उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की एक विधानसभा सीट है मोहान विधानसभा सीट. इस विधानसभा क्षेत्र के तहत नवाबगंज, हसनगंज विकासखंड आते हैं. ये विधानसभा क्षेत्र सई नदी के किनारे बसा है. यूपी की राजधानी लखनऊ की सीमा से सटी इस विधानसभा सीट के तहत तीन नगर पंचायतें आती हैं- मोहान, औरास और नवाबगंज नगर पंचायत.
मोहान विधानसभा क्षेत्र शिक्षा के मामले में बहुत पीछे है. यातायात की स्थिति बहुत खराब है. जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय के बीच बस सेवा नहीं होने के कारण इलाकाई लोगों को आवागमन में परेशानी होती है. इस इलाके में आम और धान, गेहूं का उत्पादन होता है. ये विधानसभा सीट सुरक्षित विधानसभा सीट है. महान स्वत्रंत्रता संग्राम सेनानी हसरत मोहानी मोहान के रहने वाले थे जो संविधान प्रारूप समिति के सदस्य भी थे.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मोहान विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो आजादी के बाद पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस के जंटाशकर तिवारी विधायक निर्वाचित हुए थे. 1957 में कम्युनिस्ट पार्टी के सजीवन लाल विधायकी जीते और सात बार इस विधानसभा क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया. मोहान विधानसभा सीट से सबसे अधिक दफे विधायक निर्वाचित होने का रिकॉर्ड भी सजीवन लाल के नाम पर ही दर्ज है. मोहान विधानसभा सीट से साल 2007 और 2012 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राधेलाल रावत विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. इस विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवारों को तीन दफे जीत मिली है.
2017 का जनादेश
मोहान विधानसभा क्षेत्र से 2017 के चुनाव में कुल आठ उम्मीदवार मैदान में थे. बीजेपी ने मोहान सुरक्षित सीट से बृजेश रावत को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी के बृजेश रावत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के राधेलाल रावत को 54 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था. कांग्रेस के भगवान दास कठेरिया तीसेर स्थान पर रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
मोहान विधानसभा क्षेत्र के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. मोहान विधानसभा सीट की गिनती अनुसूचित जाति और जनजाति बाहुल्य सीटों में की जाती है. इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में सामान्य वर्ग के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
मोहान विधानसभा सीट से विधायक बीजेपी के बृजेश रावत शहर के अटल बिहारी इंटर कॉलेज में शिक्षक हैं. मोहान सीट से वे पहली दफे मैदान में उतरे थे और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे. 55 साल के बृजेश रावत एमए बीएड हैं. इनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं. बृजेश रावत का दावा है कि इनके कार्यकाल में मोहान विधानसभा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हुआ है.
विशाल सिंह चौहान