रेटिंगः 2.5 स्टार
डायरेक्टरः रेमो डीसूजा
कलाकारः टाइगर श्रॉफ, जैकलीन फर्नांडिस, नाथन जोंस और के के मेनन
बॉलीवुड कहानियों के मामले में कब मैच्योर होगा, यह सवाल 'अ फ्लाइंग जट्ट' को देखने के तुरंत बाद दिमाग में आता है. टाइगर श्रॉफ एक बेहतरीन डांसर और फाइटर हैं. शायद डायरेक्टर उनके इन दोनों हुनर को ही फिल्म चलाने के लिए काफी मानते हैं. वैसे भी वो दो कमजोर कहानियों के साथ दो हिट फिल्म दे भी चुके हैं, 'बागी' और 'हीरोपंती'.
उनकी इस तीसरी फिल्म में भी डायरेक्टर ने पूरा जोर टाइगर के एक्शन और डांस पर ही रखा है. कहानी इस बार भी काफी कमजोर है. सुपरहीरो की फिल्मों में जिस तरह का रोमांच और फ्लो होना चाहिए वह इसमें मिसिंग है.
कहानी की बात
एक उद्योगपति है केके मेनन. जिसकी नजर जमीन एक टुकड़े पर है. लेकिन उस जगह पर टाइगर श्रॉफ अपनी मां अमृता सिंह और भाई के साथ रहता है. जब जमीन को लेकर टकराव होता है तो मेनन अपने खतरनाक विलेन नाथन जोंस उर्फ राका को टाइगर एंड फैमिली की अक्ल ठिकाने लगाने भेज देता है. लेकिन टाइगर निकलता है सुपरहीरो और इस तरह अच्छाई-बुराई की जंग शुरू हो जाती है.
फिल्म की कहानी बच्चों को अच्छी लग सकती है. लेकिन जिस तरह से सुपरहीरो के जरिए पर्यावरण को लेकर संदेश दिया गया है वह बड़ों के गले उतरना थोड़ा मुश्किल ही होगा. रेमो ने सुपरहीरो को लेकर जो मजे लिए हैं, वह अच्छे हैं. वह दर्शकों को हंसाते हैं लेकिन विलेन को लेकर डर पैदा नहीं कर पाते हैं. फर्स्ट हाफ मनोरंजक है लेकिन सेकेंड हाफ घसीटा हुआ हो जाता है. रेमो का सुपरहीरो फिल्म के जरिए संदेश देने का इरादा नेक है लेकिन इसके लिए उन्हें कहानी को और मजबूत बनाना चाहिए था.
स्टार अपील
टाइगर श्रॉफ युवाओं के चहेते हैं और वह उन दोनों काम में माहिर हैं जो युवाओं को भाते हैं जैसे डांस और एक्शन. टाइगर ने बतौर सुपरहीरो अच्छा काम किया है. लेकिन एक्टिंग और डायलॉग डिलिवरी के मामले में आज भी उनका हाथ थोड़ा तंग है. जैकलीन के लिए फिल्म में कुछ खास करने को है नहीं.
फिल्म से उनकी कुल मिलाकर एक ही कमाई है, बीट पर बूटी. अमृता सिंह टाइगर की मम्मी के रोल में अच्छी लगी हैं लेकिन वह कहीं-कहीं काफी लाउड हो जाती है. केके मेनन ठीक हैं. नाथन जोंस भी ओके हैं. टाइगर के भाई के तौर पर गौरव पांडे ने ध्यान खींचा है.
कमाई की बात
टाइगर श्रॉफ की पहली दोनों फिल्में 'बागी' और 'हीरोपंती' लगभग 30 करोड़ रुपये के बजट के अंदर की रही हैं. सूत्रों की मानें तो 'अ फ्लाइंग जट्ट' का बजट 50 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इस तरह टाइगर के लिए बॉक्स ऑफिस पर इस बार परीक्षा आसान नहीं होगी. फिल्म के गाने और एक्शन अच्छे हैं.
फिल्म में जिस तरह की संदेशबाजी की गई है वह बोरियत पैदा करती है. पर्यावरण और सुपरहीरो का कॉम्बिनेशन बाल हनुमान मूवी में भी देखने को मिल चुका है. यहां यह सवाल अहम है कि एक औसत फिल्म के साथ टाइगर क्या तीसरी बार भी लकी रहेंगे?
नरेंद्र सैनी