कौन हैं YRF की कास्ट‍िंग डायरेक्टर शानू शर्मा? इंडस्ट्री की 'स्टार मेकर', मगर छीने कई एक्टर्स से मौके!

ये स्टार मेकर शानू शर्मा हैं कौन? अगर आप भी लगातार इस सवाल के जवाब को खोज रहे हैं तो चलिए हम बता देते हैं. शानू शर्मा बॉलीवुड की फेमस कास्टिंग डायरेक्टर मानी जाती हैं, जिन्होंने रणवीर सिंह, परिणीति चोपड़ा, अर्जुन कपूर, अनुष्का शर्मा, भूमि पेडनेकर, वाणी कपूर और हाल ही में अहान पांडे-अनीत पड्डा जैसे सितारों को टैलेंट की दुनिया में इंट्रोड्यूस कराया है.

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कौन हैं YRF की स्टार मेकर शानू शर्मा? (Photo: Instagram @shanoosharmarahihai) कौन हैं YRF की स्टार मेकर शानू शर्मा? (Photo: Instagram @shanoosharmarahihai)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:20 PM IST

यशराज फिल्म्स की कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा बॉलीवुड की स्टार मेकर कहलाई जाती हैं. शानू इन दिनों खूब चर्चा में हैं. उनपर एक के बाद एक एक्टर्स आरोप लगा रहे हैं कि शानू ने उनसे स्टार बनने के मौके छीन लिए. उनके कास्टिंग स्टाइल पर सवाल उठाए जा रहे हैं. जबकि वो इंडस्ट्री को कई बड़े स्टार्स दे चुकी हैं और सालों से इस इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. 

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लगातार आरोपों का शिकार हो रहीं शानू

हाल ही में एक्ट्रेस ईशा तलवार और निधि सुब्बैया शानू पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनका ऑडिशन के नाम पर मजाक बनाया. ईशा ने बताया था कि उनसे भरे कैफे में रोने का सीन करने की डिमांड की गई, जिससे उनका आत्मविश्वास टूट गया था. वहीं निधि का कहना था कि शानू स्वीट हैं, लेकिन उनके असिस्टेंट्स ने उनका मजाक उड़ाया. साथ ही उनके पोर्टफोलियो और असल फोटोज में जमीन आसमान का फर्क होने की बात कही.

आरोपों का सिलसिला यहीं नहीं थमा इसके बाद एक्टर अभिनव शुक्ला ने भी बताया कि उन्हें भी शानू ने ये कहकर रिजेक्ट कर दिया था कि वो दिखते अच्छे हैं लेकिन उनमें 'स्पार्क' नहीं है. जबकि संजय लीला भंसाली ने उनकी खूब तारीफ की थी. 

ऐसे में चर्चा तेज हो चुकी है कि आखिर ये स्टार मेकर शानू शर्मा हैं कौन? अगर आप भी लगातार इस सवाल के जवाब को खोज रहे हैं तो चलिए हम बता देते हैं. 

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कौन हैं शानू शर्मा?

शानू शर्मा बॉलीवुड की फेमस कास्टिंग डायरेक्टर मानी जाती हैं, जिन्होंने रणवीर सिंह, परिणीति चोपड़ा, अर्जुन कपूर, अनुष्का शर्मा, भूमि पेडनेकर, वाणी कपूर और हाल ही में अहान पांडे-अनीत पड्डा जैसे सितारों को टैलेंट की दुनिया में इंट्रोड्यूस कराया है. वो सालों से यशराज फिल्म्स के साथ जुड़ी हैं. लेकिन इन हालिया आरोपों से उनकी छवि पर सवाल उठ रहे हैं. 

उन पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के भी आरोप लगते आए हैं. हालांकि कहा जाता है कि शानू कास्टिंग के दौरान टैलेंट को तवज्जो देती हैं. वो ओपन ऑडिशन्स आयोजित करती हैं, वॉक-इन्स को मौका देती हैं और कैफे, जिम या रिक्शा जैसे डेली रूटीन की जगहों पर टैलेंट खोजती हैं. वो एक इंटरव्यू में बता चुकी हैं कि वो उसी को मौका देती हैं जिसमें उन्हें एक अलग चमक दिखती है. 2024 में उन्होंने YRF कास्टिंग ऐप को भी लॉन्च किया, जिससे दुनिया भर के एक्टर्स को ऑडिशन देने का मौका मिलता है.

