रेटिंगः 3 स्टार
डायरेक्टरः पॉल फेग
कलाकारः मेलिसा मैकार्थी, केट मैक्किनॉन, क्रिस्टन विग, लेस्ली जोन्सऔर क्रिस हेम्सवर्थ
घोस्टबस्टर्स को देखने के बाद सबसे पहली लाइन यह जेहन में आती है कि लड़कियों के आगे तो भूत भी भागते हैं. वाकई लड़कियों ने जिस तरह से भूतों के छक्के छुड़ाए हैं वह मजेदार है 1980 के दशक की हिट फिल्म घोस्टबस्टर्स को एक बेहतरीन ट्रिब्यूट भी. 1984 में जहां लड़कों की टीम को भूतों को अपने शिकंजे में कसते दिखाया गया, उसी काम को मस्ती भरे अंदाज में लड़कियों का गैंग अंजाम देता है. फिल्म की मजेदार बात यही है कि इसमें भूतों का किस्सा होते हुए भी यह डराती नहीं है बल्कि हंसाती है और गुदुगदाती हैं.
मेलिसा मैकार्थी और क्रिस्टन विग भूतों की जानकार हैं और इस फील्ड में बड़ी जानकारी भी रखती हैं. फिर केट मैक्किनॉन और लेस्ली जोन्स के साथ मिलकर वे भूतों के पीछे पड़ जाती हैं. फिर क्या वे हर उस जगह से भूतों को खदेड़ने में जुट जाती हैं जहां होने की खबर उनको मिलती है. भूतों को पकड़ने के दौरान दिलचस्प किस्से होते हैं, और उनके भूतों को पकड़ने वाले गैजेट्स और गन भी मजेदार लगते हैं.
दिलचस्प यह कि पॉल फेग ने कहानी को आज के हिसाब से बिठाने के लिए 1984 की तुलना में मजेदार ट्विटस्ट महिलाओं को कास्ट करके दिया ही है. क्रिस हेम्सवर्थ को उनका सेक्रेटरी बनाना और भी मजेदार लगता है. अक्सर फिल्मों में नजर आता है कि पुरुष बॉस होता है और खूबसूरत महिला उसकी सेक्रेटरी लेकिन फेग ने इस कॉन्सेप्ट को बहुत ही खूबी से बदला है. वे खतरों से खेलने वाली औरतों के लिए जबरदस्त मनोरंजन का साधन है.
चारों वीमन ऐक्टर ने बेहतरीन काम किया है, लेस्ली जोन्स और मेलिसा मैकार्थी धमाकेदार हैं. मेलिसा वैसे भी स्पाइ, आइडेंटिटी थीफ और द हीट जैसी फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग और ऐक्टिंग की वजह से पहचान बना चुकी हैं. फिल्म में जब उनके अंदर भूत का वास होता है, तो वह सीन वाकई कमाल है.
वैसे भी फेग इससे पहले स्पाइ, द हीट और ब्राइड्समेड जैसी महिला केंद्रित फिल्में बना चुके हैं, और उन्होंने इसी बात को घोस्टबस्टर्स में भी कायम रखा है. कुल मिलाकर भूतों की बात होते हुए भी फिल्म मस्ती भरी है. हालांकि स्क्रिप्ट थोड़ी कमजोर है. लेकिन आपको फिल्म का मजा लेना है तो इसको 1984 की ओरिजनल फिल्म के साथ जोड़कर तो कतई मत देखिएगा.
नरेंद्र सैनी / पूजा बजाज