धनबाद यानी देश के कोयले की राजधानी बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. इस लोकसभा क्षेत्र से लगातार बीजेपी ने लंबे समय से जीत हासिल की है लेकिन इस बार फिजा बदली-बदली सी है. जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय यहां बीजेपी का खेल और समीकरण बिगाड़ने में लगे हैं. उन्होंने कांग्रेस से समर्थन मांगा है ताकि वह चुनाव लड़कर बीजेपी को हरा सकें. बिहार में चारा घोटाला के 'व्हिसल ब्लोअर' और झारखंड में अपने ही कैबिनेट के मुखिया के खिलाफ चुनाव जीतकर वह पहले भी अपना दमखम साबित कर चुके हैं.
सरयू राय ने की एंट्री
देश के कोयले की राजधानी धनबाद से बीजेपी ने पार्टी के ही बाघमारा विधायक को चुनावी मैदान में उतारा है. ढुल्लू महतो के खिलाफ दरअसल 46 मामले दर्ज थे और कुछ में वह दोषी करार भी दिए गए हैं. लिहाजा उम्मीदवार चुनाव को लेकर राजनीति गरमा गई है. बीजेपी को कई वर्ग से विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है. मारवाड़ी सम्मेलन के कृष्ण अग्रवाल ने जब उम्मीदवार को बदलने पर पुनर्विचार करने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखा तो उम्मीदवार ने उन्हें फोन कर धमकी दी जिसका ऑडियो वायरल है और यहीं से धनबाद की राजनीति में बीजेपी के खिलाफ निर्दलीय विधायक सरयू राय ने एंट्री मारी.
कांग्रेस से समर्थन मांग रहे राय
सरयू राय को भी धनबाद पॉलिटिक्स में घुसने पर यहां के तापमान का एहसास गैंगस्टर प्रिंस खान ने करवाया. उन्होंने सरयू राय को धमकी दी जिसका भी ऑडियो वायरल हो रहा है. इसके बाद सरयू राय ने पीएम मोदी तक पर कटाक्ष कर दिया. उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई का क्या फायदा जब अपना दल ही साफ न हो. सरयू राय ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधी और क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोगों के खिलाफ अगर कांग्रेस साथ दे तो वह चुनाव लड़ सकते हैं. साथ ही इस क्षेत्र से बहने वाली दामोदर को साफ कर सकते हैं. सरयू राय ने आलमगीर आलम यानी कांग्रेस विधायक दल के नेता से फोन पर बातचीत भी की और चुनाव लड़ने के लिए समर्थन भी मांगा.
कांग्रेस ने क्या कहा?
इस मुद्दे पर आलमगीर आलम ने कहा कि कांग्रेस में कैंडिडेट का चुनाव अलग पैमाने से होता है और कोई भी निर्णय पार्टी के आलाकमान ही करते हैं. हालांकि उनका साफ कहना है कि धनबाद की राजनीति में सरयू राय की एंट्री धमकी के बाद हुई है और धमकी समेत हिंसा के लिए राजनीति में कोई जगह ही नहीं है. ऑडियो वायरल हो रहा है वह ठीक नहीं है. धमकी देने वाले खुद ही राजनीति में टिक नही पाएंगे.
बीजेपी का तर्क
इस मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ढुल्लू महतो थोड़ा दबंग है लेकिन उनका विरोध करने वाले सीधे-सीधे तेली समाज और साहू बनिया का विरोध करने वाले हैं. साफ है, बीजेपी का तर्क है कि ढुल्लू को सामाजिक आंदोलन की वजह से सजा हुई है और बाकी केस में वह अंडर ट्रायल हैं. सजा दो साल से कम की है लिहाजा कोई तकनीकी अड़चन नहीं है. जहां तक बात है टिकट देने की तो खुद सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी समेत अन्य के खिलाफ मामले हैं और वे बेल पर भी हैं. ऐसे कैसे किसी उम्मीदवार को ड्रॉप किया जा सकता है.
जाहिर है कि जिस तरह से सरयू राय धनबाद में सक्रिय हुए हैं, अपराधिक छवि के उम्मीदवार के खिलाफ माहौल बनाने और बनने की बात आ रही है और जिस मौके को ताड़ते हुए राय ने मोर्चा खोला है उससे बीजेपी को इस सीट पर नुकसान हो सकता है जिस पर वह जीत की सबसे ज्यादा उम्मीद लगाकर बैठी है. धनबाद में 1991 से सभी लोकसभा चुनाव, सिर्फ 2004 को छोड़कर, बीजेपी ने जीते हैं. पिछली तीन बार से लगातार इस लोकसभा से बीजेपी के मृदुभाषी उम्मीदवार पी एन सिंह ने जीत दर्ज की है.
सत्यजीत कुमार