बिहार विधानसभा की रूपौली सीट से जेडीयू की बीमा भारती जीतीं. उन्होंने एलजेपी के शंंकर सिंह को हराया. इस बार रूपौली सीट से 15 उम्मीदवार मैदान में थे. यहां तीसरे चरण के तहत 7 नवंबर को 60.59% वोटिंग हुई थी.
रूपौली विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहती है. पूर्णिया जिले की ये सीट उन हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल है, जिनका जिक्र राष्ट्रीय राजनीति में भी किया जाता है. क्रांतिकारियों की धरती के नाम से चर्चित रूपौली विधानसभा पर लगातार तीसरी बार जेडीयू ने कब्जा जमाया है.
2015 में जेडीयू की बीमा भारती ही विधायक थीं और वो नीतीश सरकार में मंत्री भी हैं. बीमा भारती 2005 के कुछ महीनों को छोड़कर अब तक विधानसभा का प्रतिनिधित्व करती आ रही हैं. 2000 में निर्दलीय विधायक के तौर पर उन्होंने राजनीतिक सफर शुरू किया था. वो आरजेडी के टिकट पर भी चुनाव जीत चुकी हैं.
सीट का इतिहास
रूपौली विधानसभा सीट का गठन 1951 में हुआ था. इस विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड रूपौली, भवानीपुर और बड़हरा कोठी आते हैं. यह विधानसभा कुल 42 पंचायतों का क्षेत्र है. इस सीट पर अब तक 16 चुनाव हुए हैं, जिसमें एक उपचुनाव भी शामिल है. इस हाई प्रोफाइल सीट से 6 बार कांग्रेस, 2 बार जेडीयू, 2 बार सीपीआई, 2 बार निर्दलीय, एक बार समाजवादी पार्टी, एलजेपी, आरजेडी और जनता दल ने जीत दर्ज की है. सोशलिस्ट पार्टी के मोहित लाल पंडित ने 1951 से 1957 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था.
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