फिल्म हाथी मेरे साथी में नजर आएंगे पुलकित सम्राट, बताया कैसा था अनुभव

पुलकित ने कहा- यार मैं ये कहूंगा फिल्म हाथी मेरे साथी ने मेरा वाइल्ड लाइफ को देखने का नजरिया बदल दिया. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे बहुत एक्स्प्लोर करने का मौका मिला.

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पुलकित सम्राट पुलकित सम्राट

अनुराग गुप्ता

  • मुंबई,
  • 23 जून 2020,
  • अपडेटेड 7:36 PM IST

1971 में आई राजेश खन्ना और तनूजा स्टारर सुपर हिट फिल्म हाथी मेरे साथी को उस दौर में खूब पसंद किया गया था. इस फिल्म में इंसान और जानवर के बीच खूबसूरत रिश्तों की कहानी को दिखाया गया था, जो बेहतरीन थी. एक बार 2020 में फिर उसी नाम की फिल्म आने वाली है. इस बार फिल्म हाथी मेरे साथी में नजर आएंगे एक्टर पुलकित सम्राट. आजतक से खास बातचीत में पुलकित ने इस बारे में हमें बताया और दिलचस्प खुलासे किए.

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पुलकित ने कहा- यार मैं ये कहूंगा फिल्म हाथी मेरे साथी ने मेरा वाइल्ड लाइफ को देखने का नजरिया बदल दिया. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे बहुत एक्स्प्लोर करने का मौका मिला. जंगल की दुनिया कैसी है ये जानने का मौका मिला. जानवरों के साथ न सिर्फ वक्त बिताने का अनुभव रहा बल्कि अच्छी तरह से उन्हें समझने की भी कोशिश की. ये फिल्म इसीलिए मेरे लिए बहुत स्पेशल है.

पुलकित का जंगलों में शूटिंग का अनुभव कैसा रहा?

पहली बात तो हमने पूरी की पूरी फिल्म ऑथेंटिक लोकेशन यानी जंगलों में जाकर शूट की है. बहुत से जानवरों के साथ कनेक्ट किया है. हाथियों के साथ कनेक्ट किया जो हमारा हीरो हाथी हैं उसके साथ मेरा स्पेशल बांड था. पूरी शूटिंग के दौरान हमने बहुत अच्छा रिश्ता डेवलॅप किया. हम एक दूसरे को बहुत अच्छी तरह से समझने लग गए थे उसने बहुत साथ दिया हमारा पूरी शूटिंग में.

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फिल्म में खत्म होते एलिफेंट कॉरिडोर दिखाए गए

फिल्म वाइल्ड लाइफ की जिन्दगी के बारे में है. फिल्म में आपको देखने को मिलेगा की कैसे कुछ लोग इन दिनों लालच में आकर फॉरेस्ट लैंड को हड़पते जा रहे है जंगलों को खत्म करने जा रहे है. कोई बिल्डिंग्स बना रहा है तो कोई टाउन शिप बना रहा है, एलिफेंट कॉरिडोर्स खत्म होते जा रहे है. इस पूरी फिल्म में हम फाइट कर रहे है जानवरों के लिए इन्साफ के लिए, जंगलों को बचाने की और खास तौर पर हाथियों को बचाने की.

साउथ में हुई हथिनी की मौत की घटना पर बोले पुलकित

इसपर उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा- ये ऐसी घटना थी जिसके लिए जानवरों के साथ रहने की या किसी एनिमल के साथ फिल्म करने की कोई जरूरत नहीं है. ये घटना अपने आप में अमानवीय है और असवैंधानिक भी है. ऐसा करना बिलकुल भी कूल नहीं है. मजाक करना और किसी की जान से खेलना दोनों अलग बात है ऐसे लोगों के लिए क्या बोला जाए ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि आगे इस तरह की मानसिकता के लोगों को सबक मिले.

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पुलकित का 1971 में आई फिल्म हाथी मेरा साथी का अनुभव

लास्ट मूवी अगर मुझे याद होगी जिसमें एनिमल लव दिखाया गया तो वो राजेश खन्ना और तनूजा जी वाली 1971 में आई फिल्म हाथी मेरे साथी ही होगी. क्योंकि मैंने बहुत ज्यादा जानवरों के साथ रिश्तों पर आधारित फिल्में नहीं देखीं और देखिये आज मैं खुद उसी नाम की फिल्म हाथी मेरे साथी में काम कर रहा हूं. 1971 में आई फिल्म हाथी मेरे साथी एक ऐसी फिल्म है, जिसमें ह्यूमन और एनिमल के रिश्ते को बहुत खूबसूरती से दिखाया गया है. और फिर वैसा ही कुछ आपको मेरी फिल्म में भी देखने को मिलेगा लेकिन कहानी अलग होगी.

कैसे मिला फिल्म का हीरो हाथी?

पुलकित बोले- मैं बहुत लकी हूं कि मैं इस फिल्म का हिस्सा हूं क्योंकि हमारे जो डायरेक्टर है प्रभु सोलोमोन उन्हें ही वाइल्ड लाइफ की बहुत अच्छी समझ है. जंगलों की वो रग-रग से वाकिफ है. खासतौर पर हाथियों की उन्हें बहुत जानकारी है. प्रभु सर ने हमारे हीरो हाथी को फाइनल करने से पहले बहुत सारे हाथियों से खुद पर्सनली मुलाकात की, फिर जाकर हीरो हाथी का चयन हुआ. उन्होंने कहा कि इसकी बॉन्डिंग हम पुलकित यानी मेरे साथ दिखाएंगे. शूटिंग शुरू हुई तो वो बहुत जल्दी सबका दोस्त बन गया था. हर सुबह जैसे हम एक दूसरे को हेलो गुड मॉर्निंग बोलते है वैसे ही वो भी सेट पर सबको बोलता था उसे पता होता था कि अब काम शुरू होने वाला है.

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एक हाथी के साथ काम करना कितना मुश्किल रहा?

पुलकित ने कहा- देखिए आपको थोड़ा अवेयर रहना पड़ता है जानवर के मूड को समझना पड़ता है क्योंकि वो हमारी और आपकी तरह बोल नहीं सकते. तो एक्शन के माध्यम से भी कई बार कनेक्ट करने की कोशिश करनी पड़ती है, जिसकी बाकायदा हमें ट्रेनिंग भी दी गई थी. मैं लकी हूं कि मेरे पास एक पेट है मेरे घर में, तो मुझे आसानी हुई समझने में उनके मोमेंट्स उनकी बॉडी लैंग्वेज है. एक चीज को पढ़ना पड़ता है और फिर हमारे डायरेक्टर ने हमें सारे टिप्स दिए. हमारी एक दूसरे से परिचय भी करवाया मैंने यही सीखा कि जानवरों को सिर्फ और सिर्फ प्यार की भाषा समझ में आती है वो बदले में सिर्फ प्यार ही चाहते हैं.

बता दें कि फिल्म हाथी मेरे साथी में पुलकित सम्राट के आलावा राणा दग्गुबाती, जोया हुसैन और श्रिया पिलगाओकर भी नजर आएंगे. ये फिल्म तीन भाषाओँ में रिलीज होगी. इसका तेलुगू टाइटल अरण्य और तमिल कादन है. फिल्म इसी साल अप्रैल के महीने में रिलीज की जानी थी लेकिन लॉकडाउन के चलते फिलहाल इसकी रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है.

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