Zahoorabad Assembly Seat: ओमप्रकाश राजभर हैं विधायक, क्या बचा पाएंगे विधायकी?

जहूराबाद विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मैदान में थे. सुभासपा और बीजेपी का गठबंधन था.

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यूपी Assembly Election 2022 जहूराबाद विधानसभा सीट यूपी Assembly Election 2022 जहूराबाद विधानसभा सीट

विनय कुमार सिंह

  • गाजीपुर,
  • 26 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:55 PM IST
  • जहूराबाद सीट से 3 चुनाव हारे हैं ओमप्रकाश राजभर
  • बीजेपी के साथ गठबंधन में जीते थे सुभासपा अध्यक्ष

यूपी के गाजीपुर जिले में सात विधानसभा सीटें हैं जिनमें से एक विधानसभा सीट है जहूराबाद विधानसभा सीट. जहूराबाद विधानसभा सीट सिर्फ जिले ही नहीं, सूबे की सियासत में भी चर्चित सीट है. जहूराबाद विधानसभा सीट साल 2017 के चुनाव की हॉट सीटों में से एक थी. इसी विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर विधायक हैं.

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जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के मतदाता लोकसभा चुनाव में बलिया लोकसभा सीट के लिए मतदान करते हैं. गाजीपुर जिले का जहूराबाद क्षेत्र पूरी तरह से कृषि पर आधारित क्षेत्र है. कांग्रेस की सरकार के समय जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के बहादुरगंज में एक सहकारी कताई मिल भी लगी थी जो पिछले दो दशक से बंद पड़ी है. इस क्षेत्र का गंगौली गांव मशहूर साहित्यकार और स्क्रिप्ट राइटर डॉक्टर राही मासूम रजा का पैतृक गांव है. बहादुरगंज की चंडी माता स्थान और अमवा की सती मैया का स्थान भी आस्था का केंद्र है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

जहूराबाद विधानसभा सीट के राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1980 और 1985 में सुरेंद्र सिंह, 1989 में वीरेंद्र सिंह, 1991 में सुरेंद्र सिंह, 1993 में इश्तियाक अंसारी, 1996 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के गणेश राजभर विधायक निर्वाचित हुए. 2002 और 2007 में विधानसभा चुनाव में बसपा के कालीचरण राजभर और 2012 में समाजवादी पार्टी (सपा) के सैयदा शादाब फातिमा विधायक निर्वाचित हुई थीं.

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2017 का जनादेश

जहूराबाद विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मैदान में थे. सुभासपा और बीजेपी का गठबंधन था. ओमप्रकाश राजभर के सामने बसपा के कालीचरण राजभर की चुनौती थी. ओमप्रकाश राजभर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कालीचरण को 18081 वोट के अंतर से हरा दिया था.

सामाजिक ताना-बाना

जहूराबाद विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां पौने चार लाख से अधिक मतदाता हैं. जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र दलित और राजभर बाहुल्य क्षेत्र है. इस विधानसभा क्षेत्र में यादव, चौहान, मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता है. जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र में सवर्ण मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं जिनमें राजपूत मतदाताओं की भागीदारी अधिक है.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड

जहूराबाद विधानसभा सीट से विधायक ओमप्रकाश राजभर तीन दफे किस्मत आजमा चुके थे लेकिन हर बार मात खानी पड़ी थी. बीजेपी के साथ गठबंधन कर 2017 में चुनाव मैदान में उतरे और जीत मिली. जहूराबाद विधानसभा सीट से विधायक ओमप्रकाश राजभर के कार्य से आम जनता बहुत संतुष्ट नजर नहीं आती. इलाके के लोगों का कहना है कि वे क्षेत्र में कम दिखते हैं. ओमप्रकाश राजभर सूबे की सरकार कैबिनेट मंत्री भी बने लेकिन इलाके के विकास से ज्यादा उनका ध्यान सत्ता पक्ष के विरोध पर रहा.

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