Kheragarh Assembly Seat: कभी था कांग्रेस का गढ़, अभी बीजेपी का है विधायक... 2022 में क्या होगा?

खेरागढ़ विधानसभा सीट आगरा जिले में कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी. वक्त के साथ राजनीतिक समीकरण भी बदले और अब यहां बसपा और बीजेपी मजबूत स्थिति में हैं.

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अरविंद शर्मा

  • आगरा,
  • 12 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST
  • बीजेपी के महेश गोयल हैं खेरागढ़ सीट से विधायक
  • कांग्रेस आठ बार जीती है खेरागढ़ विधानसभा सीट

उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा में एक विधानसभा सीट है खेरागढ़ विधानसभा सीट. खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में तीन ब्लॉक हैं- खेरागढ़, जगनेर और सैयां. इस सीट का मिजाज परिवर्तन का रहा है. कांग्रेस ने इस सीट से आठ बार विजय पताका फहराई है. यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मजबूत स्थिति में हैं. हालांकि, समाजवादी पार्टी (सपा) को यहां एक भी दफे जीत नसीब नहीं हुई है.

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खेरागढ़ विधानसभा सीट आगरा जिले में कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी. वक्त के साथ राजनीतिक समीकरण भी बदले और अब यहां बसपा और बीजेपी मजबूत स्थिति में हैं. बसपा इस सीट को लगातार दो बार जीत चुकी है, जबकि बीजेपी ने भी यहां तीन दफे जीत हासिल की है. अभी ये सीट बीजेपी के पास है और महेश गोयल यहां से विधायक हैं.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

खेरागढ़ विधानसभा सीट से पहले चुनाव में विधायक निर्वाचित हुए जगन प्रसाद रावत चार बार विधानसभा के सदस्य रहे. कांग्रेस के जगन प्रसाद रावत 1952, 1962, 1967 और 1969 में विधायक रहे. 1957 में निर्दलीय उम्मीदवार कृष्णदत्त पालीवाल विधायक निर्वाचित हुए थे. 1974 में कांग्रेस-एस के टिकट पर शिव प्रकाश गुप्ता विधानसभा पहुंचे तो 1977 में चौधरी चरण सिंह के दामाद गुरुदत्त सिंह सोलंकी जनता पार्टी के टिकट पर विधायक बने.

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खेरागढ़ के मतदाताओं ने 1980 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे मंडलेश्वर सिंह को अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए विधानसभा में भेजा और वे 1989, 1993 और 1996 में भी विधायक रहे. दबंग गुर्जर नेता की छवि वाले मंडलेश्वर सिंह तीन दफे कांग्रेस और एक दफे 1989 में जनता दल के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे. 1985 में कांग्रेस के ही बहादुर सिंह, 1991 में बीजेपी के बाबूलाल गोयल, 2002 में बीजेपी के रमेशकांत लवानियां, 2005 में राष्ट्रीय लोक दल के अमर सिंह परमार, 2007 और 2012 में बसपा के भगवान सिंह कुशवाहा विधायक निर्वाचित हुए.

2017 का जनादेश

खेरागढ़ विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने महेश कुमार गोयल को उम्मीदवार बनाया. बीजेपी के महेश ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के दो बार के विधायक भगवान सिंह कुशवाहा को करीब 32 हजार वोट के बड़े अंतर से शिकस्त दी. महेश गोयल को 93,510 और दूसरे स्थान पर रहे बसपा के भगवान सिंह कुशवाहा को 61,511 वोट मिले थे.

सामाजिक ताना-बाना

खेरागढ़ विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के लोग निवास करते हैं. खेरागढ़ विधानसभा सीट की गिनती ठाकुर, ब्राह्मण और कुशवाहा बाहुल्य सीट के रूप में होती है. सैयां विकास खंड में त्यागी बिरादरी की बहुलता वाले 40 गांव हैं, जिसकी वजह से इस इलाके को त्यागी चालीसा भी कहा जाता है. 

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विधायक का रिपोर्ट कार्ड

खेरागढ़ विधानसभा सीट से विधायक बीजेपी के महेश कुमार गोयल का दावा है कि उनके कार्यकाल में विकास के जितने कार्य हुए, उतने कभी नहीं हुए. वे शिक्षा और सड़क से लेकर स्वास्थ्य तक को लेकर कराए गए कार्य गिनाते हैं. वहीं, विरोधी दलों के लोग विधायक के दावे नकारते हुए कह रहे हैं कि क्षेत्र की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं.

 

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