उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की एक विधानसभा सीट है बढ़ापुर विधानसभा सीट. ये एक वन क्षेत्र है. बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र की सीमा उत्तराखंड से मिलती है. इस विधानसभा क्षेत्र में बढ़ापुर कस्बे के अलावा ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं. अमानगढ़ टाइगर रिजर्व भी इसी इलाके में है और इस इलाके से कार्बेट नेशनल पार्क का हिस्सा भी मिलता है.
बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए बाढ़ बड़ी समस्या है. ये विधानसभा क्षेत्र संसदीय चुनाव में मुरादाबाद लोकसभा सीट के तहत आता है. बढ़ापुर विधानसभा सीट के लिए सात चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस सीट से अपने निवर्तमान विधायक कुंवर सुशांत कुमार सिंह पर ही दांव लगाया है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मोहम्मद गाजी को उम्मीदवार बनाया है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
बढ़ापुर विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले इस विधानसभा क्षेत्र में शामिल इलाके अफजलगढ़ विधानसभा सीट का भाग हुआ करते थे. बढ़ापुर विधानसभा सीट (पुराना नाम अफजलगढ़) से बीजेपी के डॉक्टर इंद्रदेव सिंह लगातार चार बार 1991, 1993, 1996 और 2002 में विधायक रहे. 2007 में बसपा के मोहम्मद गाजी ने इंद्रदेव को हरा दिया था. परिसीमन के बाद 2012 के चुनाव में भी इस सीट से मोहम्मद गाजी विधानसभा पहुंचे.
2017 का जनादेश
बढ़ापुर विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुंवर सुशांत कुमार सिंह को मैदान में उतारा. कुंवर सुशांत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के हुसैन अहमद को करीब 10 हजार वोट के अंतर से हरा दिया था. बसपा के फहद याजदनी तीसरे, निर्दलीय डॉक्टर इंद्रदेव सिंह चौथे और राष्ट्रीय लोक दल की राधा सैनी पांचवे स्थान पर रही थीं.
सामाजिक ताना-बाना
बढ़ापुर विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस सीट पर करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. जातिगत आंकड़ों की बात करें तो बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र में अनुमानों के मुताबिक सबसे ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. चौहान, सैनी और कश्यप के साथ ही पाल बिरादरी के मतदाता भी इस सीट का परिणाम तय करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
बढ़ापुर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए बीजेपी के कुंवर सुशांत कुमार सिंह मुरादाबाद के पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह के पुत्र हैं. कुंवर सर्वेश सिंह के पिता राजाराम पाल सिंह भी सियासत में रहे और चार दफे ठाकुरद्वारा सीट से विधायक रहे. कुंवर सुशांत सिंह का जन्म 25 दिसंबर 1988 को मुरादाबाद में हुआ था. दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट कुंवर सुशांत का दावा है कि उनके कार्यकाल में इलाके का चहुंमुखी विकास हुआ है. विपक्षी उम्मीदवार विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं.
संजीव शर्मा