हमारे मोहल्ले, कस्बे, शहरों में ज्यादातर प्यार बॉलीवुड स्टाइल में होता है. पेचअप से लेकर ब्रेकअप तक बॉलीवुड किसी हमसफर की तरह साथ-साथ चलता है. हमारे बॉलीवुड की खूबसूरती है कि यहां प्यार, मोहब्बत और इश्क को कायदे के साथ समझाया गया है लेकिन इसमें एक कमी भी रही है. यहां प्यार का मतलब दोनों की जिंदगी का एक होना समझ लिया जाता है. इस स्टेरियोटाइप को 'की एंड का' का नया गीत 'मोहब्बत है ये जी हुजूरी नहीं' ने तोड़ा है.
इसके बोल हैं 'मेरी हर खुशी में हो तेरी खुशी, मोहब्बत में ऐसा जरूरी नहीं, तू जब मिलना चाहे न मिल सकूं, न मिलना मेरा कोई दूरी नहीं' की बात' बॉलीवुड के लिए नई नहीं तो पुरानी भी नहीं है.
बॉलीवुड ने हमें ज्यादातर 'दो जिस्म और एक जान' का कॉन्सेप्ट दिया है. ज्यादातर फिल्मों में यह देखा जाता है कि लड़की-लड़के को मिलने बुला रही है और किसी कारणवश या काम में फसे होने के कारण लड़का मिलने नहीं आ पाया तो इसे प्यार में धोखा समझ लिया जाता है.
इसी स्टीरियोटाइप को तोड़ते हुए सैय्यद कादरी का लिखा हुआ यह गाना यंगस्टर में काफी पॉपुलर हो रहा है. ऐसा होना लाजमी भी है क्योंकि 'लव मंथ' कहे जाने वाले पिछले महीने फरवरी में रोमांस को लेकर एक दर्जन से ज्यादा फिल्में रिलीज हुईं हैं लेकिन शायद ही कोई ऐसी फिल्म होगी जिसने दर्शकों को रोमांस की दुनिया का कोई नया एंगल दिखाया हो. 'की एंड का' ट्रेलर लॉन्च हो चुका है. ट्रेलर में ही यह साफ दिखा दिया गया है कि इस फिल्म का कॉन्सेप्ट एक दम नया है.
देखें फिल्म 'की एंड का' का गाना मोहब्बत है ये जी हुजूरी नहीं:
स्नेहा / पूजा बजाज