बिहार के रोहतास जिले के अंतर्गत आने वाली दिनारा विधानसभा सीट राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल है.दिनारा विधानसभा सीट से नीतीश सरकार के सहकारिता मंत्री जय सिंह चुनाव हार गए हैं.वहीं, महागठबंधर की ओर से आरजेडी के विजय कुमार मंडल ने जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एलजेपी के राजेंद्र सिंह को 8228 वोटों से हराया है. बता दें कि दिनारा विधानसभा सीट पर इस बार 28 अक्टूबर को वोट डाले गए और कुल 56.35% मतदान हुआ.
चुनाव मैदान में उतरे ये प्रत्याशी
दिनारा विधानसभा सीट पर 2020 के चुनाव में एनडीए की ओर से जेडीयू (JDU) ने अपने मौजूदा विधायक जय कुमार सिंह पर भरोसा जताया जबकि आरजेडी की ओर से विजय मंडल चुनाव मैदान में उतरे. वहीं, राजेंद्र सिंह एलजेपी (LJP) से चुनाव लड़े. बता दें कि इस साल बिहार विधानसभा चुनाव 3 चरणों में संपन्न हुए. पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर को वोट डाले गए. जबकि तीसरे यानी आखिरी चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ.
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कांटेदार रहा था 2015 का मुकाबला
दिनारा विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के जय कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी. उन्होंने रोमांचक मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी के राजेंद्र प्रसाद सिंह को 2,691 मतों के अंतर से हराया था. जय कुमार सिंह को चुनाव में 43% वोट मिले जबकि राजेंद्र प्रसाद सिंह को 41.2% वोट हासिल हुए. इस सीट पर 17 उम्मीदवार मैदान में थे जिसमें 8 निर्दलीय उम्मीदवार थे. तीसरे स्थान पर शिवसेना के बिनोद कुमार चौबे रहे थे.
सामाजिक ताना-बाना
2015 में हुए विधानसभा चुनाव में दिनारा विधानसभा सीट की बात की जाए तो इस सीट पर कुल 2,72,725 मतदाता थे जिसमें 1,46,630 पुरुष और 1,26,089 महिला मतदाता शामिल थे. 2,72,725 में से 1,50,539 मतदाताओं ने वोट डाले जिसमें 1,49,741 वोट वैध माने गए. इस सीट पर 55.2% मतदान हुआ था. जबकि नोटा के पक्ष में 798 लोगों ने वोट किया था.
सीट का इतिहास
1990 के बाद दिनारा सीट पर हुए विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो 1980 और 1985 में लगातार 2 चुनावों में शिकस्त खाने के बाद रामधनी सिंह ने जोरदार वापसी की और 1990 से लगातार 4 बार विधायक चुने गए. वह 1990 और 1995 में जनता दल के टिकट पर तो 2000 और फरवरी 2005 के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर विधानसभा में पहुंचे.
हालांकि, नवंबर 2005 में हुए चुनाव में रामधनी सिंह को फिर से हार का मुंह देखना पड़ा. उन्हें बहुजन समाज पार्टी की सीता सुंदरी देवी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. हालांकि यह मुकाबला कांटे का रहा था और बसपा उम्मीदवार को महज 884 मतों के अंतर से जीत मिली थी.
2010 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने फिर से वापसी की और पार्टी के कद्दावर नेता जय कुमार सिंह ने इस बार राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर मैदान में उतरीं सीता सुंदरी देवी को 16 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था. जय कुमार सिंह की दिनारा से पहली जीत रही.
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