कभी वेट्रेस हुआ करती थीं शानू

शानू का बचपन जयपुर, लखनऊ और जोहान्सबर्ग (साउथ अफ्रीका) जैसे शहरों में बीता. उनके पिता का एक इंडियन रेस्टोरेंट था. यंग ऐज में शानू अपने पिता के होटल में वेट्रेस का काम करती थीं. वो बार टेंडिंग भी कर चुकी हैं. हालांकि 17 साल की उम्र में वो हमेशा के लिए मुंबई लौट आई थीं. शानू ने एक इंटरव्यू में बताया कि,"मैं कभी कास्टिंग डायरेक्टर बनना नहीं चाहती थी. मैं शादी करना चाहती थी, बच्चे चाहती थी और चाहती थी कि मेरा पति मेरी देखभाल करे.  

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''मैं 14 साल की उम्र में वेट्रेस बन गई थी क्योंकि मैं खुद को बड़ा दिखाना चाहती थी. मुझे किसी भी तरह की हिचक नहीं है, क्योंकि जब आप वेट्रेस बनते हो, तो आप वो रवैया नहीं अपनाते कि 'यार, मैं इनकी बेटी हूं' या 'मैं इस परिवार से हूं'. और विदेश में रहना इसमें मदद करता है. मैं लगभग स्कूल ड्रॉपआउट हूं. मेरे पास स्कूल सर्टिफिकेट भी नहीं है, लेकिन मैंने पास कर लिया था. मेरी पढ़ाई पूरे भारत में हुई, फिर मैं 10 साल के लिए साउथ अफ्रीका चली गई क्योंकि मेरा परिवार वहां शिफ्ट हो गया था.''

''एक दिन मेरे पिता ने पूछा, 'तुम काम करना चाहती हो या कॉलेज जाना चाहती हो?' मैंने कहा, 'मैं काम करने के लिए बेताब हूं.' फिर मैं 1997 में भारत आ गई. मैं सिर्फ 2000 या 2500 रुपये महीना कमाना चाहती थी, ताकि फोन बिल भर सकूं, चांदी की बालियां खरीद सकूं, या जो भी मैं लेना चाहूं.''  

सिर मुंडवा कर रखती थीं शानू, ऐसे मिली थी पहली जॉब
 
शानू की पहली जॉब मनीष मल्होत्रा के साथ थी. वो कहती हैं,''मैं पहले सिर मुंडवाकर रखती थी. मैं गंजी थी, अच्छा बोलती थी और मनीष को मेरा ये स्टाइल पसंद आया, तो उन्होंने मुझे काम पर रख लिया. ये मेरा पहली बार परिवार से दूर रहने का अनुभव था. मैं अकेली रह रही थी और चाहती थी कि हर रात पार्टी करने बाहर जाऊं. मैं उनके घर लौटकर लगभग बेहोश-सी गिर जाती थी. तो उन्होंने मुझे एक महीने बाद नौकरी से निकाल दिया. आज हम इस बात पर हंसते हैं."

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शानू ने बताया था कि उन्हें 6 महीने तक जॉब करने और छोड़ने के बाद वापस साउथ अफ्रीक बुला लिया गया था. लेकिन फिर एक फैमिली इशू के बाद वो वापस भारत आ गई थीं. लेकिन वो अपने रिश्तेदारों से खूब ताने सुनती थीं क्योंकि वो कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाती थीं. शानू कहती हैं मैं तब एक जॉब में नहीं टिक पाती थी लेकिन अब सालों से यशराज के साथ काम कर रही हूं. 

शानू को कैसे मिला था ब्रेक?

एक पैर की चोट ने उन्हें बिस्तर पर ला पटका, जिसके बाद उन्होंने टैलेंट मैनेजमेंट का काम शुरू किया. ऐसे उनके कास्टिंग करियर की शुरुआत हुई. उनके नाना मुकेश और दादा बी.एम. शर्मा के फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ाव ने उन्हें शुरुआती प्रेरणा दी. हालांकि शानू अपनी यंग ऐज में शादी कर घर बसाने का सपना देखा करती थीं, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. 

