रजवाड़ों पर टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री और गुजरात के राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार परशोत्तम रुपाला को क्षत्रिय समाज से भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. क्षत्रिय समाज में आक्रोश के बीच रुपाला आज दिल्ली कैबिनेट की बैठक खत्म कर अहमदाबाद पहुंचे.
रूपाला ने कहा कि हमारे क्षत्रिय नेताओं की बैठक जारी रही है, उसके बारे में ज्यादा जानकारी हमारे नेताओं को है. अब मेरे लिए इस विवाद पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. परशोत्तम रूपाला से पूछा गया कि क्या आपके समर्थन में पाटीदार समाज उतर रहा है तो उन्होंने कहा सिर्फ पाटीदार ही नहीं, बल्कि तमाम समाज उनके समर्थन में है.
क्षत्रिय समाज के समर्थन का भी दावा
उन्होंने गुरुवार को कहा,'क्षत्रिय समाज ने भी मेरे प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है, उनके नाम पहले भी दिए गए हैं और मैं अब भी दे सकता हूं, लेकिन मेरा इरादा इस विवाद को तूल देने का नहीं है. मैं पहले भी अपने विचार मीडिया के सामने रख चुका हूं, अब मैं इसमें कोई अतिरिक्त विषय जोड़ना नहीं चाहता.'
परषोत्तम रूपाला ने रजवाड़ों पर क्या बयान दिया था?
सोशल मीडिया पर 23 मार्च को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें रूपाला को राजकोट में एक दलित कार्यक्रम में बोलते हुए दिखाया गया. वीडियो में उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया, 'दूसरे ने भी हम पर राज किया. अंग्रेजों ने भी ऐसा ही किया और...उन्होंने हमें सताने में कोई कसर नहीं छोड़ी. राजा भी झुक गये. उन्होंने (राजाओं ने) उनके (अंग्रेजों) साथ रोटियां तोड़ीं और अपनी बेटियों की शादी उनसे की. लेकिन हमारे रुखी (दलित) समुदाय ने न तो अपना धर्म बदला और न ही अंग्रेजों के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित किए, जबकि उन पर सबसे अधिक अत्याचार हुआ.' उनके इस बयान पर क्षत्रिय संगठनों ने उग्र रोष व्यक्त किया. राज्य के विभिन्न हिस्सों में रूपाला के पुतले जलाए गए. बता दें कि परषोत्तम रूपाला, वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं और कड़वा पाटीदार समुदाय से आते हैं.
अतुल तिवारी