दुनिया को अलविदा कह गए एक्टर इरफान खान अपने पीछे कई खूबसूरत यादें छोड़ गए हैं. कैंसर से ठीक होने के बाद उन्होंने फिल्मों में एक बार और वापसी की थी. उनकी आखिरी फिल्म थी अंग्रेजी मीडियम. बाप-बेटी के रिश्ते पर बनी इस फिल्म में राधिका मदान उनकी ऑन-स्क्रीन बेटी बनी थीं. राधिका 1 मई को अपना बर्थडे मना रही हैं. इस खास दिन पर आइए जानें कैसे हुई थी राधिका और इरफान की पहली मुलाकात.
कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में राधिका ने इसपर चर्चा की थी. उन्होंने कहा- 'जब हम पहली बार मिले तो मैंने 'हाय पापा' कहा. वो मेरी ओर देखे और कहा 'अरे आप हैं?'. मैंने उन्हें हमेशा एक पिता के जैसे ही देखा है और मुझे खुशी है कि उन्हें इससे कभी कोई परेशानी नहीं थी और ना ही कभी मुझे 'दूर रहो' वाला फील दिया.'
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वे सेट पर मेरे पापा थे- राधिका
राधिका ने इरफान संग काम करने का एक्सपीरियंस भी शेयर किया था. एक्ट्रेस ने कहा- शूटिंग के दौरान मुझे इरफान सर पिता जैसे ही लगते थे ना कि कोई इंटरनेशनल स्टार. वे सेट पर मेरे पापा थे. उनके साथ काम करना बहुत कंफर्टेबल होता था. वो मुझे न्यूकमर के तौर पर नहीं ट्रीट करते थे और ना ही किसी सीन को किसी खास तरीके से करने का निर्देश देते थे. वे मुझे सहयोगी आर्टिस्ट की तरह ही ट्रीट करते थे और इस कारण मुझे अपने कैरेक्टर में रहने की आजादी मिली. चाहे वो उनकी दाढ़ी से खेलना हो या उनके बाल ठीक करने हो या फिर उनकी टाई सही लग रही है या नहीं इसका ध्यान रखना हो.
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तकलीफ को पीछे रख करते थे फिल्म की शूटिंग
एक्ट्रेस ने आगे कहा- 'इरफान सर सेट पर कभी भी ये नहीं दिखाते थे कि उनकी तबीयत खराब है. वे लाइन्स प्रैक्टिस करने में या सीन्स डिस्कस करने में अपना 200 परसेंट देते थे. पूरा वातावरण उनकी वजह से पॉजिटिव रहता था. होमी सर और इरफान सर के बीच बिना कहे समझने वाली बात बहुत खूबसूरत होती थी.' राधिका कहती हैं कि इरफान खान एक स्टूडेंट होने से खुद को नहीं रोकते थे. हर जरूरी सीन के पहले वे डायरेक्टर से डिस्कस कर लेने को कहते थे. वो एक बहुत बड़ी प्रेरणा हैं. आप बस उन्हें देखकर सीख सकते हैं.
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