NTR Kathanayakudu: कभी दक्षिण के सिनेमा में सुपरस्टार का दर्जा पाने वाले एनटी रामाराव को NTR के नाम से जाना जाता है. वे देश की उन चुनिंदा शख्सियतों में से हैं जिन्होंने फिल्मों और राजनीति दोनों में ही शानदार उपलब्धि हासिल की. उन्होंने अपने करियर में एक अभिनेता, निर्देशक और फिल्म निर्माता के रूप में खूब शोहरत कमाया. इसके बाद उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया. वे लोकप्रिय जननेता साबित हुए और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया.
NTR के शुरुआती करियर की बात करें तो उन्होंने साल 1949 में तेलुगु फिल्म 'मना देसम' से अपने करियर की शुरुआत की थी. फिल्म का निर्देशन एलवी प्रसाद ने किया था. 1950 के दशक में वे लोगों के बीच पॉपुलर होने लगे. उस दौरान अपनी अधिकांश फिल्मों में वे हिंदू देवताओं का किरदार निभाते थे. उन्होंने अपने करियर में भगवान कृष्ण और भगवान राम के किरदार ऑनस्क्रीन पर प्ले किए.
साल 1961 में उन्होंने फिल्म 'सीतारमा कल्याणा' से फिल्म निर्देशन की शुरुआत की. उन्होंने वराकटनम, उम्मडी कुटुंबम, ब्रह्मश्री विश्वामित्र, चाणक्य चंद्रगुप्त और अकबर, सलीम, अनारकली के नाम से फ़िल्में बनाई. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी आखिरी फिल्म 'सम्राट आशोका' थी. अपने पूरे करियर के दौरान उन्होंने धार्मिक और ऐतिहासिक विषयों पर फिल्में बनाने को ज्यादा तवज्जो दी. उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया. इसके अलावा भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया.
1943 में एनटीआर ने 20 साल की उम्र में बसावा टाकाराम से पहली शादी की थी. इस शादी से उन्हें 8 बेटे और 4 बेटियां हुईं. उनके सबसे बड़े बेटे नंदमुरी रामकृष्णन की 1962 में ही मौत हो गई थी. बेटे की याद में NTR ने रामकृष्ण स्टूडियो की स्थापना की थी. उन्होंने लक्ष्मीपार्वती से 1993 में दूसरी शादी की.
पॉलिटिकल करियर की बात करें तो वे 1983 में पहली बार, 1985 में दूसरी बार और 1994 में तीसरी बार आंध्रप्रदेश के चीफ मिनिस्टर बने. 18 जनवरी, 1996 को हैदराबाद में 72 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली.
अब उनके जीवन पर बायोपिक बन रही है इसमें उनके बेटे नंदमुरी बालकृष्ण पिता का रोल प्ले कर रहे हैं. फिल्म का निर्देशन कृष कर रहे हैं. फिल्म 9 जनवरी, 2019 को रिलीज की जाएगी.
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