फैक्ट चेक: दांत खट्टे कर देगी बिरयानी को लेकर वायरल हो रही यह फर्जी पोस्ट

पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक बिरयानी की दुकान में हिंदुओं और मुसलमानों के लिए अलग-अलग बर्तन हैं और हिंदुओं के लिए इसका मतलब है कि उन्हें नपुंसक बनाने के लिए इसमें दवाएं मिलाई गई हैं.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
तमिलनाडु के कोयंबटूर में बिरयानी बेचने वाला मुस्लिम हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए उनकी बिरयानी में दवाएं मिलाता है.
सच्चाई
वायरल पोस्ट के साथ किए गए दावे का इसमें इस्तेमाल तस्वीरों से कोई संबंध नहीं है. यह पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है.

चयन कुंडू

  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 4:22 PM IST

बिरयानी परोसते हुए एक आदमी की तस्वीर के साथ कुछ दवाओं की तस्वीरें एक साथ जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इस पोस्ट को सांप्रदायिक रंग भी दिया गया है. पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक बिरयानी की दुकान में हिंदुओं और मुसलमानों के लिए अलग-अलग बर्तन हैं और हिंदुओं के लिए इसका मतलब है कि उन्हें नपुंसक बनाने के लिए इसमें दवाएं मिलाई गई हैं.

Advertisement

ट्विटर यूजर “Venky”, “Ankur soni” और कुछ अन्य यूजर्स ने बिरयानी परोसते हुए व्यक्ति की तस्वीर को अपलोड करते हुए कैप्शन में लिखा है, “फास्ट फूड जॉइंट्स में तैयार मुस्लिम बिरयानी और रेस्टोरेंट में बिरयानी तैयार करने के लिए दो बर्तन हैं, एक मुसलमानों के लिए और दूसरा हिंदुओं के लिए, हिंदुओं के जो बर्तन है उसमें हिंदुओं को नपुंसक बनाने के लिए दवाएं मिलाई जाती हैं ताकि उन्हें बच्चे न हों. कोयंबटूर के इस होटल का नाम ‘माशा अल्लाह’ है जिसे रहमान बिस्मिल्लाह चलाते हैं.”

हालांकि, “Venky” की पोस्ट बाद में डिलीट कर दी ​गई. इन दोनों पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

बिरयानी से जुड़ा ट्वीट

यही पोस्ट ऐसे ही दावे के साथ कई फेसबुक यूजर्स ने भी शेयर की. इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

Advertisement

फेसबुक पोस्ट

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि इस पोस्ट में किया जा रहा दावा फर्जी है. पोस्ट में जो तस्वीरें इस्तेमाल की गई हैं, उन्हें इधर-उधर से ​उठाया गया है और पोस्ट में किए गए दावे से इन तस्वीरों का कोई संबंध नहीं है. कोयंबटूर पुलिस ने भी इस पोस्ट को फर्जी बताया है.

AFWA की पड़ताल

रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने पाया कि पोस्ट में इस्तेमाल की गईं ​तीनों तस्वीरें अलग-अलग स्रोत से उठाई गई हैं और इनका पोस्ट में किए गए दावे से कोई संबंध नहीं है.

Viral image 1

पहली तस्वीर

बिरयानी बेचने वाले की यह तस्वीर पकवानों से जुड़े कई यूट्यूब वीडियो में कई बार मुख्य तस्वीर के रूप में इस्तेमाल की गई है. यह वीडियो जून, 2016 में अपलोड किया गया है और इसके कैप्शन में लिखा है, “भारतीय मुस्लिम त्योहार दम बिरयानी 30 लोगों के खाने की तैयारी & स्ट्रीट फूड”.

Viral image 2

दूसरी तस्वीर

इस तस्वीर का इस्तेमाल 2019 में कई तमिल वेबसाइटों में कोलंबो, श्रीलंका से भारी मात्रा में दवाएं लाने के संबंध में किया गया है. संदेह था कि इन दवाओं का उपयोग आईएसआईएस द्वारा किया जा रहा है. कई अन्य तस्वीरों के साथ वायरल तस्वीर को वेबसाइट “tamilwin.com” पर देखा जा सकता है.

Viral image 3

Advertisement

तीसरी तस्वीर

यह तस्वीर एक वीडियो का स्क्रीनग्रैब है जिसे 2017 में ट्वीट किया गया था. ट्वीट करने वाले यूजर का दावा था कि यह दृश्य भारत में बिरयानी बेचने वाले एक रेस्टोरेंट का है. कोयंबटूर पुलिस ने हाल ही में एक यूजर को जवाब देते हुए इस पोस्ट को फर्जी बताया था और सोशल मीडिया पर इसे फैलाने वालों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. इस तरह AFWA की पड़ताल का निष्कर्ष यह है कि वायरल हो रही यह पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement