गुजरात और हिमाचल दो राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं. इसके अलावा पूरे देश की निगाहें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर भी टिकी हैं. जहां कि नगर निगम के चुनाव हुए. दिल्ली का नगर निगम पूरे देश का सबसे बड़ा नगर निगम है. इन सभी चुनावों का एग्जिट पोल आप सबसे पहले और सबसे सटीक सिर्फ आजतक पर पढ़ सकते हैं. गुजरात में 183 सदस्यीय सीटों पर मतदान हुआ है तो हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों पर वोटिंग हुई है. इसके अलावा दिल्ली के MCD चुनावों में 250 वार्ड में वोटिंग हुई है.
एग्जिट पोल घोषित होने के बाद हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया है. जयराम ठाकुर का कहना है कि अभी एग्जिट पोल आए हैं और पूरे नतीजे आने बाकी हैं. हालांकि अलग-अलग चैनलों के अलग-अलग नतीजे आ रहे हैं, लेकिन बावजूद उसके उनको पूरा भरोसा है कि हिमाचल में सरकार भाजपा की बनेगी और कांटे की टक्कर कांग्रेस पार्टी के साथ हुई है. जयराम ठाकुर मानते हैं कि हिमाचल में 2 ही पार्टी हैं और कड़ी टक्कर हुई है. ठाकुर ने कहा, OPS का मुद्दा हो या फिर अन्य मुद्दे, इनके बावजूद हिमाचल के लोगों ने रिवाज बदलने का काम किया है और सरकार भाजपा की ही बनेगी.
साउथ गुजरात की 35 सीटों में से 29 पर भाजपा के जीतने का अनुमान है. इसके अलावा 2 पर कांग्रेस जीत सकती है तो वहीं 3 सीटें आप के और 1 सीट अन्य के खाते में जा सकती है.
सेंट्रल गुजरात की 65 सीटों में से भाजपा के खाते में 52 सीटें जाती दिख रही हैं. वहीं कांग्रेस को 5 सीटें मिल सकती हैं, तो 7 पर आम आदमी पार्टी जीत सकती है. इसके अलावा सेंट्रल गुजरात की 65 सीटों में से 1 सीट अन्य के खाते में जा सकती है.
उत्तरी गुजरात की 28 सीटों में से 27 पर भाजपा के जीतने का अनुमान है. इसके अलावा 8 सीटों पर कांग्रेस तो AAP को 2 सीटों मिलने का अनुमान है. साथ ही 1 सीट अन्य के खाते में जा सकती है.
इन चुनावों को हमने 4 टुकड़ों में बांटा. पहले हिस्से में बात सौराष्ट्र और कच्छ की. यहां की 54 सीटों में भाजपा को 42 सीटें, कांग्रेस को 8 सीटें, आप को 3 सीटें तो अन्य को 1 सीट मिलने का अनुमान है.
गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा को 46 फीसदी, कांग्रेस को 26 फीसदी, तो आम आदमी पार्टी को 20 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. वहीं एग्जिट पोल के मुताबिक अन्य दलों को 8 फीसदी सीटें मिलने का अनुमान है.
गुजरात में फिर से भाजपा के जीतने का अनुमान है. भाजपा को राज्य में 131-151 सीटें मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को 16-30 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं आम आदमी पार्टी को 9-27 सीटें मिल सकती हैं.
गुजरात विधानसभा चुनावों में 28% SC, 33% ST तो 57% OBC और 47 फीसदी ठाकोर वोटर्स ने भाजपा को वोट दिया. इसके अलावा कांग्रेस को 35% SC, 27% ST, 22% OBC और 29% ठाकोर वोट मिलने का अनुमान है. इसके अलावा आप को 30% SC, 31% ST, 14% OBC और 16 फीसदी ठाकोर वोट मिलने का अनुमान है.
एग्जिट पोल के अनुसार गुजरात में 45 फीसदी ग्रामीणो ने भाजपा को वोट दिया है तो 48 फीसदी शहरी वोटर्स ने भाजपा पर भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस को 27 फीसदी ग्रामीणों और 24 फीसदी शहरी लोगों ने वोट दिया है. इसके अलावा AAP को 20% ग्रामीण और 21 फीसदी शहरी वोटर्स ने वोट दिया है. साथ ही 8 फीसदी ग्रामीणों ने अन्य दलों पर भरोसा जताया तो 7 फीसदी शहरियों ने अन्य दलों को वोट किया.
गुजरात विधानसभा चुनावों में कोली जाति के वोटों की बात की जाए तो भाजपा को 49 फीसदी, कांग्रेस को 24 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 19% सीटें, वहीं 8% वोट मिलने का अनुमान है. इसके अलावा सवर्ण वोटरों में से 59 फीसदी भाजपा को 19 फीसदी कांग्रेस, 15 फीसदी आम आदमी पार्टी, तो वहीं 7 फीसदी अन्य को मिलने का अनुमान है. इसके अलावा मुसलमान वोटों में 8 फीसदी ने भाजपा को वोट दिया. तो वहीं 54 फीसदी मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में जाते दिख रहा है. वहीं 30 फीसदी AAP को तो 8 फीसदी अन्य को मिलने का अनुमान है.
शिमला क्षेत्र की 19 सीटों की बात की जाए तो 11 पर कांग्रेस 7 पर भाजपा और 1 सीट अन्य के काते में जाने का अनुमान है.
