बिहार की एकमा विधानसभा सीट पर आरजेडी के श्रीकांत यादव ने बाहुबली और पूर्व विधायक धूमल सिंह की पत्नी व जेडीयू उम्मीदवार सीता देवी को 13927 वोटों के अंतर से हरा दिया है.
बिहार के महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाला एकमा विधानसभा सीट अपने बाहुबली विधायक के कारण जानी जाती है. पीतल उद्योग क्षेत्र के लिए कभी मशहूर रही एकमा सीट से जेडीयू नेता मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह 2015 में विधायकी जीते थे. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार कामेश्वर कुमार सिंह को हराया था. हालांकि, इस बार एनडीए ने उनकी पत्नी सीता देवी को जेडीयू के टिकट पर मैदान में उतारा था. उनके खिलाफ आरजेडी से श्रीकांत यादव और एलजेपी के टिकट पर कमेश्वर कुमार सिंह मैदान में थे.
इस बार के मुख्य उम्मीदवार
बता दें कि बिहार की एकमा विधानसभा सीट पर इस बार 3 नवंबर को वोट डाले गए, यहां कुल 50.51% मतदान हुआ.
एकमा विधानसभा सीट से 2015 में चुनाव जीतने वाले धूमल सिंह बिहार की राजनीति में एक ऐसा नाम है जिसने पार्टी बदली, इलाका बदला, जेल भी गया लेकिन फिर भी इस बाहुबली को कोई हरा नहीं पाया. दबदबा ऐसा कि 5 बार चुनाव लड़ा और हर बार लोगों ने उसे अपना नेता चुना. पुलिस की लिस्ट में सालों तक मोस्ट वांटेड रहे मनोरंजन सिंह को लोग उनके इलाके में धूमल सिंह के नाम से बुलाते हैं. स्थानीय लोग कहते हैं, 'धूमल सिंह' नाम ज्यादा वजनदार लगता है इसलिए मनोरंजन सिंह के राजनीति में उतरने से पहले से लोग उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं. लेकिन उनका दबदबा इस बार के विधानसभा चुनाव में उनकी पत्नी को जीत नहीं दिला सका.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इस सीट पर अभी तक कुल तीन बार चुनाव हुए हैं. 1951 में इस सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी. इसके बाद ये सीट खत्म हो गई. हालांकि परिसीमन के बाद दोबारा ये सीट अस्तित्व में आई, जिसके बाद 2010 में यहां विधानसभा चुनाव हुए और बाहुबली नेता मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह ने करीब 30 हजार वोटों से जीत हासिल की.
उन्होंने आरजेडी के कामेश्वर सिंह को हराया. वही कामेश्वर सिंह जिन्होंने 2015 के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था. हालांकि, बीजेपी का झंडा भी उन्हें जीत नहीं दिला सका और 2015 के विधानसभा चुनावों एक बार फिर धूमल सिंह ने उन्हें करीब 8 हजार वोटों के अंतर से चित कर दिया. लेकिन इस बार का चुनावी मौसम 2015 से बिलकुल अलग है. 2015 में एक दूसरे के खिलाफ लड़ने वाली जेडीयू और बीजेपी इस बार एक साथ थी.
सामाजिक ताना-बाना
महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले एकमा विधानसभा क्षेत्र की आबादी करीब 370025 है और यहां की पूरी 100 फीसदी आबादी ग्रामिण है. यहां 12.27 फीसदी लोग अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के हैं और 3.67 फीसदी लोग अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग से आते हैं.
2015 का जनादेश
2015 के विधानसभा चुनाव में धूमल सिंह ने बीजेपी के कामेश्वर कुमार सिंह को करीब 8000 मतों के अंतर से हराया था. कामेश्वर सिंह को 41382 वोट मिले थे जबकि धूमल सिंह को 49508 वोट मिले थे.
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