रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अक्सर अपनी मार्शल आर्ट की प्रतिभा का मुजाहिरा करते रहते हैं. इन दिनों सोशल मीडिया पर उनका एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो जूडो के मैट पर एक छोटी लड़की के साथ दो-दो हाथ कर रहे हैं.
वीडियो में दिख रहा है कि वो लड़की पहले ही दांव में पुतिन को मैट पर पटक देती है. वीडियो के साथ लिखा है, “व्लादिमीर पुतिन जब 2000वीं ईसवी में जापान के दौरे पर थे तब एक यंग लड़की ने जूडो में पटक दिया था. इसके बाद वो लड़की कभी नहीं देखी गई.”
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को बतौर रील शेयर किया है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि साल 2000 में पुतिन के जापान दौरे पर जिस छोटी लड़की नात्सुमी गोमी ने उन्हें जूडो के मैट पर मात दी थी वो लड़की कहीं गायब नहीं हुई, बल्कि आगे चलकर इंटरनेशनल स्तर की जूडो खिलाड़ी बनी. गोमी खेल से संन्यास ले चुकी हैं और अब कोच की भूमिका निभा रही हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड्स के जरिए खोजने पर हमें इस वीडियो का बड़ा वर्जन समाचार एजेंसी ‘एपी’ के यूट्यूब चैनल पर मिला. इसके मुताबिक ये वाकया पांच सितंबर, 2000 का है. पुतिन उस वक्त के जापानी प्रधानमंत्री योशिरो मूरी के साथ जूडो के एरेना में पहुंचे थे. यहां एक छोटी जूडो खिलाड़ी ने उन्हें मात दे दी थी.
हमें पांच सितंबर, 2000 को जापानी वेबसाइट ‘IOL’ में छपी एक रिपोर्ट भी मिली जिसमें इस पूरी घटना की जानकारी दी गई है.
खोजने पर हमें फोटोग्राफी की वेबसाइट ‘alamy.com’ पर इस वाकये का एक फोटो भी मिला. इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक पुतिन को मात देने वाली इस लड़की का नाम नात्सुमी गोमी है. उस वक्त गोमी सिर्फ 10 वर्ष की थीं.
हमें ‘alamy.com’ पर पुतिन की इसी लड़की के साथ एक और तस्वीर भी मिली. इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक ये तस्वीर नौ दिसंबर, 2000 की है, जब वो लड़की जूडो के एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेने रूस के शहर मेग्निटोगोर्स आई थी और पुतिन ने उससे मुलाकात की थी.
इंटरनेशनल जूडो फेडरेशन की वेबसाइट पर नात्सुमी गोमी का प्रोफाइल मौजूद है. इसके मुताबिक 32 साल की नात्सुमी ने 52 किलोग्राम की कैटेगरी में साल 2013 में टोक्यो ग्रैंड स्लैम, 2014 में यूरोपियन ओपन और साल 2017 में ताइपे एशिया ओपन जैसे इंटरनेशनल इवेंट्स में भाग लिया था और मेडल भी जीते थे.
‘All Japan Judo federation’ की वेबसाइट के मुताबिक नात्सुमी ने साल 2019 में जूडो से संन्यास ले लिया था और अब वे युवा जूडो खिलाड़ियों को कोचिंग देने का काम कर रही हैं.
तत्कालीन सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी केजीबी के जासूस रहे पुतिन को मार्शल आर्ट में पारंगत माना जाता है. वो ताइक्वांडो और जूडो जैसे खेलों में खासी दिलचस्पी रखते हैं.
पिछले साल यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ताइक्वांडो की इंटरनेशनल फेडरेशन ‘वर्ल्ड ताइक्वांडो’ ने उन्हें दी गई ब्लैक बेल्ट की मानद उपाधि वापस ले ली थी. वहीं इंटरनेशनल जूडो फेडरेशन ने भी उन्हें मानद अध्यक्ष के पद से हटा दिया था.
सुमित कुमार दुबे