मंडी क्षेत्र में 24 सीटें आती हैं. यहां कांग्रेस के खाते में 9 सीटें तो BJP के खाते में 13 सीटें जाने का अनुमान है. वहीं मंडी क्षेत्र में अन्य को 2 सीटें मिल सकती हैं.
हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटें हैं. इसे तीन हिस्सों को जरिए समझें. हिमाचल के कांगड़ा की 25 सीटों में से 9 सीटें भाजपा के खाते में 15 कांग्रेस के खाते में वहीं 1 सीट अन्य के खाते में जाने का अनुमान है.
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को 44 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं तो वहीं भाजपा को 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. इसके अलावा 2 फीसदी वोट आम आदमी पार्टी के खाते में जा सकते हैं. AAP से ज्यादा वोट प्रतिशत को अन्य पार्टियों का है. अन्य दलों को 12 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.
हिमाचल प्रदेश में भाजपा को 24-34 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को 30-40 सीटें मिल सकती हैं. साथ ही इंडिया टुडे एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक आम आदमी पार्टी का हिमाचल में खाता तक खुलता नहीं दिख रहा. वहीं अन्य को 4-8 सीटें मिल रही हैं.
इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 44 फीसदी महिलाओं ने भाजपा को वोट किया है. तो वहीं 40 फीसदी पुरुषों ने भाजपा को वोट किया है. इसके अलावा इन चुनावों में कांग्रेस भी कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है. 43 फीसदी महिलाओं ने कांग्रेस को वोट दिया है तो 45 फीसदी पुरुषों ने कांग्रेस पर भरोसा जताया. इसके अलावा 13 फीसदी महिलाएं और 15 फीसदी पुरुषों ने अन्य दलों को वोट किया है.
हिमाचल प्रदेश में 42% ब्राह्मण वोटों ने BJP को, 40 फीसदी कांग्रेस को, तो 18 फीसदी ब्राह्मण वोटरों ने अन्य को वोट किया है. इसके अलावा राजपूत वोटर्स की बात की जाए तो 45 फीसदी लोगों ने भाजपा को वोट किया वहीं 42 फीसदी राजपूतों ने कांग्रेस को वोट दिया वहीं 13 फीसदी राजपूतों ने अन्य को वोट दिया. इसके अलावा 52 फीसदी बनिया वोटर्स ने भाजपा को वोट किया तो वहीं 34 फीसदी बनिया लोगों ने कांग्रेस को वोट किया. साथ ही 14 फीसदी बनिया वोटर्स ने अन्य को वोट किया. इसके अलावा आपको बता दें कि अन्य जातियों के वोटर्स में 45 फीसदी ने भाजपा को वोट किया, साथ ही 40 फीसदी अन्य जाति के लोगों ने कांग्रेस पर भरोसा जताया इसके अलावा अन्य सभी जाति के वोटर्स ने 15 फीसदी अन्य दलों पर भरोसा जताया.
इंडिया टुडे एक्सिस माइ इंडिया के मुताबिक आम आदमी पार्टी को 149 से 171 सीटें मिलने का अनुमान है. तो वहीं भाजपा को 69-91 सीटें मिल सकती हैं साथ ही कांग्रेस को सिर्फ 3-7 सीटें मिलती दिख रही है. इसके अलावा अन्य के खाते में 5-9 सीटें जाने का अनुमान है. दिल्ली MCD में कुल 250 सीटों पर मतदान हुआ है.
मैनपुरी से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव सांसद थे लेकिन 10 अक्टूबर को उनकी मृत्यु हो गई और इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. यह सीट कई सालों से मुलायम कुनबे पर ही रही है. इस सीट से अब अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं. उन्हें जिताने के लिए अखिलेश के चाचा शिवपाल भी अब साथ आ गए हैं. वहीं भाजपा ने भी इस सीट को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पार्टी ने रघुराज शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा. रघुराज शिवपाल के पुराने शिष्य माने जाते हैं. उनके लिए पार्टी ने कई दिग्गजों को मैदान में उतारा. भाजपा इस सीट को हर हाल में जीतना चाहती है.
गुजरात और हिमाचल के चुनाव एक साथ ही होते हैं. लेकिन इस बार पहाड़ी राज्य में वोटिंग पहले हुई और गुजरात में बाद में हुई. लेकिन दोनों ही राज्यों के नतीजे एक साथ 8 दिसंबर को ही आएंगे. हिमाचल में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 75.6 फीसदी मतदान हुआ. फिलहाल राज्य में भाजपा की सरकार है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां कड़ी टक्कर दे रही हैं. पहाड़ी राज्य का इतिहास है कि यहां सरकार रिपीट नहीं होती.
गुजरात में पहले चरण में 1 दिसंबर को 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें 788 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. पहले चरण की 89 सीटों पर मतदान 60.20 फीसदी रहा जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर 68 फीसदी वोटिंग हुई थी. वहीं दूसरे और आखिरी चरण में आज यानी 5 दिसंबर को वोटिंग हो रही है. इसका वोटिंग प्रतिशत अभी आना बाकी है. 182 सदस्यीय विधानसभा में दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर मतदान हुआ. राज्य में 2.5 दशक से ज्यादा समय से भाजपा ही सत्ता में है.