लॉकडाउन में जब सिनेमाघरों के बाहर ताला लटका था, तब ओटीटी ही हर सिनेमालवर के लिए एकमात्र सहारा था. इस दौर में आई कई सीरीज और फिल्मों ने लोगों का ध्यान खींचा. ऐसा ही एक शो हॉटस्टार पर आया क्रिमिनल जस्टिस भी रहा, जिसने क्राइम थ्रिलर के जॉनर में झंडे गाड़े. पंकज त्रिपाठी सीरीज़ में लीड रोल निभा रहे थे लेकिन शो में अहम किरदार निभाने वाले 20 साल के आदित्य गुप्ता ने अपनी अदाकारी से हर किसी का ध्यान खींचा.
शो में आदित्य ने मुकुल आहूजा का किरदार निभाया था, उनका काम लोगों को पसंद आया और वह सोशल मीडिया पर भी छा गए. आदित्य गुप्ता एक बार फिर स्क्रीन पर लोगों का ध्यान खींचने आ रहे हैं और स्कूल फ्रेंड्स में वह स्पेशल रोल निभाते दिखेंगे. कोलकाता के रहने वाले आदित्य कैसे ओटीटी की दुनिना में छा गए. उन्होंने अपने सफर, प्रोजेक्ट्स पर aajtak.in से खास बात की.
सवाल: क्रिमिनल जस्टिस जैसे बड़े शो से आपकी फैन फॉलोइंग बढ़ी है, सोशल मीडिया पर आप आज स्टार हैं ये अनुभव कैसा है?
जवाब: बहुत खुशी हो रही है, मैं खुशनसीब फील करता हूं. मुझे एक बड़ा मौका मिला था, मैंने सोचा नहीं था कि यहां तक पहुंच जाऊंगा. मैंने जब एक्टिंग शुरू की थी, तो इतना लॉन्ग टर्म सोचकर नहीं की थी. लेकिन कहते हैं कि जब आपके पास अपने लिए कोई प्लान नहीं होता, तो भगवान के पास आपके लिए प्लान होता है. तो कुछ इस तरह मेरी कहानी रही. इससे पहले कोई भी प्रोजेक्ट नहीं किया था. क्रिमिनल जस्टिस मेरा पहला प्रोजेक्ट रहा है. मेरे पहले एक्सपीरिएंस में ही मुझे पकंज त्रिपाठी जैसे नाम के साथ काम करने का मौका मिला.
सवाल: पंकज त्रिपाठी जैसा बड़ा नाम जब सेट पर दिखा, तब कैसा रिएक्शन रहा था?
जवाब: मैंने कभी एक्सपेक्ट नहीं किया था कि उनके साथ एक टेबल पर रहूंगा, अपनी लाइफ का पहला शो ही उनके साथ करूंगा. उन्होंने कभी भी खुद को हावी नहीं होने दिया, वह इतने बड़े स्टार हैं लेकिन सेट पर वह इसका अनुभव नहीं होने देते हैं. शो के दौरान पंकज सर से काफी कुछ सीखने को मिला.
सवाल: क्रिमिनल जस्टिस ही आपका पहला शो रहा, लेकिन एक्टिंग का सफर कैसे शुरू हुआ?
जवाब: मैंने थिएटर के साथ प्रोफेशनल शुरुआत की थी. ऊषा गांगुली मैम के थिएटर ग्रुप रंग कर्मी से मैंने 2 साल तक ट्रेनिंग की. उसी दौरान क्रिमिनल जस्टिस का ऑडिशन का मौका मिला, जब मैंने कोलकाता में ऑडिशन दिया तभी सेलेक्ट होने की खबर मिली और मुंबई का सफर शुरू हो गया था.
सवाल: थिएटर या ओटीटी में आपकी पहली पसंद क्या रहा?
