बॉलीवुड-टीवी इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आई. 54 साल के मुकुल देव ने 24 मई की सुबह अंतिम सांस ली. अकेलेपन और बढ़े वजन के कारण मुकुल काफी परेशान चल रहे थे. इसके अलावा भी उन्हें कुछ समस्याएं थीं. विंदु दारा सिंह ने इस बात का खुलासा किया. मुकुल को दर्शकों ने 'यमला पगला दीवाना', 'आर राजकुमार', 'सन ऑफ सरदार' और 'जय हो' जैसी फिल्मों में एक अहम किरदार निभाते देखा है.
मुकुल के करियर पर लगा ब्रेक
मुकुल देव ने इंडियन सिनेमा में बहुत काम किया है. उनकी करियर काफी एम्बीशियस और पारंपरिक रूट्स से जुड़ा रहा है. लाइमलाइट में आने से पहले मुकुल ने कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग ली थी. बैच में चौथे स्थान पर ये रहे थे. पर इनका पैशन कहीं और था. क्लास 8 में थे मुकुल, जब उन्हें लगा था कि एक्टिंग करियर उनके लिए बेहतर विकल्प रहेगा. दूरदर्शन पर एक डांस शो के दौरान इन्होंने माइकल जैकसन की एक्टिंग की थी.
इसके बाद साल 1996 में मुकुल ने सीरियल 'मुमकिन' से टीवी पर डेब्यू किया था. कई कॉमेडी शोज का भी ये हिस्सा रहे. इसी साल इन्होंने फिल्मों में भी कदम रखा था. सुष्मिता सेन के साथ फिल्म 'दस्तक' में ये नजर आए थे. इसके बाद इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
अपने करियर पर बात करते हुए मुकुल ने एक बार हिन्दुस्तान टाइम्स से कहा था- 90 के दशक में मैंने करियर की शुरुआत की थी. पर मुझे कभी लीड रोल के लिए अप्रोच नहीं किया गया. साल 2000 में मेरे करियर पर ब्रेक लगा, तब 'क्या कहना' फिल्म में मुझे सैफ अली खान से रिप्लेस किया गया था. मैं सेट पर लेट आया था, जिसके बाद रमेश तौरानी ने मुझे फायर कर दिया था. साल 2000 के शुरुआत मैं मैंने टीवी पर वापसी की. कई बड़े सीरियल्स किए. टीवी ने मेरा करियर बचाया. सिर्फ इतना ही नहीं, मैंने पंजाबी सिनेमा में भी हाथ आजमाया.
बता दें कि मुकुल ने फिल्म 'उमड़ता' लिखी है. मुकुल ने कहा था कि उन्हें पढ़ना पसंद है. लिखना भी. उन्हें नहीं पता था कि जो फिल्म वो लिख रहे हैं, हंसल मेहता उसे असल में फिल्म में तब्दील कर ही देंगे. मुकुल एक्टर होने के साथ-साथ राइटर भी थे. पर काफी समय से वो पर्दे से दूर थे. गायब से हो गए थे.
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