बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के आखिरी चरण की वोटिंग शनिवार को खत्म हुई. ईवीएम में राजनीतिक दलों की किस्मत कैद हो गई है. 10 नवंबर को परिणाम सामने आएगा. चुनाव खत्म होने के साथ ही इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में नीतीश कुमार की विदाई तय नजर आ रही है. वहीं महागठबंधन को बिहार की कमान मिलने के आसार बताए गए हैं.
महिलाओं, पुरुषों और युवाओं के वोटों के रुझान के साथ-साथ यह भी जानना जरूरी है कि आर्थिक स्थिति पर आधारित परिवारों के वोट किसे मिलने के आसार हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े बताते हैं कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यापन कर रहे परिवारों ने नीतीश पर कम और तेजस्वी पर ज्यादा भरोसा जताया है. पांच हजार से कम की मासिक आय वाले परिवारों के 43 फीसदी वोट महागठबंधन को मिलने के आसार हैं. वहीं 39 प्रतिशत ऐसे वोट राजग को मिले हैं. एलजेपी के खाते में बीपीएल वोट सात फीसदी ही जाने के आसार हैं.
नीतीश और उनके समर्थक दलों को यहां भी निराशा हाथ लगती नजर आ रही है. महीने के छह से दस हजार कमाने वाले परिवरों की बात करें तो ऐसे परिवारों के 43 फीसदी वोट तेजस्वी और उनके सहयोगी दलों के खाते में जाने के अनुमान हैं जबिक नीतीश की पार्टी को 40 फीसदी ऐसे वोट मिलने के आसार हैं. 11 से 20 हजार की मासिक आय वाले परिवारों के 42 फीसदी वोट महागठबंधन को और 40 फीसदी वोट राजग को मिलने के आसार हैं. एलजेपी के खाते में ऐसे परिवारों के सात फीसदी वोट जाने के आसार हैं.
21 से 30 हजार की मासिक कमाई करने वाले परिवारों ने महागठबंधन पर ज्यादा भरोसा दिखाया है. तेजस्वी को ऐसे 42 फीसदी वोट मिले हैं जबकि नीतीश को महज 41 फीसदी. महीने की 31 हजार से ज्यादा की कमाई करने वाले परिवारों की पहली पसंद तेजस्वी माने जा रहे हैं. ऐसे परिवार से तेजस्वी को 46 प्रतिशत वोट मिलने के आसार हैं जबकि नीतीश के हिस्से ऐसे वोटों का प्रतिशत 38 माना जा रहा है.
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