जवाब: मुझे ऐसा लगता है कि दोनों की ही अपनी पोजिशन हैं. अपने स्तर पर दोनों अपने तरीके से काम करते हैं. थिएयर की बात करें तो स्टेज पर काम करने का अपना एक अलग मजा होता है, अपनी एक वाइब होती है. जब एक एक्टर परफॉर्म करता है तो वह समझ पाता है. मुश्किल या आसान मैं कहूंगा कि यह एक परसपेक्टिव है, देखने का नजरिया है. मैं यह नहीं कहूंगा कि कोई आसान है, कोई मुश्किल है. जब आप कैमरे पर होते हैं, तब उसका अलग तरीका होता है मुझे दोनों पसंद हैं.
सवाल: क्रिमिनल जस्टिस के लिए आपको कितने ऑडिशन देने पड़े, क्या कुछ दिक्कत आई?
जवाब: मैंने अक्टूबर में अपना पहला ऑडिशन दिया था, रोहन सिप्पी जी चाहते थे कि मैं उसमें ही कुछ चेंज करूं. फिर नवंबर में फिर ऑडिशन हुआ था, ऑडिशन के दोनों ही राउंड कोलकाता में हुए थे.
सवाल: आप कोलकाता से मुंबई आए, मुंबई में अपना एक स्ट्रगल है कई लोग यहां से लौट जाते हैं, आपके स्ट्रगल की क्या कहानी है?
जवाब: मुंबई एक गिविंग शहर है, अगर आप मेहनत करते हो, आपके इंटेंशन्स सही हैं जो ये आपको सबकुछ देता भी है. एक इंसीडेंट हैं जो कि मेरे दिल के बहुत करीब है. उसके बाद मुझे समझ आ गया कि मुंबई ने मुझे अपना लिया है. मैं बहुत मिडिल क्लास फैमिली से हूं. मेरे पास इतने पैसे थे नहीं, जब शुरुआत में मुझे क्रिमिनल जस्टिस मिला तो मैंने सोचा कि घर से पैसे नहीं लूंगा.
थिएटर के दौरान ही मैं पार्ट टाइम जॉब भी करता था, सेविंग्स के दमपर ही मैं मुंबई आ गया था. 2 महीने के शूट में मेरे पैसे खत्म हुए, जहां मैं रुका था वहां से निकलना पड़ा तो मैंने सोचा कि अब क्या होगा, ऐसे में स्टेशन पर सोने की कहानियां सुनी थीं. मेरे पास यही रास्ता दिखा था, जब मैं बैग लेकर चलने लगा तभी क्रिमिनल जस्टिस की साइनिंग अमाउंट आ गई. तब मुझे लगा कि मुंबई ने मुझे अपना लिया है.
सवाल: आपका पहला शो इतना हिट गया है, ऐसा डर तो नहीं हैं कि आप एक जैसे रोल में सिमट जाएं, आपका आगे का क्या प्लान है?
जवाब: ये हर किसी के दिमाग में रहता है, अभी मेरा एक ही शो आया है. लेकिन मैंने इस दौरान काफी काम किया है, अलग-अलग शो अभी बाहर आएंगे. तब दर्शकों को मेरे अलग-अलग कैरेक्टर्स का पता लगेगा. कोई भी कैरेक्टर एक-दूसरे से मिलता हुआ नहीं हैं, मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि मुझे अलग तरह के किरदार निभाने का मौका मिल रहा है.
मेरे आने वाले प्रोजेक्ट में अभी ओटीटी पर एक फिल्म अपूर्वा है, इसके अलावा स्कूल फ्रेंड्स वेबसीरीज़ आ रही है जो जुलाई में ही रिलीज़ है. यहां आपको मेरे किरदार क्रिमिनल जस्टिस से बिल्कुल अलग दिखेगा. मैंने हाल ही में प्लॉट 1/2 नामक एक और वेब सीरीज पूरी की है, जो इस साल के अंत में रिलीज हो जाएगी.
सवाल: अगर बॉलीवुड की बात करें तो यहां आपका रोल मॉडल कौन है?
जवाब: मेरे लिए शाहरुख खान ही आदर्श हैं, वह जिस तरह से खुद को कैरी करते हैं वो एक विजनरी हैं. शाहरुख हमेशा कुछ नया ट्राई करते हैं, फिर चाहे वो ज़ीरो हो या फिर रा-वन हो. रा-वन ही बॉलीवुड में वीएफएक्स के कल्चर को लेकर आया था.
पल्लवी पाठक