बम्बई हाईकोर्ट ने मौसमी चटर्जी की उस याचिका का समाधान किया, जिसमें उन्होंने कोमा में चल रही अपनी बेटी की देख-रेख की इजाजत मांगी थी.
कोर्ट ने मौसमी की बेटी पायल के पति डिकी सिन्हा से एक हलफनामा दाखिल कराया है. जस्टिस बीपी धर्माधिकारी और सारंग कोतवाल की बेंच के समक्ष दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि उनका परिवार चटर्जी को उनकी बेटी से मिलने या उसकी देखभाल करने से नहीं रोकेगा. इसके बाद अदालत ने एक्ट्रेस की याचिका का डिस्पोज ऑफ कर दिया.
बता दें कि मौसमी की बेटी पायल जुवेनाइल डायबिटीज की शिकार हैं. 2010 में पायल की बिजनेसमैन डिकी सिन्हा से शादी हुई थी. जयंत मुखर्जी, पायल और डिकी तीनों एक कंपनी में डायरेक्टर थे. लेकिन 2016 में उनके बीच विवाद हुआ और उनके आपसी रिश्तों में मतभेद पैदा हुए.
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2017 से पायल लगातार अस्पताल के चक्कर लगा रही हैं. उनकी हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है. वे लंबे समय से बेहोशी की हालत में हैं. कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि ''28 अप्रैल 2018 में पायल को अस्पताल से घर लाया गया. डिकी ने देखभाल के लिए नर्सें रखीं. डॉक्टर ने फिजियोथेरेपी और डाइट का खास ख्याल रखने को कहा था. लेकिन इसे फॉलो नहीं किया गया.''
''डिकी ने ना ही फिजियोथेरेपी कराई ना ही पायल की डाइट में बदलाव किया. स्टाफ की पेमेंट भी बंद कर दी है. नर्सें चली गई हैं. हमें पायल की मेडिकल रिपोर्ट दिखाने से दामाद ने मना कर दिया है. हमें बेटी की हेल्थ से जुड़ी किसी अपडेट की जानकारी नहीं है. डिकी हमें पायल से मिलने भी नहीं देता.''
महेन्द्र गुप्ता