गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले सियासी उठापटक तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर उनके प्रत्याशी कंचन जरीवाला को किडनैप करने का आरोप लगाया. तो वहीं आज जरीवाला अपना नामांकन वापस ले लिया और सभी आरोपों से साफ इनकार कर दिया. आम आदमी पार्टी ने जरीवाला को सूरत पूर्व विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था. जरीवाला के नॉमिनेशन वापस लेने के मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया चुनाव आयोग पहुंचे. सिसोदिया और दिलीप पांडे ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. चुनाव आयोग से मिलने के बाद मनीष सिसोदिया और दिलीप पांडे ने सूरत पूर्व में चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की है.
मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त को लिखी चिट्ठी
मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त से बीजेपी की शिकायत करते हुए एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें उन्होंने कहा कि गुजरात की सूरत इस सीट के आम आदमी पार्टी उम्मीदवार कंचन जरीवाला का बीजेपी ने पहले नामांकन रद्द कराने की कोशिश की और जब नामांकन रद्द नहीं करा पाई तो बीजेपी यहीं नहीं रुकी, बल्कि कंचन जरीवाला और उनके परिवार को धमकी देने लगी. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के साथ मिलकर बीजेपी के लोग कंचन जरीवाला को नॉमिनेशन सेंटर लेकर आए और नामांकन वापस करवाया. यह केवल पुलिस मशीनरी का ही दुरुपयोग नहीं है बल्कि फ्री इलेक्शन की भावना के भी खिलाफ है. आपसे निवेदन है इस मामले का संज्ञान लें और इस मामले में जांच के आदेश दें. क्योंकि कंचन जरीवाला ने अपना नामांकन डर और धमकी के चलते वापस लिया है. इसलिए आपसे निवेदन है कि उनकी रिक्वेस्ट को स्वीकार ना किया जाए.
चुनाव आयोग ने दी ये जानकारी
चुनाव आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि आम आदमी की तरफ से मीटिंग की मांग करने का अनुरोध आज 16 नवंबर दोपहर 12:09 बजे प्राप्त हुआ. चर्चा किए जाने वाले मुद्दे पर कोई विवरण संलग्न नहीं किया गया था. सभा के लिए कोई अग्रिम सूचना ईसीआई या स्थानीय प्रशासन को नहीं दी गई थी. मीटिंग के लिए आप के अनुरोध की जांच की गई और उल्लेखित 'तात्कालिकता' को देखते हुए, मीटिंग का समय 4:30 तय किया गया था. जिसकी सूचना मेल के जरिए दी गई थी. दोपहर 3:20 बजे ईसीआई द्वारा एक और मेल भेजा गया, जिसमें विवरण के लिए अनुरोध किया गया था और यह भी अनुरोध किया गया था कि वे विरोध प्रदर्शन बंद कर दें.
आम आदमी पार्टी की नारेबाजी और गेट जाम करने की घटना को चुनाव आयोग ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. आयोग ने कहा है कि एक रजिस्टर्ड और मान्यता प्राप्त पार्टी को ये सब करने की जरूरत नहीं थी. क्योंकि आयोग राजनीतिक दलों की समस्याओं का हाल करने के लिए मुलाकात करने को हमेशा तैयार रहता आया है. सिसोदिया की अगुआई में मिले प्रतिनिधिमंडल ने सूरत में उनके उम्मीदवार का अपहरण कर उनपर दबाव डाल कर नामांकन का पर्चा वापिस करवाया जाने की शिकायत की है. इस शिकायत पर आयोग ने गुजरात के सीईओ से जांच पूरी कर आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है.
आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों को लेकर आयोग का रवैया हमेशा सहयोगी और सकारात्मक रहा है. जब भी राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव के दौरान भी मिलने का वक्त मांगा है आयोग ने सहयोग किया. कोविड के दौरान भी आयोग का रुख सहयोगी रहा.
अमूमन राजनीतिक दल अपनी शिकायतों का ज्ञापन लेकर मिलने आते हैं. आयोग शीघ्रता से मिलकर उनकी समस्या या शिकायत का समाधान करता है.
गेट से हटने का आग्रह करते रहे अधिकारी
बता दें कि 3 घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठे रहे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ईसीआई गेट खाली से का आग्रह करते रहे. उन्होंने सिसोयिदा से मीटिंग के निर्धारित समय पर आने को कहा था. इस पर सिसोदिया ने निशाना साधते हुए कहा था कि यह एक आपातकालीन स्थिति है. हमारा धरना करने का इरादा नहीं है, हम चुनाव आयोग से मिलने का अनुरोध कर रहे हैं.
