कैसे होगा जीरो एरर एंट्रेंस एग्जामिनेशन? शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया अपना प्लान

एजेंडा आजतक 2024 में शिक्षा की परीक्षा सेशन में पेपर लीक्स पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एंट्रेंस एग्जामिनेशन्स में जीरो एरर हो ये हमारी जिम्मेदारी है. इसके लिए हम कई सारे  इंटरनल रिफार्म लेकर आ रहे हैं.

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Union Minister( Pic credit: Charandeep kumar) Union Minister( Pic credit: Charandeep kumar)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:06 PM IST

Agenda Aajtak 2024: एजेंडा आजतक 2024 के पहले दिन यानी शुक्रवार को शिक्षा की परीक्षा सेशन में शिक्षा मंत्र धर्मेंद्र प्रधान शामिल हुए. इस दौरान पेपर लीक्स को रोकने के लिए अपनाए जा रहे उपायों के बारे में भी जानकारी दी. साथ ही उन्होंने एरर फ्री परीक्षा कराने के प्लान के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है. ऐसे में युवाओं की अंकाक्षाओं का सम्मान करना हमारा दायित्व है.

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जीरो एरर एंट्रेंस एग्जामिनेशन कराएंगे

पेपर लीक्स पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एंट्रेंस एग्जामिनेशन में कैसे जीरो एरर हो ये हमारी जिम्मेदारी है. इसके लिए हम कई सारे  इंटरनल रिफार्म लेकर आ रहे हैं. इसी पैटर्न पर एरर फ्री मेडिकल, जेई और अन्य परीक्षाएं कराएंगे. इसके अलावा उन्होंने बताया कि सरकार ने एंट्रेस एग्जामिनेशन में चीटिंग कराने और करने वालों के लिए सख्त कानून भी लेकर आया है.

साइबर वॉल की अपनी चुनौतिया

धर्मेंद्र प्रधान आगे कहते हैं कि कंप्यूटर बेस्ड एग्जामिनेशन के दौरान साइबर वॉल की सुविधाएं अपनाई जाती है, जो पहले के वक्त में नहीं था. हालांकि, इसकी अपनी चुनौतियां हैं. अगर आप कंप्यूटर बेस्ड एग्जामिनेशन में लीक्स रोकने के लिए प्रिवेंटिव सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करते हैं, तो भी ये गारंटी नहीं कि इसकी आयु कितनी है. उस सॉफ्टवेयर की एज लिमिट 15 दिन भी हो सकता है. हो सकता है उसके पैटर्न को तोड़ने के लिए 15 दिन बाद किसी ने नया सॉफ्टवेयर डेवलपर कर लिया है. 

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परीक्षा कराने का कौन सा पैटर्न सही है

ऐसे में क्या परीक्षाओं के लिए पेन-पेपर पैटर्न ही सही है इसपर धर्मेंद्र प्रधान कहते हैं कि इस साल मेडिकल की परीक्षा में में 25 लाख बच्चे लाख बच्चे बैठेंगे. साढ़े चार हजार सेंटर होंगे. सभी छात्रों के लिए दो सेट क्वेशचन प्रेपर प्रिंट कराने होंगे, ल़ॉजिस्टिक चेन बनाना होगा. बैंक में सुरक्षित रखना होगा. सेंटर तक ले जाना होगा. ये सब अपने आप में चुनौती है. साइबर वाल की भी अपनी चुनौती है. हम कंप्यूटर बेस्ड और पेपर पेन दोनों को ब्लेंड करके एरर फ्री परीक्षा कराने की कोशिश करेंगे. इसके लिए हमने राज्य सरकारों से भी मदद मांगी है.

पेपर लीक पर शिक्षा मंत्री ने इन राज्यों की तारीफ की

नीट एग्जाम में हुए पेपर लीक्स पर कार्रवाई को लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने 3 राज्य सरकार बिहार, गुजरात और उत्तर प्रदेश की तारीफ थी. उन्होने कहा कि इन राज्यों की पुलिस सतर्क थी तो ही शिक्षा माफिया पकड़े गए. हम आगे मिलकर सिस्टम को और व्यवस्थित करेंगे और एरर फ्री एग्जामिनेशन्स कराएंगे.

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