शानू को ब्रेकथ्रू हालांकि यशराज फिल्म्स से जुड़ने पर मिला था. वो 2010 में प्रोडक्शन हाउस की चीफ बनीं. इसके बाद उन्होंने माई नेम इज खान (2010), बैंड बाजा बारात (2010), एक था टाइगर (2012), इश्कजादे (2012), जब तक है जान (2012), शुद्ध देसी रोमांस (2013), गुंडे (2014), दम लगा के हईशा (2015), सुल्तान (2016) समेत कई फिल्मों की हर छोटी-बड़ी कास्टिंग की. हालांकि वो फ्रीलांसर के तौर पर करण जौहर की फिल्मों के लिए भी कास्टिंग कर चुकी हैं. 

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वैसे इसके अलावा शानू खुद 'साथिया' फिल्म में रानी मुखर्जी की दोस्त के रूप में एक्ट कर चुकी हैं. वो 'कैदी बैंड' फिल्म को यशराज बैनर्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस भी कर चुकी हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो शानू की कमाई करोड़ों में है. वो लगभग 18 सालों से इस शो बिजनेस का हिस्सा हैं. 

जब शानू को मिली धमकियां

शानू बतौर कास्टिंग डायरेक्टर दीपिका पादुकोण, कंगना रनौत और इरफान खान जैसे सितारों को उनके शुरुआती करियर में कास्ट करने के मौके चूक गईं. इस बात का उन्हें आज भी मलाल होता है. हालांकि उनपर हाल ही में सैयारा के लिए अहान पांडे को कास्ट करने पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने का इल्जाम लगा था. 

हालांकि शानू को किसी एक्टर को कास्ट ना किए जाने पर धमकी भी मिल चुकी है. शानू बता चुकी हैं कि जब उन्होंने खोया खोया चांद की कास्टिंग की थी उसके बाद से उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गई थी. उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें संघर्ष कर रहे एक्टर्स कभी स्टॉक करेंगे. यहां तक कि जान से मारने की धमकियां भी मिलेंगी. उनके डेटाबेस में करीब 17 लाख एक्टर्स हैं, लेकिन वो सबके लिए काम नहीं ढूंढ सकतीं.

उन्हें रोज 8,000 से ज्यादा ईमेल आते हैं, जिससे उनकी मेलबॉक्स हमेशा भर जाती है और मेल बाउंस होने लगते हैं. इसके अलावा, उन्हें रोज सैकड़ों मैसेज भी मिलते हैं. इस सब से वो कैसे निपटती हैं? जवाब में वो कहती हैं, "सच बताऊं, जब मैं यहां आई थी, तो रोज 30-40 लोगों से मिलती थी. कोई भी मुझसे मिलने आता, मैं मिल लेती थी. दिन खत्म होते-होते मैं बिल्कुल थक जाती थी और महसूस करती थी कि मैं इन लोगों के लिए किसी मनोचिकित्सक की तरह हो गई हूं, जैसे उनकी काउंसलिंग कर रही हूं."

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सिंगल हैं शानू शर्मा, कब बनेंगी दुल्हन?

शानू का शादी से कोई खास नाता नहीं है. वो सिंगल रहना ज्यादा पसंद करती हैं. हालांकि वो कह चुकी हैं कि वो बीच-बीच में लोगों को डेट करती रहती हैं. वो किसी की पारंपरिक पसंद वाली लड़की नहीं हैं. हालांकि वो कोशिश करती हैं कभी-कभी एडजस्ट करने की. लेकिन उन्हें वो ‘घंटी’ चाहिये, जो किसी को देखकर दिल में बजे. 

वो कहती हैं- आज मुझे लगता है कि मुझे शादी करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मैं जिस इंसान से शादी करूं, उससे बोर नहीं हो सकती. अगर ऐसा हुआ, तो बस बात खत्म. मेरे लिए ये स्टेटस या लुक्स की बात नहीं है. मैं रोज अच्छे दिखने वाले लोगों को देखती हूं. मेरे लिए तो जैसे ही कोई मुझे हंसा दे… बस, वही काफी है. और हां, उसे डांस भी आना चाहिए.

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