आजतक के कार्यक्रम मुंबई मंथन 2018 में 'डिजिटल दुनिया के चमकते सितारे' सत्र के दौरान शमा सिकंदर, छवि मित्तल और चंकी पांडे ने शिरकत की. यहां एक्टर-प्रोड्यूसर छवि मित्तल और शमा सिकंदर ने माना कि डिजिटल दुनिया ने उनकी ज़िंदगी के आयाम बदल दिए.
शमा सिकंदर ने कहा- माया जैसे बोल्ड टॉपिक पर फिल्म या टीवी सीरियल कभी नहीं आ सकता था. सीरिज माया ने मेरी जिंदगी बदल दी. मैंने माया के बाद पलटकर नहीं देखा. मैं एक्टर के साथ प्रोड्यूसर बन गई. शमा ने कहा कि फिल्म के लिए लंबी चौड़ी टीम, कैमरा और बड़े-बड़े ताम झाम चाहिए होते हैं पर वेब के लिए अच्छे एक्टर लो, एक फोन लो और सड़क पर जाकर शूट कर लो. वेब ने हर किसी को घर दे दिया है अपने हिसाब से रहने के लिए. उन्होंने कहा कि पहचान तो फिल्मों और सीरियल्स से मिल गई थी पर वेब ने मुझे वो करने की आजादी दी जो मैं चाहती थी.
वहीं डिजिटल दुनिया के बारे में बताते हुए चंकी पांडे ने कहा, 'मुझे कोई फिल्म स्टार कहकर बुलाता है तो अजीब लगता है. क्योंकि अब सिल्वर स्क्रीन बची नहीं. अब जमाना सोशल मीडिया का है. मेरा भतीजा अहन पांडे, जिसने आज तक कोई फिल्म नहीं की, सिर्फ एक फिल्म साइन की है वो दिन भर सोशल साइट्स पर अपनी फोटो डालता है और लोग इतना ज्यादा लाइक करते हैं. उसके मुझसे दोगुने फॉलोअर्स हैं.
चंकी पांडे ने कहा कि आज से दस साल बाद जब कोई बैंक लोन के लिए जाएगा या कोई कोर्ट भी जाएगा तो देखा जाएगा कि उसकी पोस्ट पर कितने लाइक मिले. सोशल मीडिया पर लाइक्स आपका स्टेटस हो जाएगा. खैर कोर्ट और बैंक लोन तो मज़ाक है पर ये सच्चाई तो ये है कि आज भी किसी की शादी ब्याह के लिए ओपिनियन बनाने में सोशल मीडिया पोस्ट रोल निभाती हैं.
छवि मित्तल और उनकी मेड प्रॉब्लम्स से कौन वाकिफ नहीं है. छवि की सीरीज SIT बहुत फेमस है. छवि ने कार्यक्रम में कहा ये एक बड़ी जिम्मेदारी है. कंटेंट बच्चे भी देखते हैं. हमें 90 फीसदी लोग लाइक करते हैं. छवि का मानना है कि सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या भी एक फेज है. कुछ दिन बाद ऐसा दौर आएगा जब सिर्फ कंटेंट मैटर करेगा.
मोनिका गुप्ता