Section 375 Review: शानदार कहानी, चौंका देगा फिल्म का क्लाइमैक्स

पिछले साल दुनियाभर में मीटू अभियान छाया रहा. इसका असर बॉलीवुड इंडस्ट्री पर भी पड़ा था. कई ऐसे बड़े सेलिब्रिटीज के नाम सामने आए जिन पर उनके साथ काम करने वाली महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. फिल्म सेक्शन 375 में ऐसे ही एक मामले को शानदार तरीके से पेश किया गया है.

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ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 6:30 PM IST
फिल्म:Section 375
3.5/5
  • कलाकार :
  • निर्देशक :Ajay Bahl

पिछले साल दुनियाभर में मीटू अभियान छाया रहा. इसका असर बॉलीवुड इंडस्ट्री पर भी पड़ा था. कई ऐसे बड़े सेलिब्रिटीज के नाम सामने आए जिन पर उनके साथ काम करने वाली महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. फिल्म सेक्शन 375 में ऐसे ही एक मामले को शानदार तरीके से पेश किया गया है, लेकिन कहानी का अंदाजा अगर आप पहले से लगा रहे हैं तो बेशक यह फिल्म आपको चौंका देगी. अक्षय खन्ना, ऋचा चड्ढा, राहुल भट्ट और मीरा चोपड़ा जैसे सितारों से सजी इस फिल्म का क्लाइमैक्स आपको हैरान कर देगा.

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कहानी

बॉलीवुड का एक जाना माना डायरेक्टर रोहन खुराना है जिस पर उसकी टीम की जूनियर कॉस्ट्यूम असिस्टेंट अंजली दामले (मीरा चोपड़ा) दुष्कर्म का आरोप लगाती है. पुलिस एफआईआर दर्ज होती है और मामला सेशन कोर्ट में जाता है. सबूतों के आधार पर जज रोहन को दोषी करार देते हैं और उसे 10 साल की सजा सुनाते हैं. इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी जाती है. तरुण सलुजा (अक्षय खन्ना) जो जाने माने वकील हैं और रोहन के केस को लड़ते हैं. फिल्म में ऋचा चड्ढा, हिरल गांधी की भूमिका में हैं जो पब्लिक प्रॉसेक्यूटर का रोल प्ले कर रही हैं. कहानी आगे बढ़ती है और कोर्ट में दोनों अपने-अपने दलील और सबूतों को पेश करते हैं. अब कोर्ट में जीत किसकी होती है इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी.

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एक्टिंग

फिल्म में एक नामी वकील का एटिट्यूड अक्षय खन्ना की एक्टिंग में दिखता है. उन्होंने इस किरदार को बखूबी निभाया है. इसके अलावा ऋचा चड्ढा भी एडवोकेट के किरदार में अच्छी लग रही हैं. कोर्ट रूम में दोनों सितारों की दलीले और बहस काफी दिलचस्प है. इसके अलावा मीरा चोपड़ा और राहुल भट्ट ने भी शानदार काम किया है.

निर्देशन

सेक्शन 375 का निर्देशन अजय बहल ने किया है. फिल्म की स्क्रिप्ट ऐसी लिखी गई है कि हर अगले सीन का बेसब्री से इंतजार होता है और आप जानना चाहेंगे अब आगे क्या होगा. डायरेक्टर ने फिल्म का निर्देशन बहुत अच्छे तरीके से किया है. फिल्म के अधिकतर सीन में कोर्ट रूम को ही दिखाया गया है.

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