आरा संसदीय सीट पर कुल 52.69 फीसदी वोटिंग

बीजेपी ने मौजूदा सांसद आरके सिंह को टिकट दिया है. सीपीआईएमएल से राजू यादव उम्मीदवार हैं. यह सीट सीपीआईएमएल का गढ़ मानी जाती है. बहुजन समाज पार्टी से मनोज यादव उम्मीदवार हैं.

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वोटिंग की फाइल फोटो (इंडिया टुडे आर्काइव) वोटिंग की फाइल फोटो (इंडिया टुडे आर्काइव)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2019,
  • अपडेटेड 7:41 AM IST

बिहार के आरा में रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. यहां पर सातवें और आखिरी चरण के तहत लोगों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक आरा संसदीय सीट पर कुल 52.69 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई. अंतिम चरण की वोटिंग के तहत देश में कुल 64.77 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया. वहीं बिहार में कुल 53.36 फीसदी वोट पड़े.

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इस बार कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी ने मौजूदा सांसद आरके सिंह को टिकट दिया है. सीपीआईएमएल से राजू यादव उम्मीदवार हैं. यह सीट सीपीआईएमएल का गढ़ मानी जाती है. बहुजन समाज पार्टी से मनोज यादव उम्मीदवार हैं.

इससे पहले 2014 के चुनाव में 48.26 प्रतिशत और 2009 में 35.84 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी. चुनाव आयोग के 2009 के आंकड़ों के मुताबिक आरा संसदीय क्षेत्र में 1,555,122 वोटर हैं जिनमें 855,070 पुरुष और 700,052 महिला मतदाता हैं. पूरे भोजपुर जिले की आबादी 2,720,155 है. यह 2011 की जनगणना के आंकड़े हैं.

आरा से राजकुमार सिंह सांसद हैं जो बीजेपी से आते हैं. 2014 के चुनाव में उन्होंने आरजेडी के प्रत्याशी श्रीभगवान सिंह कुशवाहा को हराया था. इस सीट का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व काफी है. आरा क्षेत्र के लोग उप-प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष से लेकर कई बार केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. समता आंदोलन के नेता बाबू जगजीवन राम उपप्रधानमंत्री से लेकर कई बार केंद्रीय मंत्री रहे. वे इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे.

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इस संसदीय क्षेत्र में 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनके नाम हैं-अगियांव, संदेश, शाहपुर, बड़हरा, तरारी, आरा और जगदीशपुर. इसमें अगियांव विधानसभा क्षेत्र एससी के लिए रिजर्व है. आरा 1972 तक सासाराम में हुआ करता था. बाद में बक्सर में मिला दिया गया. 1991 से पहले आरा में बक्सर और आरा संसदीय क्षेत्र आते थे. आरा से अलग होने वाले रोहताश में सासाराम और बिक्रमगंज संसदीय क्षेत्र (परिसीमन के बाद काराकाट) आ गए. 1971 में पांचवीं लोकसभा का चुनाव हुआ. उस वक्त आरा को शाहाबाद संसदीय क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. 71 के चुनाव में बलिराम भगत शाहाबाद से सांसद चुने गए जो 15 मार्च 1971 से 18 जनवरी 1977 तक सांसद रहे. 1977 में भगत चुनाव हार गए और जनता पार्टी के चंद्रदेव प्रसाद वर्मा पहली बार बने आरा संसदीय क्षेत्र से चुने गए.

इस चुनाव में बीजेपी के राजकुमार सिंह उर्फ आरके सिंह ने जीत दर्ज की. उन्होंने आरजेडी के श्रीभगवान सिंह कुशवाहा को हराया. आरके सिंह को 3,91074 वोट मिले जबकि कुशवाहा को 2,55,204 वोट. वोट प्रतिशत देखें तो आरके सिंह को कुल 43.78 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि कुशवाहा को 28.57 प्रतिशत. तीसरे स्थान पर सीपीआईएमएल के राजू यादव रहे जिन्हें 98,805 (11.06 प्रतिशत) वोट मिले. चौथे स्थान पर जेडीयू की मीना सिंह और पांचवें पर एबीजेएस के भारत भूषण पांडेय रहे. मीना सिंह को जहां 75,962 वोट मिले, वहीं भारत भूषण को मात्र 10,950 वोट. इस सीट पर नोटा के तहत 14,703 वोट दर्ज हुए. कुल वोटों का यह 1.65 प्रतिशत था. इस चुनाव में जेडीयू के वोट कटे और बीजेपी को मिले, लिहाजा आरके सिंह ने अच्छी-खासी जीत दर्ज की.

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