गया के नक्सल जोन डुमरिया में प्रतिबंधित नक्सल संगठन भाकपा माओवादी ने एक बार फिर पर्चे गिराकर पिछले दिनों हुए दोहरे हत्या कांड की जिम्मेवारी ली है. बता दें कि 28 अगस्त को महेन्द्र यादव और राम दयाल रजक की हत्या कर दी गई थी. अब भाकपा माओवादी ने मृतक महेंद्र यादव के दोनों बेटों को पुलिस मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए जनअदालत में सजा देने की बात कही है. परचा गिराए जाने से एक बार फिर इलाके में दहशत फैल गई है.
माओवादी ने पर्चे गिराकर दी धमकी
माओवादी द्वारा लिखा गया है कि मृतक, पुलिस का मुखबिर था. हत्या नक्सली ने की है. इसमें गरीब लोगों पर मुकदमा कर फंसाया गया है. आगे लिखा गया है कि महेंद्र यादव की चल और अचल संपत्ति को जनता जब्त करे. वहीं मृतक महेंद्र यादव के चल रहे ईंट भट्ठे को नहीं चलाने की धमकी दी है.
जनता को आगाह किया है कि शांति ईंट भट्टा से ईंट नहीं खरीदें. मृतक महेंद्र यादव के दो बेटे मुन्ना यादव और रंजीत यादव को पुलिस मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए जनअदालत में सजा देने की बात लिखी है.
मैगरा थाना क्षेत्र के आधा दर्जन स्थानों पर पर्चे गिराए गए हैं. हालांकि सुबह होते ही स्थानीय पुलिस ने पर्चों को जब्त कर आगे की करवाई शुरू कर दी है. थाना क्षेत्र के आईटीआई कॉलेज, चोन्हा, कोठी मोड़ भुइयांडीह, हरनी, खजुर आदि जगहों पर पर्चे गिराए गए हैं. दोहरे हत्याकांड के मामले में मैगरा थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि दर्ज एफआईआर में से नाम हटाने के लिए यह धमकी दी जा रही है. पर्चे बरामद कर मामला दर्ज कर लिया गया है.
बिमलेन्दु चैतन्य