मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी रालोद के कुंवर नरेंद्र सिंह को करीब 2.93 लाख वोटों से हरा दिया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार हेमामालिनी ने सिंह को दो लाख 93 हजार 471 वोटों से हराया है. भाजपा की हेमामालिनी को छह लाख 71 हजार 293 वोट मिले जबकि सिंह को तीन लाख 77 हजार 822 वोट मिले। कांग्रेस के महेश पाठक को 28 हजार 84 वोट मिले. 2014 में हेमामालिनी इस सीट से विजयी रही थीं.
कब और कितनी हुई वोटिंग
मथुरा सीट पर वोटिंग दूसरे चरण में 18 अप्रैल को हुई थी, इस सीट पर 60.48 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इस सीट पर कुल 1799321 मतदाता हैं, जिसमें से 1088206 मतदाताओं ने अपने वोट डाले हैं.
Lok Sabha Election Results LIVE: अबकी बार किसकी सरकार, देखें हर अपडेट्स
कौन-कौन प्रमुख उम्मीदवार
सामान्य वर्ग वाली इस सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी हेमा मालिनी चुनाव लड़ीं, जिनका मुख्य मुकाबला आरएलडी के कुंवर नरेंद्र सिंह से थी. कांग्रेस के महेश पाठक सहित 12 उम्मीदवार मैदान में थे.
Uttar Pradesh Election Results Live: यूपी में बाजी किसके हाथ, BJP या गठबंधन?
2014 का चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में अलीगढ़ सीट पर 64.02 फीसदी वोटिंग हुई थी, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी हेमा मालिनी को 53.29 फीसदी (5,74,633) वोट मिले थे और और उनके निकटतम आरएलडी प्रत्याशी जयंत चौधरी को 22.62 फीसदी (2,43,890) मिले थे. इसके अलावा बसपा से योगेश कुमार द्विवेदी को महज 16.10 फीसदी (1,73,572) वोट मिले थे. इस सीट पर बीजेपी के हेमा मालिनी ने3,30,743 मतों से जीत दर्ज की थी.
मथुरा सीट का इतिहास
मथुरा लोकसभा सीट पहले संसदीय चुनाव से ही राजनीतिक रण होता रहा है. पहले और दूसरे लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. लेकिन उसके बाद 1962 से 1977 तक तीन बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की. 1977 में चली सत्ता विरोधी लहर में कांग्रेस को यहां से हार का सामना करना पड़ा और भारतीय लोकदल को जीत मिली.
जनता दल ने 1980 में यहां से चुनाव जीता, लेकिन 1984 में एक बार फिर उसे यहां से जोरदार जीत मिली. इसके बाद यहां पर जीत के लिए कांग्रेस के लिए जीत का लंबा इंतजार शुरू हो गया और 1989 में जनता दल के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की. इसके बाद यहां लगातार 1991, 1996, 1998 और 1999 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की. इस दौरान चौधरी तेजवीर सिंह लगातार 3 बार यहां से चुनाव जीते.
हालांकि, 2004 में कांग्रेस के लिए जीत का सूखा खत्म करते हुए मानवेंद्र सिंह ने वापसी कराई. 2009 में बीजेपी के साथ लड़ने वाले रालोद के जयंत चौधरी ने एकतरफा बड़ी जीत दर्ज की. लेकिन 2014 में चली मोदी लहर में अभिनेत्री हेमा मालिनी ने 50 फीसदी से अधिक वोट पाकर जीत दर्ज की.
चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
aajtak.in