सीवान की कुछ ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां आरजेडी जीत के आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ती है. इनमें से एक विधानसभा सीट रघुनाथपुर भी है. दरअसल, इस विधानसभा सीट पर आरजेडी का अपना दबदबा है. यहां पर आरजेडी के हरिशंकर यादव 2015 में विधायक चुने गए थे. अब एक बार फिर पार्टी ने हरिशंकर यादव को ही अपना उम्मीदवार बनाया है.
मोहम्मद कैफ उर्फ बंटी की बगावत
शहाबुद्दीन परिवार के सबसे करीबी नेता होने की वजह से हरिशंकर यादव के लिए पूर्व आरजेडी सांसद की पत्नी हीना शहाब और बेटे ओसामा भी प्रचार में जुटे हैं. हालांकि, मोहम्मद कैफ उर्फ बंटी की बगावत के कारण आरजेडी खेमे में थोड़ी चिंता की लकीर जरूर खिंच गई है लेकिन इसके बावजूद माना जा रहा है कि आरजेडी का माई (मुस्लिम और यादव) वोट बैंक हरिशंकर यादव के पक्ष में ही रहेगा. आपको बता दें कि मोहम्मद कैफ भी शहाबुद्दीन परिवार के करीबी माने जाते हैं. लेकिन चुनाव प्रचार में ओसामा या हीना शहाब उन्हें नजर अंदाज करती नजर आ रही हैं.
लोजपा से मनोज सिंंह
वैसे तो रघुनाथपुर में आरजेडी के खिलाफ एनडीए की ओर से जेडीयू ने अपने उम्मीदवार राजेश्वर चौहान को उतारा है लेकिन बीजेपी के बागी नेता मनोज सिंह भी चुनावी मैदान में हैं. एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मनोज सिंह की रघुनाथपुर के सवर्ण वोटर्स में जबरदस्त पकड़ है. किसी दौर में मनोज सिंह भी पूर्व आरजेडी सांसद मोहम्मद शहाबुदद्दीन के करीबी माने जाते थे लेकिन हालात बदले और उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. मनोज सिंह लंबे समय तक बीजेपी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं.
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बढ़ी जेडीयू उम्मीदवार की टेंशन
बीजेपी के बागी नेता मनोज सिंह के मैदान में आने से जेडीयू कैंडिडेट राजेश्वर चौहान की टेंशन बढ़ गई है. बागी होने के बावजूद मनोज सिंह को सीवान के बीजेपी और जेडीयू नेताओं का समर्थन भी मिल रहा है. हालांकि, बीजेपी ने मनोज सिंह को पार्टी से बाहर भी कर दिया है लेकिन अब टक्कर आरजेडी बनाम एलजेपी बनती जा रही है.
2015 के नतीजे
2015 के चुनाव की बात करें तो इस सीट से आरजेडी नेता हरिशंकर यादव ने बीजेपी कैंडिडेट रहे मनोज कुमार सिंह को करीब 11 हजार वोटों के अंतर से हराया था. हरिशंकर यादव को 61042 वोट मिले थे वहीं, मनोज कुमार सिंह को 50420 वोट प्राप्त हुए थे. इसके अलावा तीसरे नंबर पर रहे सीपीआईएमएल के उम्मीदवार अमरनाथ यादव को 16714 वोट मिले थे.
दीपक कुमार