आप के करीब एक दर्जन विधायक मौजूद
सिसोदिया के साध धरने में आप के करीब एक दर्जन विधायक मौजूद हैं. इनमें दिलीप कुमार पांडे, प्रवीण कुमार, कुलदीप कुमार, साहीराम पहलवान, शिवचरण गोयल, पवन शर्मा, करतार सिंह तंवर, धनवंती चंदेला, एसके बग्गा, रोहित महरौलिया, अब्दुल रहमान और अजेश यादव शामिल हैं. मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात से सूरत (पूर्व) से हमारी उम्मीदवार कंचन जरीवाला को अभी-अभी रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय लाया गया है. उन्हें 500 से अधिक पुलिसकर्मियों ने घेर लिया और अब उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव डाला जा रहा है.
अभी केंद्रीय चुनाव आयोग जा रहा हूँ. गुजरात में भाजपा ने गुंडों के दम पर सूरत ईस्ट से AAP उम्मीदवार कंचन जरीवाला का अपहरण करवाया और फिर पुलिस के दम पर नामांकन वापस करवाया.
ऐसे में चुनाव का मतलब ही क्या बचा फिर?
जरीवाला ने कमिश्नर को लिखा पत्र
कंचन जरीवाला ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सूचित किया कि मैंने अपना नामांकन अपनी मर्ज़ी से वापस लिया है. मुझे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार असलम सायकलवाला से जान का खतरा है. मैं आज शाम 4 बजे प्रेस कान्फ्रेस करने वाला हूं. जिसके लिए मुझे सुरक्षा दी जाए और मेरे परिवार को भी सुरक्षा दी जाए.
गोपाल इटालिया ने बीजेपी पर लगाया आरोप
बता दें कि मामले में गुजरात के आम आदमी पार्टी अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कैंडिडेट को कल चुनाव अधिकारी के ऑफिस से ही भाजपाई गुंडे अगवा कर के ले गए थे. जिसके बाद कल (मंगलवार) पूरी रात केंडिडेट को अपने घर नहीं जाने दिया और सुबह भाजपाई गुंडे कैंडिडेट को पुलिस प्रोटेक्शन के साथ ही नॉमिनेशन वापस करवाने लाए. और तो और मीडिया से भी कैंडिडेट को बात नहीं करने दी. क्या यही लोकशाही है?
वहीं इस मामले में आप नेता राघव चड्ढा लगातार बीजेपी पर जरीवाला पर नॉमिनेशन वापस लेने का दबाव बनाने की बात कह रहे हैं. इसी कड़ी में आज बुधवार को राघव चड्ढा ने कुछ देर पहले एक प्रेस कांफ्रेंस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सूरत ईस्ट के AAP उम्मीदवार कंचन जरीवाला को बीजेपी के गुंडों ने किडनैप कर लिया है. कल (मंगलवार) सुबह से AAP उम्मीदवार भाजपा की कस्टडी में है. भाजपा इतना घबरा गयी है कि AAP उम्मीदवार का अपहरण कर रही है. ये लोकतंत्र की हत्या है. ऐसे में अब जरीवाला के नॉमिनेशन वापस लेने की बात ने चुनाव से पहले राज्य की सियासत में हलचल मचा दी है.
पुलिस सुरक्षा के बीच नॉमिनेशन वापस लेने पहुंचे कंचन जरीवाला, देखें वीडियो...
किडनैपिंग की आशंका पर सीएम केजरीवाल ने भी किया ट्वीट
राघव चड्ढा के अलावा दिल्ली के सीएम और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी कंचन जरीवाला के लापता होने का दावा किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'सूरत (पूर्व) से हमारे प्रत्याशी कंचन जरीवाला और उनका परिवार कल से लापता है. पहले बीजेपी ने उनका नामांकन रद्द कराने की कोशिश की. लेकिन उनका नामांकन स्वीकार कर लिया गया. बाद में उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. क्या उसका अपहरण कर लिया गया है?
182 सीटों पर 2 चरणों में होंगे चुनाव
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर 15वां चुनाव होना है. इस बार यहां दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर, तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे. इस बार 51782 पोलिंग स्टेशन्स पर 4.9 करोड़ वोटर वोट डालेंगे. गुजरात में 3,24,422 नए वोटर जोड़े गए हैं. पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया का 14 नवंबर को अंतिम दिन था. 17 नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
गोपी घांघर / अमित भारद्वाज / अशोक सिंघल