पिछले कुछ समय से इंडियन आइडल रिएलिटी शो को लेकर तमाम तरह की कंट्रोवर्सी जुड़ी है. शो पर बैकड्रॉप स्टोरीज और कंटेस्टेंट की इमोशनल कहानियों को इनकैश करने का भी आरोप तक लग चुका है.
हालांकि इन रिएलिटी शो में होने वाले ड्रामे पर आज से लगभग 15 साल पहले आए एक सिंगिंग शो फेम गुरूकुल के विनर रहे काजी तौकीर भी अपनी राय रखते हैं.
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मेरे कश्मीरी होने का जबरदस्त मेलोड्रामा होता
Aajtak.in से एक्सक्लूसिव बातचीत कर काजी बताते हैं, 'मैं शुक्रगुजार हूं कि इस वक्त किसी रिएलिटी शो का हिस्सा नहीं बना हूं. वरना मुझे और मेरे कश्मीर को जबरदस्त भुनाया जाता. वे मेरी बैक स्टोरी ऐसी ड्रमैटिक बनाते, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती होगी.आज जिस तरह से मेलोड्रामा होता है इन शोज में, तो जाहिर है कश्मीर तो इन मेकर्स के लिए भी अहम मुद्दा बन जाता. वैसे मैंने किसी शो में देखा भी था. एक कश्मीरी लड़का परफॉर्म करता है और बीच में रोने लगता है. फिर शुरू होती है उसकी कहानी, एक जगह जहां गोलियां से भरी दीवार नजर आ रही है. वहां बैठकर वो अपनी बेबसी पर रो रहा है. मुझे बड़ा गुस्सा आया. समझ आ रहा था कि पूरा ओवर ड्रामा चल रहा है.'
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मेरे कश्मीरी होने को फेम गुरूकुल ने कभी नहीं भुनाया
काजी आगे कहते हैं, 'भई मैं भी कश्मीर से हूं और बहुत ही घाटी इलाके में रहता हूं. ऐसी जगह जहां ओटोरिक्शा तक नहीं पहुंच पाता है. लेकिन इसका मेरी सिंगिंग से क्या लेना देना. फेम गुरूकुल के दौरान ऐसा कुछ भी नहीं था. उन्होंने मुझे कभी फोर्स नहीं किया कि मैं ऐसी कोई दुखभरी कहानी बताऊं.'
हमारे वक्त किसी क्रू से बात कर करने की इजाजत नहीं थी
अपने रिएलिटी शो के एक्सपीरियंस पर काजी कहते हैं, 'शुक्र है उस वक्त चीजें काफी नैचरल हुआ करती थीं. हमें वहां किसी भी क्रू मेंबर्स से बात करने की इजाजत नहीं थी. सेट पर जजेस भी आकर नाचने नहीं लगते थे. कुछ भी प्लान नहीं किया जाता था. बहुत ही ऑर्गैनिक तरीके से चीजों को परोसा जाता था. आज देखें न, लोग भूल जाते हैं सिंगर्स को, मैं कभी भी कहीं भी जाऊं, दस में से चार लोग तो जरूर कहेंगी कि काजी हमने आपको वोट किया था.' बता दें काजी फेम गुरूकुल के विनर थे, वहीं इस शो में अरिजीत सिंह टॉप 5 तक पहुंच पाए थे.
नेहा वर्मा