मुंबई उत्तर मध्य संसदीय क्षेत्र में इस बार जीत का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह कहना मुश्किल हो रहा है. मुंबई से कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रिया दत्त इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं. प्रिया दत्त ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्टी हाईकमान को चुनाव न लड़ने की अपनी इच्छा बता दी है. इस सीट से दिग्गज बीजेपी नेता स्वर्गीय प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन सांसद हैं.
गौरतलब है प्रिया दत्ता उनके पिता सुनील दत्त के निधन के बाद मुंबई उत्तर मध्य संसदीय क्षेत्र से एक बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रिया दत्त को मोदी लहर में बीजेपी की पूनम महाजन के हाथों मात खानी पड़ी थी. बीजेपी की पूनम महाजन को यहां 4,78,535 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस की प्रिया सुनील दत्त 2,91,764 वोटों पर सिमट कर रह गई थीं. 2009 में प्रिया दत्त ने बीजेपी के महेश राम जेठमलानी को हराया था. प्रिया के न लड़ने की इच्छा के बाद अब इस सीट से किसी नए उम्मीदवार की तलाश करना आसान नहीं है.
किसी भी पार्टी का नहीं रहा दबदबा
इस सीट पर किसी भी पार्टी का दबदबा नहीं रहा है. कभी यहां से बीजेपी जीती तो कभी कांग्रेस. शिवसेना और आरपीआई के उम्मीदवार भी यहां से जीतने में सफल रहे. इस सीट से 2014 में बीजेपी की पूनम महाजन जीतीं तो 2009 में कांग्रेस से सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त ने बाजी मारी. 1999 में शिवसेना के मनोहर जोशी तो 1998 में आरपीआई के रामदास अठावले ने कब्जा जमाया. 1996 में शिवसेना के नारायण अठावले तो 1991 में कांग्रेस के शरद दिघे को जीत मिली. 1989 में शिवसेना के विद्याधर गोखले ने बहुत कम मार्जिन से कांग्रेस उम्मीदवार को हराया तो 1984 में कांग्रेस के शरद दिघे को यहां से जीत मिली थी. 1980 में जनता पार्टी की प्रमिला मधु दंडवते ने कांग्रेस उम्मीदवार को मात दी तो वहीं 1977 में इस सीट पर सीपीआई (एम) की अहिल्या रांगेकर को जीत मिली थी.
ऐसा है मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट का गणित
इस लोकसभा सीट में 6 विधानसभा सीट आती हैं. विले पार्ले, कांदिवली, कुर्ला, बांद्रा ईस्ट, बांद्रा वेस्ट और कलिना. कुर्ला, कलीना और बांद्रा ईस्ट में जहां शिवसेना के विधायक हैं तो वहीं, बांद्रा वेस्ट और विले पार्ले में बीजेपी. कांदिवली सीट कांग्रेस के खाते में है.
ऐसा था 2014 में मतदाताओं का रुझान
2014 के चुनाव में यहां करीब 5.73 लाख मराठी मतदाता थे. वैसे, ज्यादातर मराठी मतदाता शिवसेना-बीजेपी और एमएनएस में बंटा था. कुछ मराठी वोटर कांग्रेस खाते में जाते हैं, किंतु राज ठाकरे समर्थित मराठी मतदाता भ्रम में रहे. उसका कारण था कि राज ठाकरे ने बीजेपी के किसी उम्मीदवार का नाम लेकर वोट देने की कोई सिफारिश नहीं की थी. करीब 3.50 लाख मुस्लिम मतदाताओं का रुझान कांग्रेस और समाजवादी की ओर है, जबकि 2.38 लाख हिंदी भाषी मतदाता बीजेपी की हवा के साथ बहता नजर आया था. उत्तर भारत के राजनीति का असर मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीयों पर पड़ता है. मुंबई की सभी छह सीटों में सबसे ज्यादा 73,387 ईसाई वोटर इसी मतदान क्षेत्र में हैं. ईसाई मतदाताओं को फोड़ने के लिए बीजेपी ने गोवा सरकार के कई मंत्रियों को बुला लिया था, ताकि वह ईसाई वोटरों में सेंध लगा सके. करीब 1.95 लाख गुजराती और राजस्थानी वोटरों ने अपना मन पहले ही बना लिया था.
वर्तमान सांसद का प्रदर्शन
इस सीट से वर्तमान में बीजेपी से 38 साल की पूनम महाजन सांसद है जो स्वर्गीय प्रमोद महाजन की बेटी हैं. पूनम ग्रेजुएट हैं और डिप्लोमा धारी हैं. 9 जनवरी 2019 तक संसद में इनकी उपस्थिति 79 फीसदी रही है. इन्होंने 30 डिबेट में भाग लिया है तो वहीं 433 प्रश्न लोकसभा में पूछे हैं. ये 9 प्राइवेट मेंबर्स बिल्स लेकर संसद में गई हैं.
किस तरह खर्च किया जनता का पैसा
इस लोकसभा सीट पर 25 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान है. इसमें 21.95 करोड़ का फंड रिलीज हो चुका है. यहां सांसद 17.86 करोड़ खर्च कर चुके हैं जो रकम का 87.56 फीसदी है. 2009 में पूनम महाजन की संपत्ति 23 करोड़ थी जो 2014 में बढ़कर 108 करोड़ रुपये हो गई है.सोशल मीडिया पर कैसा है मिजाज
ट्विटर https://twitter.com/poonam_mahajan पर पूनम महाजन के 6 लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं तो वहीं फेसबुक https://www.facebook.com/PoonamMahajanOfficial/ पर 24 लाख से ज्यादा लोगों ने फॉलो किया हुआ है.
श्याम सुंदर गोयल