वंदे भारत एक्स्प्रेस से कोई लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें पत्रकार और ऐक्टिविस्ट सुचेता दलाल का 9 अगस्त, 2017 का एक ट्वीट मिला. इसमें वायरल तस्वीर में दिख रहे लोको पायलट का एक वीडियो मौजूद है. वीडियो में किसी व्यक्ति को ट्रेन की खराब दशा के बारे में शिकायत करते सुना जा सकता है.
पीएम मोदी ने देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन 15 फरवरी, 2019 ( https://bit.ly/2TQvk58 ) को किया था. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि वायरल तस्वीर वंदे भारत के लॉन्च से भी दो साल पुरानी है.
वीडियो कहां का है?
छाता पकड़े इस लोको ड्राइवर के बारे में हमें ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘इंडिया टाइम्स’ की रिपोर्ट्स मिलीं. 11 अगस्त, 2017 की इन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ये घटना धनबाद, झारखंड की है.
हमें बंगाली समाचार आउटलेट ‘संगबाद प्रतिदिन’ के यूट्यूब चैनल पर इस लोको ड्राइवर का एक लंबा वीडियो भी मिला.
वीडियो में एक शख्स बता रहा है कि छाता पकड़कर बैठे ये शख्स चंद्रपुर का लोको पायलट बी के मण्डल हैं. साथ ही, वीडियो में दिख रहे रेलवे स्टेशन पर एक जगह 'बेरमो' लिखा हुआ है. चन्द्रपुर और बेरमो रेलवे स्टेशन, ये दोनों ही झारखंड के बोकारो जिले में स्थित हैं.
उस वक्त रेल मंत्रालय ने इस घटना के बारे में ट्वीट कर बताया था कि वीडियो में दिख रही ट्रेन का इंजन खराब हो गया था. ठीक से काम न कर पाने की वजह से इस इंजन को एक दूसरे इंजन की मदद से खींच कर ले जाया जा रहा था. वायरल वीडियो उसी वक्त का है.
केरल की वंदे भारत को क्या हुआ?
‘एशियानेट’ और ‘मातृभूमि’ की रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल के कुन्नूर जिले में वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के दिन भारी बारिश हुई थी. 25 अप्रैल की रात को जब ये ट्रेन कासरगोड से कन्नूर पहुंची तब छत से पानी का रिसाव देखा गया था. लेकिन, किसी भी रिपोर्ट में लोको पायलट के छतरी पकड़ कर बैठने जैसी कोई बात नहीं लिखी है.
हमने पलक्कड़ डिवीजन के पीआर ऑफिसर देवधनम से इस घटना के बारे में और जानकारी ली. उन्होंने ‘आजतक’ को बताया कि कन्नूर पहुंचने के बाद वंदे भारत एक्स्प्रेस के एसी वेंट से पानी टपकने लगा था. हालांकि 26 अप्रैल की सुबह तक इसकी मरम्मत करवा दी गई थी.
रिपोर्ट - ऋद्धीश दत्ता
aajtak.in